अम्बिकापुर,29 सितम्बर 2022 (घटती-घटना)। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी, (मार्क्सवादी) सीपीआईएम की सरगुजा एवं सूरजपुर जिला कमेटियों के पदाधिकारियों द्वारा अंबिकापुर में स्टेट बैंक कलेक्ट्रेट ब्रांच के सामने उपस्थित होकर हसदेव में काटे जा रहे पेड़ों की अवैध कटाई पर रोक लगाई जाए एवं शासन प्रशासन द्वारा आम जनता से क्षमा मांगने अन्यथा भूपेश सरकार इस्तीफा दो आदि मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन स्टेट बैंक कलेक्टोरेट ब्रांच के सामने पर किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम पर कलेक्टर सरगुजा के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया गया। ज्ञात हो कि विगत दो-तीन दिनों से हसदेव जंगल के आसपास के क्षेत्र को पुलिस छावनी में बदल कर हजारों की संख्या में पुलिस को लगाकर हजारों की संख्या में पेड़ काट डाले गए हैं वहां पर आंदोलनरत आदिवासी व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया है एवं क्षेत्र में आमजन एवं मीडिया को प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है ।पर्यावरण तथा पेड़ों की कटाई क्रूरता पूर्वक किया जा रहा है ।विगत 10 वर्षों से क्षेत्र की जनता एवं छत्तीसगढ़ की जनता हसदेव के जंगलों को बचाने में लगी हुई है इस पुनीत कार्य में पूरा छत्तीसगढ़ ही लगा हुआ है। किंतु वर्तमान कांग्रेस की भूपेश सरकार द्वारा जन भावनाओं के विरुद्ध जाकर राजधानी एवं केंद्र के मोदी सरकार के दबाव में आकर यह क्रूरता किया जा रहा है ।ज्ञापन में भूपेश सरकार को याद दिलाया गया है कि उसने और उनके एक मंत्री ने वायदा किया था कि एक भी पेड़ नहीं काटे जाएंगे । इतना ही नहीं भूपेश बघेल द्वारा पिछले चुनाव में क्षेत्र की जनता से हसदेव जंगल नहीं काटने का वायदा कर वोट प्राप्त किया गया था और इस आशय का विधानसभा में संकल्प भी पारित किया गया था। किंतु अपने ही वायदो /संकल्पों के विरुद्ध जाकर आम जनता को धोखा देकर उन्हें बंदी बनाकर भूपेश सरकार इन पेड़ों को कटवा रही है और स्वयं केरल में राहुल गांधी के साथ घूम रहे हैं । जैसे पूरा रोम जल रहा था और नीरो बंशी बजा रहा था ठीक उसी प्रकार का कृत्य मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा किया गया है धोखा किया गया है ।ज्ञापन में कहा गया है कि भूपेश जी आपको क्षेत्र की जनता कभी माफ नहीं करेगी और छत्तीसगढ़ बल्कि यूं कहें कि पूरे मध्य भारत उत्तर छत्तीसगढ़ में पर्यावरण संतुलन को बिगाड़ने के इतिहास में आपका योगदान स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा और आपको इतिहास माफ नहीं करेगा। ज्ञापन में मांग किया गया है कि तत्काल पेड़ों की कटाई पर रोक लगाया जाए, एवं दोषी अधिकारियों कर्मचारियों को दंडित किया जाए तथा शासन प्रशासन द्वारा गिरफ्तार आदिवासी व्यक्तियों और तमाम अन्य व्यक्तियों को तत्काल रिहा किया जाए ।आम जनता एवं मीडिया को जंगल में प्रवेश कर कितने पेड़ काटे गए इस बात का आकलन करने की छूट दी जाए एवं भूपेश सरकार तथा कांग्रेस, शासन प्रशासन क्षेत्र की आम जनता से माफी मांगे और पश्चाताप करें अन्यथा भूपेश सरकार इस्तीफा दे।
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