वजन करीब 22 टन,कीमत अतरराष्ट्रीय बाजार मे 1725 करोड़
नई दिल्ली, 21 सितम्बर 2022। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. स्पेशल सेल ने मुबई के नवा शेरा पोर्ट पर दबिश देकर एक कटेनर बरामद किया है. जिसमे करोड़ो रुपये की हेरोइन कोटेड मुलेठी भरी थी. बरामद किए गए नशे के सामान की कीमत 1800 करोड़ रुपये बताई जा रही है. यह दिल्ली पुलिस की अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी बताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने कुछ दिनो पहले 2 अफगानी नागरिको को गिरफ्तार किया था. उन दोनो ने नार्को टेरर का खुलासा किया था. उनकी निशानदेही पर स्पेशल सेल की टीम ने 1200 करोड़ की ड्रग बरामद की थी. जब उन दोनो विदेशी नागरिको से लबी पूछताछ की गई तो उन्होने खुलासा किया था की मुबई के पोर्ट पर भी एक कटेनर मे ड्रग मौजूद है.
इसी सूचना के आधार पर दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की टीम दोनो आरोपियो को लेकर मुबई के नवा शेरा पोर्ट पर पहुची और वहा दबिश देकर एक कटेनर से 20 टन से ज्यादा हेरोइन से कोटेड मुलेठी बरामद कर ली. सूत्रो के मुताबिक अभी तक ये दिल्ली पुलिस की सबसे बड़ी हेरोइन की बरामदगी है. बरामद हेरोइन की कीमत करीब 1800 करोड़ रुपये आकी गई है.
स्पेशल सेल के सूत्रो की माने तो इस नशे की खेप के तार नार्को टेरर से जुड़े है. दिल्ली पुलिस के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के नेतृत्व मे इस ऑपरेशन को अजाम दिया गया. उनकी टीम मे एसीपी ललित मोहन नेगी, हृदय भूषण और इस्पेक्टर विनोद बडोला जैसे तेज तर्रार अफसर शामिल है. इस टीम ने साल 20-21 मे सबसे ज्यादा ड्रग पकड़ी है, जिनमे ज्यादातर मामले नार्को टेरर के है.
हैरानी की बात ये है कि मुबई के पोर्ट पर मौजूद हेरोइन से कोटेड मुलेठी से भरे कटेनर को नार्कोटिक्स यूरो और डीआरआई की टीम ने कई बार चेक किया था. लेकिन वे लोग इस नशे की खेप से अनजान बने रहे. मगर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उस कटेनर से ही नशे की खेप बरामद की और उस कटेनर को दिल्ली ले आई.
यह मामला इसलिए बेहद सवेदनशील बताया जा रहा है, क्योकि इटरनेशनल फोरम पर दो दिन पहले ही वर्ल्ड का सबसे बड़ा ड्रग्स माफिया नूरजही जो लबे वक्त से अमेरिका की जेल मे बन्द था, उसे एक अमेरिकी नागरिक की अफगानिस्तान जेल से रिहाई के बदले छोड़ा गया है।
80 के दशक मे नूरजही पूरे अफगानिस्तान की तमाम तजीमो से लेकर विश्व के कई देशो तक ड्रग्स कारोबार का आका था. जिसने अमेरिका के लिए भी ड्रग्स एजेट बनकर सालो काम किया. फिर अमेरिकी एजेटो से कुछ अनबन के चलते नूर को अमेरिका मे ही जेल मे डाल दिया गया था. अब नूर की रिहाई से एक बार फिर अफगानिस्तान से लेकर पूरे विश्व मे ड्रग्स कारोबार मे बड़े खतरे का सकेत मिल रहा है.
तालिबान के बड़े नेताओ ने नूर की रिहाई की माग अमेरिका से की थी. अमेरिका मे इटरनेशनल ड्रग्स ट्रैफिकिग के मामले मे नूर उम्रकैद की सजा काट रहा था. नूर तालिबान के फाउडर मुल्ला उमर का बेहद करीबी बताया जाता है. उसे 2009 मे अमेरिका मे सजा हुई थी. भारतीय एजेसियो के मुताबिक उसकी रिहाई से ड्रग का धधा और बढ़ेगा.
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