अम्बिकापुर,04 सितम्बर 2022(घटती-घटना)।अंबिकापुर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पंडाल लगाकर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की गई है, बड़े हर्षोल्लास के साथ इस अवसर पर जगह-जगह सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक गणपति सेवा समिति द्वारा गठित गणपति स्थापना समिति के पदाधिकारी एवं सदस्य अंबिकापुर में स्थापित छोटे बड़े गणेश पंडालों की निगरानी करते हैं। गणपति स्थापना समिति के अध्यक्ष ने बताया कि प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी बाल गंगाधर तिलक गणपति स्थापना समिति के द्वारा सामूहिक गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन की भव्य झांकियों का प्रदर्शन किया जाएगा, कार्यक्रम के तारतम्य में 6 सितंबर को गणपति धाम हाथीपखना, महामाया पहाड़ पर महा आरती का आयोजन किया गया है, समिति के अध्यक्ष ने लोगों से अपील किया है कि महा आरती में सपरिवार शामिल होकर भगवान गणेश के भव्य स्वरूप का दर्शन करें। उन्होंने कहा कि गणेश जी के भव्य झांकियों का रूट चार्ट तय कर दी गयी है, 9 सितंबर को विवेकानंद चौक पर सांस्कृतिक एवं विसर्जन कार्यक्रम रखा गया है जिसमे बृहद श्रेणी एवं बाल श्रेणी की झांकियों में से चुने गए पंडाल को पुरस्कृत किया जाएगा। पुरस्कार में बृहद श्रेणी से प्रथम पुरस्कार 11,000 द्वितीय पुरस्कार 5100 तृतीय पुरस्कार 3100 रुपए होंगे तथा इसी प्रकार बाल श्रेणी में प्रथम पुरस्कार 5100, द्वितीय पुरस्कार 3100 एवं तृतीय पुरस्कार 1100 रुपए तथा साथ स्मृति चिन्ह व सांत्वना पुरस्कार भी दिए जाएंगे। इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रथम द्वितीय और तृतीय पुरस्कार के रूप में क्रमशः 11000, 5100 और 2100 रुपए का पुरस्कार रखा गया है। चयनित झांकियों के पुरस्कार पर प्रकाश डालते हुए समिति के अध्यक्ष ने बताया कि स्वच्छता, व्यवस्था, मितव्ययता, इको फ्रेंडली और झांकी का स्वरूप को आधार बनाकर प्रथम द्वितीय और तृतीय पुरस्कार के लिए झांसी को चुना जाएगा। उन्होंने बताया कि बाल गंगाधर तिलक गणपति स्थापना समिति के सदस्य लगातार पंडालों में जा रहे हैं और सूचना का आदान प्रदान करते हुए उनका सहयोग कर रहे हैं।
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