बैकुण्ठपुर@टेट परीक्षा खत्म होते ही मुख्य सड़क में घंटो लगा जाम

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  • फिर से उठ रही है सड़क चौड़ीकरण की मांग,सोशल मीडिया में छिड़ड़ा मुद्वा।
  • कांग्रेसी नेता एल्डरमैन मोनू मांझी ने तेज की मांग।
  • व्यपारी समेत आम जन हो रहे परेशान,हर दिन लगता है जाम।


-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 19 सितम्बर 2022 (घटती-घटना)। बीते रविवार को शिक्षक पात्रता परीक्षा खत्म होते ही जिला मुख्यालय के मुख्य सड़क में घंटो जाम लगा रहा, साप्ताहिक बाजार के दिन लगे जाम के बाद यातायात विभाग के कर्मियों को जाम खत्म करने काफी मशक्कत करनी पड़ी तो वहीं इससे व्यापार भी घंटो चौपट रहा। काफी देर तक अफरा-तफरा का माहौल बना रहा तो कई लोग अपने गंतव्य तक समय पर नही पहुंच सके, जिवतिया त्यौहार के कारण भीड़ कुछ ज्यादा थी तो इससे महिलाओं को भी परेशानी हुई। परीक्षार्थी वर्ग भी समय पर घर नही पहुंच सका,जिससे कि सभी वर्ग में खासा आक्रोष देखने को मिला।
रविवार को छत्तीसगढ व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा शिक्षक पात्रता परीक्षा को आयोजन किया गया था जिसमे शहर के लगभग सभी बड़े शैक्षणिक संस्थानों को परीक्षा केन्द्र बनाया गया था,दोनों पालियों की परीक्षा में लगभग 15 हजार परीक्षार्थी शामिल हुये। यहां परीक्षा देने कोरिया समेत एमसीबी जिले के भी परीक्षार्थी बड़ी संख्या में शामिल हुए। दो पालियों में संपन्न हुई परीक्षा में जब दूसरे पाली की परीक्षा शाम 4.45 पर खत्म हुई तो उसके बाद मुख्यालय के हृदय स्थल पर सभी स्कूलों से परीक्षार्थी अपने घर की ओर जाने के लिए निकले थे लेकिन मुख्य घड़ी चौक पर परीक्षार्थियों को काफी देर तक जाम से गुजरना पड़ा। पुराने बस स्टैंड से लेकर घड़ी चौक, मानस भवन, अस्पताल रोड, महलपारा चौक से लेकर डबरीपारा तथा सांस्कृतिक भवन तक लंबा जाम होने से काफी देर तक लोगो को परेशान होना पड़ा। कई ऐसे लोग भी थे जिन्हे उपचार हेतु चिकित्सक के यहां जाना था लेकिन जाम के कारण उन्हे काफी परेषानी हुईं। पुराने बस स्टैंड के पास से सांस्कृतिक भवन तक यात्री बसें व अन्य चारपहिया वाहनों की लंबी लाईन भी लगी रही तो वहीं महलपारा रोड़ में बड़ी-बड़ी ट्रकों के जाम में फंसे होने के कारण स्थिति काफी बिगड़ चुकी थी,महलपारा चौक से लेकर घड़ी चौक तक यातायात कर्मी व्यवस्था बनाने में जुटे रहे उन्हे काफी मषक्कत करते देखा गया। घंटो की मेहनत के बाद किसी प्रकार जाम हटा तब जाकर यातायात सामान्य हो सका और व्यापारी समेत अन्य जनों ने राहत की सांस ली।

तेज हुई सड़ड़क चौड़ीकरण की मांग,प्रशासन कब लेगा संज्ञान
शहर में जब कभी भी इस प्रकार का आयोजन होता है तो स्थानीय जनों को परेषानी का सामना करना पड़ता है, लंबा जाम होने से व्यापार भी खासा प्रभावित होता है। इसे लेकर अब लोगो की नाराजगी भी देखने को मिल रही है। जाम से निजात के लिए शहर से गुजरे मुख्य सड़क का चौड़ीकरण करना ही एकमात्र विकल्प बच गया है। ऐसे मे स्थानीय युवा एक बार फिर से सड़क चौड़ीकरण की मांग तेज करते नजर आ रहे हैं। कांग्रेसी नेता और नगरपालिका परिषद के एल्डरमैन मोनू मांझी ने सोषल मीडिया में सड़क चौड़ीकरण की मांग को लेकर स्थानीय प्रषासन पर ऊंगली भी उठाई और सड़क चौड़ीकरण की मांग की ,सोषल मीडिया में चौड़ीकरण की आवाज बुलंद करते ही स्थानीय युवा समेत आमजनों ने इस पर अपनी खूब प्रतिक्रया भी व्यक्त की और पहले सड़क चौड़ीकरण में अड़ंगा डालने वाले तथाकथित लोगो के खिलाफ आक्रोष व्यक्त किया।

