रायपुर@भाजपा कई राज्यो मे कर सकती है बड़ा बदलाव?.

Share


रायपुर , 01 अक्टूबर 2022। भाजपा की आगामी विधानसभा व लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी ओर से बैठके शुरू हो गयी है।गुजरात,मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान मे होने वाले आगामी चुनाव को लेकर पार्टी ने अभी से गहन मथन शुरू कर दिया है।भाजपा बहुत जल्द इन राज्यो मे बदलाव को लेकर बड़े फैसले ले सकती है।मध्यप्रदेश मे भी बदलाव की चर्चाए जोरो पर है।बी डी शर्मा ,नरोत्तम मिश्रा या ज्योतिरादित्य सिधिया को मध्यप्रदेश की कमान दी सकती है।भोपाल की अफसरशाही के सामने शिवराज भी अब कमजोर नजर आने लगे है।नौकरशाही की वजह से पार्टी को चुनाव मे बुरे परिणाम दिखे भी थे।ऐसी स्थिति मे भाजपा यहाँ भी बड़े बदलाव करने का मूड बना चुकी है।
भाजपा के सभी राष्ट्रीय महामत्री और सगठन प्रभारी एव भाजपा के राष्ट्रीय महामत्री छत्तीसगढ़ और राजस्थान के साथ ही अन्य राज्यो को लेकर मथन करने मे लगे हुए है।बड़े फैसले लेने मे वैसे भी भाजपा समय नही लगाती है। छत्तीसगढ़ से भी किसी को राज्यपाल के पद पर बैठाया जा सकता है चर्चा यह भी है कि 2023 के चुनाव को लेकर भाजपा का केद्रीय नेतृत्व सुनियोजित तरीके से अपने कार्य को अजाम देने की तैयारी कर रहा है।छत्तीसगढ़ से पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिह को राज्यपाल बनाकर भी भेजा जा सकता है।साथ ही आगामी चुनाव मे वर्तमान विधायको मे से चार को लोकसभा चुनाव लड़वा सकती है।इस हिसाब से भी पार्टी बहुत कुछ बदलाव ला सकती है।
छत्तीसगढ़ भाजपा सासदो को केद्र मे राज्यमत्री बनाया जा सकता है।जिसमे कई नाम सामने आ रहे है,सामान्य वर्ग या आदिवासी वर्ग से यह नाम तय किया जा सकता है।मत्रियो की सूची मे प्रदेशअध्यक्ष बनने से पूर्व अरुण साव के नाम की चर्चा गरम थी।पर अब यह हो पाना असभव ही है।आगामी चुनाव की रणनीति के तहत छत्तीसगढ़ से दो लोगो को केद्रीय मत्री परिषद मे राज्य मत्री बनाया जा सकता है क्योकि 2023 मे छत्तीसगढ़ विधानसभा का चुनाव भी प्रस्तावित है।
छत्तीसगढ़ भाजपा क्या आज भी कई गुटो मे है विभक्त?
छत्तीसगढ़ मे आने वाले एक साल के अदर विधानसभा चुनाव होने है।इस आगामी चुनाव मे भाजपा अपनी पार्टी की सत्ता काबिज करना चाहती है।इसी कड़ी मे भाजपा के केद्रीय नेतृत्व ने डी पुरदेश्वरी को छत्तीसगढ़ से रवाना भी किया था।इनकी जगह ओम माथुर को बड़ी जिम्मेदारी दी हुई है। छत्तीसगढ़ भाजपा मे हुए बड़े बदलाव के बाद भी पार्टी गुटबाजी को काबू नही कर पाई है। प्रदेश भाजपा मे सरगुजा, बस्तर, रायपुर, दुर्ग सहित कई जिलो के नेताओ का अपना अपना गुट है,इन सभी को पार्टी एक साथ लाने के क्या रणनीति अपनाएगी यह भविष्य के गर्भ मे ही छुपा हुआ है।इसकी जानकारी भाजपा प्रभारी ओम प्रकाश माथुर तक पहुँच चुकी है। अब आगे और क्या परिवर्तन कर पाएगे उनकी क्या योजना होगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा। लेकिन भाजपा मे प्रदेश स्तर पर बदलाव के बाद जि़ला स्तर के भाजपा कार्यकर्ताओ को आज भी रिचार्ज नही कर पाने की चिता है।2023 के विधानसभा चुनाव के लिए मानसिक रूप से कार्यकर्ता तैयार नही हुए है,इस बात को जानने के लिए पार्टी अपनी ओर से गुप्त बैठके भी कर रही है। भाजपा के कार्यकर्ताओ को आज भी एक सशय बना हुआ है कि क्या आगामी चुनाव मे आधे विधानसभा मे पार्टी पुराने चेहरो को ही मैदान मे उतरेगी क्या?ऐसी स्थिति मे भाजपा क्या करेगी यह देखना फिलहाल बाकी है।


Share

Check Also

रायपुर,@ निगम-मंडल और स्वशासी संस्थाओं को मिलने वाली अतिरिक्त सुविधाओं पर लगी रोक

Share @ वित्त विभाग ने जारी किया आदेश…रायपुर,26 अक्टूबर 2024 (ए)। वित्त विभाग ने तमाम …

Leave a Reply