- क्या छत्तीसगढ़ के पीसीसी डेलीगेट्स के सूची में उन्हीं लोगों का नाम शामिल है, जो गांधी परिवार से कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने के लिए मतदान करेंगे?
- कांग्रेस की पीसीसी डेलीगेट्स की जारी सूची को देखकर ऐसा लगता है कि सूची में शामिल 310 लोग एक ही मतविचार वाले।
- चिरमिरी से विधायक के अलावा कोई और नाम ना होने की वजह से भी जताई गई नाराजगी।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर,18 सितम्बर 2022 (घटती-घटना)। राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस के भीतर सब कुछ अच्छा अच्छा नहीं चल रहा है। विगत कुछ वर्षों में देखा जाए तो कई दिग्गज कांग्रेसी पार्टी छोड़ चुके हैं। इसी बीच कई दिग्गज कांग्रेसियों द्वारा खुलकर यह भी कहा गया कि पार्टी नेतृत्व में शीर्ष स्तर पर बदलाव आवश्यक है। इन्हें जी 22 कहा गया। अब संगठन चुनाव में पारदर्शिता लाने के लिए और अपने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने के लिए पार्टी द्वारा चुनाव का रास्ता अख्तियार किया गया है। चुनाव से ही कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जाएगा, जिसे लेकर पूरे भारत में कांग्रेस पीसीसी डेलीगेट्स की सूची जारी कर रहे हैं। इसी तत्वधान में छत्तीसगढ़ से भी 310 पीसीसी डेलीगेट्स की सूची जारी की गई। इस सूची को देखकर ऐसा लग रहा है की यह सूची पहले से तय नाम को चुनने के लिए जारी की गई है। छत्तीसगढ़ की डेली गेट्स कि जारी हुई सूची को लेकर अंदर खाने में कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं में भी आक्रोश है। सोशल मीडिया पर तरह-तरह के पोस्ट और कमेंट आ रहे हैं और नेता ट्रोल भी हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ की राजनीति में कांग्रेस पार्टी से कद्दावर नेता और सरकार में नंबर दो की स्थिति वाले सरगुजा महाराज व प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टि एस सिंह देव का कांग्रेस डेलिगेट्स में नाम ना होना भी एक बहुत बड़ा सवाल है? जिस पर लोग तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे हैं। उधर अविभाजित कोरिया जिले से सिर्फ 10 नाम ही इस सूची में जारी किया गया है, जिसमें से चिरमिरी क्षेत्र से सिर्फ विधायक का सिंगल नाम शामिल है। जिसे लेकर चिरमिरी के भी कांग्रेसियों में रोष है कि क्या उन्हें इस लायक नहीं समझा गया?
वही सबसे पहले तो कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को यह समझ में नहीं आया की सूची किस बाबत् जारी की गई है। अपने अपने क्षेत्र के नेताओं का नाम सूची में देखकर लोग सोशल मीडिया में उन्हें पीसीसी सचिव, पीसीसी सदस्य जैसे पद पर सुशोभित होना मानकर बधाई दे रहे हैं, माल्यार्पण कर रहे हैं, स्वागत कर रहे हैं। जबकि कार्यकर्ताओं को यह पता ही नहीं कि जारी की गई सूची पीसीसी डेलिगेट्स की है, जिन्हें संगठन चुनाव में वोट देने का अधिकार दिया गया है। हालांकि जारी सूची के बाद आम चर्चाओं का दौर व्याप्त है की संगठन का चुनाव संभवत एक दिखावा मात्र है, जिससे असंतुष्ट दिग्गज नेताओं को साधा जा सके। क्योंकि जारी सूची में तयशुदा नाम ऐसे हैं जिन्होंने चुनाव पूर्व ही अपने संगठन के मुखिया का चयन कर लिया हो।
कोरिया से डेलिगेट्स में एक ऐसा भी नाम जिससे समर्थकों में भारी उत्साह
कांग्रेस पार्टी द्वारा छत्तीसगढ़ के पीसीसी डेलीगेट्स की जारी सूची में कोरिया जिले से एक ऐसे कद्दावर कांग्रेसी नेता का नाम है, जिससे उनके समर्थकों में भारी उत्साह देखा जा रहा है। सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों में बधाई संदेश भरे पड़े हैं। इतना उत्साह तो जिले के तीनों विधायकों के नाम पर भी नहीं है। जाहिर है कि कोरिया कांग्रेस में इन शख्सियत का बड़ा कद है। जिले में कांग्रेसी और युवा वर्ग इनको आइकॉन मानती है। जिन्होंने इन्हें कोरिया टाइगर की उपाधि दे रखी है, जाहिर है सूची में नाम देखने के बाद उत्साह तो जागृत होगा ही।
एक ओर संगठन चुनाव में मतदाताओं की सूची जारी, वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ से नाम भी तय
भाजपा नेता अनिल जयसवाल ने कहा की छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री की उपस्थिति में पीसीसी सदस्यों एवं जारी डेलिगेट्स की सूची में सम्मिलित सदस्यों की एक अहम बैठक आज हुई, जिसमें सर्वसम्मति से राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने संबंधी प्रस्ताव को निर्विरोध छत्तीसगढ़ से पारित कर दिया गया। इस आशय का प्रस्ताव और प्रस्ताव पर मुहर छत्तीसगढ़ पीसीसी अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री के द्वारा लाया गया। जैसा पहले से आशंका जाहिर किया गया था, ठीक वैसे ही संगठन चुनाव के पूर्व ही छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी द्वारा कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर मुहर लगा दी गई।