राहगीरों के जमदुआरी घाट में खतरे की आशंका,क्या दुर्घटनाग्रस्त होने पर ही जागेगा विभाग
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर/मनेन्द्रगढ 23 सितम्बर 2022 (घटती-घटना)। राष्ट्रीय राज्यमार्ग 43 के मनेंद्रगढ़ मुख्यमार्ग पर स्थित जमदुआरी घाट पुल के समीप सड़क निर्माता कम्पनी ने द्वारा घाट कटिंग में लापरवाही की गयी पर राष्ट्रीय राजमार्ग विभाव व पीडब्लूडी विभाग ने ध्यान नहीं दिया। जिस वजह से यह स्थल पर राहगीरों के साथ दुर्घटना होने संभावना कभी भी घट सकती है। क्योंकि इस घाट में प्राकृतिक रूपर से कई बड़े वृक्ष मौजूद है। और सड़क निर्माता कम्पनी ने उनके जड़ो तक मिट्टी काटकर उपयोग कर लिया तो कुछ बरसात से बह गयी। वहीं घाट पर स्थित पेड़ सड़क की तरफ झुके हुये है जो कभी भी तेज बारीश व हवा में गिर सकते है जिससे राहगीरों के साथ कोई अप्रिय घटना घट सकती है। सवाल यह है कि इस रास्ते से कलेक्टर से लेकर मंत्री, विधायकों का दौरा होता है और सबकी निगाहें इस पर पड़ती है इसके बावजुद इन पर सुध नहीं लिया जा रहा है। क्या अब कोई अप्रिय घटना का इंतजार कर रहा है सम्बन्धित विभाग।
सड़क निर्माता कम्पनी की लापरवाही
खड़ी घाट कटिंग के कारण ऊपर में लगे बडे-बडे वृक्ष हाईवे की ओर झुकते जा रहे हैं। साथ ही उक्त क्षेत्र में लैंडस्लाइडिंग जैसी स्थिति निर्मित हो रही है। वहां का पूरा एरिया भयावह प्रतीत होता है, और सदैव दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। राहगीर उस क्षेत्र से गुजरते समय डरे सहमे रहते हैं। यदि उक्त क्षेत्र पर ध्यान न दिया गया, तो कभी भी कोई अप्रिय घटना घट सकती है। विडंबना यह है कि नेशनल हाईवे के निर्माण में राष्ट्रीय स्तर के इंजीनियर के मौजुदगी में काम होता है। इसके बावजूद सुरक्षा मानकों को ताक पर रखकर किए गए इस तरीके का कार्य सराहनीय कहा जाये या फिर लापरवाही?