सूरजपुर, 01 सितम्बर 2022 (घटती-घटना)। प्रदेश में सरकारी कर्मचारयों के आंदोलन का आज दसवां दिन है। शासन के रुख से हड़ताली कर्मचारियों में निराशा है। पिछले 11 दिनों से धरना पंडाल में कर्मचारी अधिकारी डटे हुए है। 34 फीसदी महंगाई भत्ता और सातवें वेतनमान पर गृहभाड़ा की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन बैनर तले प्रदेश के लगभग 4 लाख से अधिक कर्मचारी अधिकारी 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन आंदोलन पर है। पिछले दो चरणों को मिलाकर 16 दिन आंदोलन को हो गई है लेकिन अभी तक सरकार कर्मचारियों के मांगों और आंदोलन को समाप्त करवाने के सम्बन्ध में कोई पहल नहीं कर रही , जो निराशाजनक है।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के जिला संयोजक अनिल मिश्रा ने कहा कि अभी तक प्रदेश के समस्त कर्मचारी और अधिकारीयों के द्वारा दो चरणों में 16 दिन आंदोलन करते हो गया है।आज हमारे प्रांतीय निकाय की बैठक जारी है।प्रांतीय निकाय के अंतिम निर्णय तक ये आंदोलन जारी रहेगा।हमें भी कामकाज ठप्प होने से आम जनता व बच्चों की पढ़ाई का हो रहे नुकसान का दुख है।हम भी हड़ताल में बैठे रहना नहीं चाहते।हम भी अपने काम पर लौटना चाहते हैं।आज आंदोलन स्थल में कर्मचारियों की उपस्थिति ने आंदोलन को और मजबूती दिया है।बहुत से साथी जो अभी तक आंदोलन में शामिल नहीं हो पाए थे वे भी अब आंदोलन में कूद रहे हैं।आज से अनियमित कर्मचारियों के भी अनिश्चिकालीन हड़ताल में चले जाने से कामकाज पूरी तरह ठप्प हो गए हैं।आज भी राजधानी रायपुर के साथ पुरे प्रदेश के तहसील , ब्लाक एवं जिला मुख्यालय में आंदोलन जारी है।आज आंदोलन में फेडरेशन से जुड़े हुए समस्त संगठनों के जिलाध्यक्ष, पदाधिकारियों सहित हजारों की संख्या में कर्मचारी अधिकारी उपस्थित रहे।
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