सड़क चौड़ीकरण में व्यापार संघ बाधित
जिला मुख्यालय में जब भी जाम की स्थिति निर्मित होती है तो सबसे पहले लोगो को सड़क चौड़ीकरण की जरूरत महषूस होती है,लेकिन यहां जब भी चौड़ीकरण की दिषा में काम प्रारंभ हुआ तो मुख्यालय में गैर पंजीकृत व्यापार संघ बाधा बनकर खड़ा हो जाता है। ऐसा व्यापार संघ जिसके पास गिनती के दो-चार सदस्य ही मौजूद हैं उसके द्वारा अधिकारियों और नेताओं के समक्ष खड़े होकर बरगला दिया जाता है। जानबूझकर ऐसे ऐसे तर्क अधिकारियों और नेताओं के सामने व्यापार संघ के लोगो द्वारा प्रस्तुत किए जाते हैं कि उससे चौड़ीकरण ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। लेकिन एक बार फिर युवाओ ने चौड़ीकरण को लेकर आवाल बुलंद किया है। एल्डरमैन मोनू मांझी ने सोषल मीडिया में आवाल बुलंद करने के बाद स्थानीय विधायक व संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव से भी मिलकर सड़क चौड़ीकरण की मांग की है। उल्लेखनीय है कि अब एमसीबी जिला बनने के बाद शहर में व्यापार जगत पर भी असर पड़ेगा, इससे इंकार नही किया जा सकता है । तो वहीं स्थानीय व्यापारियों का मानना है कि जब से जिला मुख्यालय के किनारे बाईपास का निर्माण हो गया तब से शहर के व्यापार पर खासा असर देखने को मिल रहा है। लोग अब सीधे सूरजपुर या कि मनेंद्रगढ की ओर निकल जाते हैं जिसके कारण कई लोगो का व्यापार प्रभावित हुआ है। एक तो बाईपास और ऊपर से शहर का संकरा सड़क, इसे लेकर अब स्थानीय व्यापारी काफी आक्रोशित हैं। व्यापारियों का एक वर्ग जो कि चौड़ीकरण में खुद के स्वार्थ बस अड़ंगा लगाने में माहिर है उसके प्रति बाकि अन्य व्यापारी अपना आक्रोष भी व्यक्त कर रहे हैं। इन सब के बाद अब प्रषासन की चुप्पी भी समझ से परे है लोगो का कहना है कि जिला बंटवारा के बाद यदि कोरिया जिला मुख्यालय के अस्तित्व और व्यापार को जीवित रखना है तो सभी को आगे आकर सड़क चौड़ीकरण के लिए प्रयास करना होगा। ज्ञात हो कि जिला मुख्यालय को सर्वप्रथम चौड़ीकरण की सख्त जरूरत थी लेकिन यह कहने में कतई संकोच नही है कि चौड़ीकरण के कार्य में जबरन अड़ंगा लगाकर कुछेक व्यापारियों ने शहर और यहां के निवासियों के साथ ही व्यापार पर ही ग्रहण लगा दिया। इसकी सजा अब आम नागरिक समेत व्यापारी वर्ग भी भुगत रहा है। तो वहीं शहर का प्रत्येक नागरिक चौड़ीकरण में बाधा बने लोगो के खिलाफ आक्रोशित है।

चौड़ीकरण हर आम आदमी की मांग
जिला मुख्यालय के सड़क का चौड़ीकरण आज सबसे ज्यादा जरूरत बन चुका है, मुख्यालय में आज एकमात्र सड़क है जहां से सभी यात्री बसें और बिलासपुर मार्ग से आने-जाने वाली ट्रकें चलती हैं, दिन भर सैकड़ो की तादात में वाहनों का आना जाना होता है। जिससे कि प्रमुख सड़क में जाम की स्थिति तो निर्मित होती ही है दुर्घटना का खतरा भी बना रहता है। शहर का हर नागरिक चाहता है कि उनका भी शहर सुंदर हो सड़के चौड़ी हों जिससे कि आवागमन में बाधा न हो। तो वहीं कुछेक स्वाथी व्यापारियों को छोड़कर लगभग 90 प्रतिशत व्यापारियों की आवाज है कि शहर से गुजरे सड़क का चौड़ीकरण नितांत आवष्यक है। व्यापारियों का कहना है कि आज उनके दुकान के सामने चारपहिया वाहन तो क्या एक बाईक भी खड़ा नही किया जा सकता। जिससे कि व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ है।


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