- विधायक नंबर 1 का भरोसा सिर्फ अब अपने एक सारथी पर और उस सारथी की वजह से बाकी सारथियों से बढ़ढ़ रही विधायक की दूरी
- क्या दूसरे विधानसभा के निज सहायक विधायक न. 1 को दिलाएंगे जीत?
- विधायक नंबर 1 को जीत मिलेगी स्थानीय व जमीनी कार्यकर्ताओं से या फिर कमाऊ पुत्र निज सहायक से
- निज सहायक हैं केवल अपना ही काम कराने में माहिर
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 27 सितम्बर 2022 (घटती-घटना)। अविभाजित कोरिया जिले के तीनों विधानसभा में यदि सबसे अच्छा मैनेजमेंट किसी का माना जाता था तो वह विधायक नंबर एक का मैनेजमेंट था लेकिन अब उनका भी मैनेजमेंट गड़बड़ाता दिख रहा है उसकी वजह सिर्फ है अपने सारथियों से बढ़ती दूरी और एक सारथी को अत्यधिक महत्व देना, उस सारथी को महत्व देने की वजह से बाकी सारथियों में बढ़ गई है दूरी, जो आगामी चुनाव में पहुंचा सकता है विधायक नम्बर 1 को नुकसान, जहां विधायक नंबर 1 अपने आप को बहुत सम्हाल कर चल रहे थे अब ना जाने उनके अंदर ऐसा क्या परिवर्तन आया कि वह अंतिम दौर में फिसलते नजर आ रहे हैं अंतिम समय पर संभलना होता है ना कि फिसलना।
विधायक नंबर 1 के एक निज सहायक इस समय अपने विधायक के दम पर सिर्फ कमाने में जुटे हुए हैं इस समय उन्हें सिर्फ अपने काम ही दिख रहे हैं बाकियों के काम पर उनकी दिलचस्पी कुछ कम हो चली है अपने अंदाज में दूसरों के काम को टालने में माहिर हो गए हैं, यह हम नहीं कह रहे हैं यह विधायक के ही वह सारथी कह रहे हैं जो उनके साथ जमीनी स्तर से जुड़े हुए हैं और उन्हें चुनाव जिताने में उनकी मदद करते हैं, नीज सहायक तो चुनाव जिताने में मदद नहीं कर सकते भले ही चुनाव जिताने के लिए वह फाइनेंस कर सकते हैं पर चुनाव तो नीचे स्तर के कार्यकर्ता व अच्छे सारथी ही जीता सकते हैं, अब विधानसभा नंबर एक में भी बहुत सारी चीजें बिगड़ती दिख रही हैं विकास पुरुष अब अपने टीम को छोड़कर विकास के दम पर चुनाव जीतने को लेकर आश्वस्त दिख रहे हैं पर शायद वह भूल गए की चुनाव तो अपने अच्छे कार्यकर्ताओं व अपने अच्छे सहयोगियों की मदद से ही जीता जाता है, विकास तो चाहिए ही पर उस विकास की उपलब्धि बताने वाला भी चाहिए जो इनके कार्यकर्ता होते हैं जो इनके प्रचारक होते हैं जो इनके शुभचिंतक होते हैं और विधानसभा क्रमांक 1 में इसका लोप होता नजर आ रहा है।
निज सचिव की वजह से तव्वजो नहीं मिल पा रहा
कुछ विधायक क्रमांक 1 के ही खास लोगों का कहना है कि अब विधायक के निज सचिव की वजह से उन्हें वह तव्वजो नहीं मिल पा रहा है जो उन्हें मिलना चाहिए न ही कार्यकर्ताओं का कोई काम ही हो पा रहा है जबकि कार्यकर्ता लगातार क्षेत्र में विधायक की जीत के लिए मेहनत कर रहें हैं। छोटे छोटे काम के लिए निज सचिव से कहने पर भी उन कामों पर ध्यान नहीं दिया जाता और लगातार कार्यकर्ता उपेक्षित महसूस कर रहें हैं। अब विधायक नम्बर 1 आखिर क्यों इसबात पर ध्यान नहीं दे रहें हैं कार्यकर्ताओं की बातों पर क्यों उनका ध्यान नहीं जा रहा है यह तो विधायक ही जाने लेकिन असंतोष बढ़ रहा है ऐसी खबरें सामने आ रहीं हैं। विधायक क्रमांक 1 को समय रहते इस विषय पर सज्ञान जरूर लेना चाहिए क्योंकि ऐसा न हो कि असंतोष ज्यादा बढ़ जाये और नुकसान हो जाये।
सबकुछ बेहतर करने के बाद भी चुनाव में उन्हें केवल नुकसान ना उठाना पड़ड़ जाए
विधानसभा क्रमांक 1 में विधायक ने मेहनत तो काफी की है और उन्होंने विधानसभा में विकासकार्यों की ढेरों सौगात दी है फिर भी कहीं ऐसा न हो कि सबकुछ बेहतर करने के बाद भी चुनाव में उन्हें केवल नुकसान इसलिए उठाना पड़ जाए क्योंकि कार्यकर्ता नाराज रहें। विधानसभा क्रमांक 1 में विधायक को अपने कार्यकर्ताओं से खुद उनकी समस्याओं व उनके जरूरी कामों के सम्बंध में जानकारी लेनी चाहिए और इसबात का पता लगाना चाहिए कि असंतोष आखिर किस बात का है और निज सचिव के क्रियाकलापों को लेकर क्यों बातें बाहर आ रहीं हैं। विधायक समय रहते इसपर यदि मंथन नहीं करते हैं तो भविष्य में उन्हें दिक्कत होनी तय नजर आ रही है इसलिए उन्हें समय रहते शिकायतों पर निर्णय जरूर लेना चाहिए।
लगातार बढ़ रही है निज सचिव विधायक की संपत्ति
विधानसभा क्रमांक 1 के विधायक के निज सचिव की संपत्ति में लगातार इजाफा हो रहा है ऐसा भी आरोप विधायक के ही करीबी लोगों का कहना है और ऐसा कहने वाले वही हैं जो फिलहाल निज सचिव की कार्यप्रणालियों से नाराज हैं। वैसे विधायक के निज सचिव पर लग रहे आरोप कितने सही हैं यह तो नहीं बताया जा सकता लेकिन यह जरूर है कि जिस तरह से अंदरखाने निज सचिव को लेकर विधायक के ही समर्थक नाराज चल रहे हैं उससे भविष्य में विधायक जी को नुकसान होना तय है।