रायपुर, 05 सितम्बर 2022। मुख्यमत्री भूपेश बघेल ने शिक्षक दिवस के अवसर पर बड़ी घोषणा की है. सप्ताह का एक दिन सभी स्कूलो मे छत्तीसगढ़ बोली को समर्पित रहेगा. आदिवासी बोली और छत्तीसगढ़ी भाषा को समर्पित दिन रहेगा. भारतीय परपरा एव सस्कृति को बढ़ावा देने के लिए स्वामी आत्मानद अग्रेजी माध्यम स्कूलो मे सस्कृत मे भी पढ़ाई होगी.
राज्य मे छत्तीसगढ़ी भाषा को बढ़ावा देने के लिए सभी स्कूलो मे अब सप्ताह मे एक दिन छाीसगढ़ी और आदिवासी बोली की शिक्षा दी जाएगी. इसके लिए शैक्षणिक सामग्री भी तैयार की जा रही है. बस्तर एव सरगुजा क्षेत्रो मे वहा की स्थानीय आदिवासी बोलियो के अनुसार और शेष क्षेत्रो मे छत्तीसगढ़ी भाषा मे पाठ्य सामग्री तैयार की जा रही है. सप्ताह मे एक दिन छत्तीसगढ़ी भाषा मे पढ़ाई से जहा स्थानीय भाषा को बढ़ावा मिलेगा, वही छात्रो मे पढ़ाई के प्रति लगाव उत्पन्न होगा.
मुख्यमत्री भूपेश बघेल ने इसके अलावा स्वामी आत्मानद अग्रेजी माध्यम स्कूलो मे सस्कृत विषय की भी पढ़ाई होगी. इसके साथ ही स्वामी आत्मानद अग्रेजी माध्यम स्कूलो मे कप्यूटर शिक्षा को भी मुख्यमत्री ने अनिवार्य करने की बात कही है. मुख्यमत्री ने महात्मा गाधी का जिक्र करते हुए कहा है कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जो बालक का शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास करे और इसी को ध्यान मे रखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए नवाचार को अपना रही है।
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