नई दिल्ली, 04 अक्टूबर 2022। रूस और युक्रेन के बीच युद्ध को करीब सात महीने बीत चुके है। ऐसे मे पीएम मोदी ने मगलवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेस्की के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। इस दौरान यूक्रेन के दक्षिणी क्षेत्र मे चल रहे युद्ध पर चर्चा की। प्रधानमत्री ने कहा कि यूक्रेन युद्ध का कोई सैन्य समाधान नही हो सकता है। पीएमओ ने जानकारी दी कि पीएम मोदी ने युद्ध को जल्द खत्म करने और बातचीत व कूटनीति के रास्ते पर चलने की जरूरत दोहराई।
पीएम मोदी ने दृढ़ विश्वास व्यक्त किया कि किसी भी शाति प्रयासो मे योगदान करने के लिए भारत की तत्परता से अवगत कराया। प्रधानमत्री नरेद्र मोदी ने जेलेस्की से टेलीफोन पर बातचीत मे सयुक्त राष्ट्र चार्टर, अतरराष्ट्रीय कानून और सभी राज्यो की सप्रभुता और क्षेत्रीय अखडता का सम्मान करने के महत्व को भी दोहराया।
परमाणु प्रतिष्ठानो के खतरे के हो सकते है दूरगामी परिणाम
यूक्रेन के राष्ट्रपति के साथ अपनी बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत यूक्रेन सहित परमाणु प्रतिष्ठानो की सुरक्षित और सुरक्षा को महत्व देता है। बयान मे कहा गया है कि प्रधानमत्री ने रेखाकित किया कि परमाणु सुविधाओ के खतरे के सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए दूरगामी और विनाशकारी परिणाम हो सकते है। दोनो नेताओ ने नवबर 2021 मे ग्लासगो मे अपनी पिछली बैठक के बाद द्विपक्षीय सहयोग के महत्वपूर्ण क्षेत्रो को भी याद किया।
पुतिन ने की थी यूक्रेन से बातचीत की पेशकश
ज्ञात हो कि यूक्रेन के चार क्षेत्रो लुहास्क, डोनेस्क, जपोरीजिया और खेरसान पर कबजे के बाद रूस ने जनमत सग्रह कराया और इन क्षेत्रो को रूस मे मिलाने की घोषणा की। उस दौरान वहा प्रशासक भी नियुक्त कर दिए गए है। उस दौरान रूस के राष्ट्रपति बलादिमीर पुतिन ने यूक्रेन से बातचीत की पेशकश की थी, लेकिन कबजा किए गए क्षेत्रो पर किसी प्रकार की बातचीत नही करने की बात कही। इसके साथ ही रूस ने अपने क्षत्रो की रक्षा के लिए परमाणु हथियार का इस्तेमाल करने की भी चेतावनी दी है।
वही यूक्रेन के दक्षिणी क्षेत्र मे यूक्रेनी सेना के लगातार आगे बढ़ने की खबर है। यूक्रेनी सेना ने डेनिप्रो नदी के किनारे पर कजा कर लिया है। इसके कारण हजारो रूसी सैनिक उसके घेरे मे आ गए है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेस्की ने कहा कि रूस के कबजे मे गई प्रत्येक इच जमीन को वापस लेने तक लड़ाई जारी रहेगी।
यह काल युद्ध का नही
इससे पहले उज्बेकिस्तान के शहर समरकद मे शघाई सहयोग सगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन मे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बातचीत मे प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि यह काल युद्ध का नही है। साथ ही रूसी राष्ट्रपित से यूक्रेन के साथ गतिरोध खत्म करने की अपील की। प्रधानमत्री मोदी ने पुतिन से कहा, ‘मुझे मालूम है कि यह काल युद्ध का नही है। इस बारे मे आपसे मेरी कई बार बात हो चुकी है।
कि लोकतत्र, कूटनीति व वार्ता से पूरी दुनिया को प्रभावित किया जा सकता है। हम रूस के साथ मित्रता को काफी महत्व देते है। दुनिया भी यह बात जानती है कि भारत और रूस की दोस्ती अटूट है।
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