बेगलुरु, 03 सितम्बर 2022। लिगायत मठ के सत शिवमूर्ति की गिरफ्तारी के बाद जाच मे सवाल उठने लगे है. मामले मे पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर आरोप लग रहे है. दरअसल, ये पूरा मामला कर्नाटक के चित्रदुर्ग लिगायत मठ के सत पर यौन शोषण के आरोप से जुड़ा हुआ है.
मामले मे देर रात सत की गिरफ्तारी के बाद आरोपी की जज के सामने पेशी, मेडिकल टेस्ट और इसके बाद अस्पताल मे भर्ती कराए जाने को लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली निशाने मे आ गई है.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि सत शिवमूर्ति को यौन शोषण के आरोप मे पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. शिवमूर्ति से डिप्टी एसपी अनिल कुमार पूछताछ कर रहे है. बयानो के आधार पर डिप्टी एसपी शिवमूर्ति से पूछताछ कर रहे है तो वही पुलिस की जाच पर सवाल भी उठने लगे है. शिवमूर्ति के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत भी मामला दर्ज है.
सत शिवमूर्ति से खिलाफ दर्ज मामले की जाच मे चूक के आरोप लग रहे है. पुलिस की जाच पर सवाल उठ रहे है. पहले तो कर्नाटक पुलिस ने मामला दर्ज होने के बाद शिवमूर्ति की गिरफ्तारी मे हीलाहवाली की. कर्नाटक पुलिस पहले तो गिरफ्तारी से ही बचती रही और जब शिवमूर्ति को गिरफ्तार भी किया तो जल्दबाजी मे नजर आई.
किसी भी आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद उसे कोर्ट मे पेश करने के लिए पुलिस के पास 24 घटे का समय होता है. कर्नाटक पुलिस ने शिवमूर्ति को गिरफ्तार करने के कुछ ही देर बाद रात के दो बजे ही कोर्ट मे पेश कर दिया. सवाल ये भी उठ रहे है कि आखिर पुलिस शिवमूर्ति को कोर्ट मे पेश करने की इतनी जल्दी मे क्यो थी?
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