छत्तीसगढ़ मे किया जा सकता है विधायको को शिफ्ट?
नई दिल्ली, 27 अगस्त 2022। झारखड के मुख्यमत्री हेमत सोरेन ने आज लगातार दूसरे दिन विधायक दल की बैठक बुलाई है. इस बैठक मे महागठबधन यानी आरजेडी और काग्रेस के विधायको को भी बुलाया गया है. हेमत सोरेन ने सुबह 11 बजे से मीटिग रखी थी, मीटिग मे शामिल होने के लिए विधायको का पहुचना शुरू हो गया है.
झारखड के यूपीए विधायको को छत्तीसगढ़ भेजा जा सकता है. कुछ विधायक मुख्यमत्री आवास पर बैग और सामान लेकर पहुचे है. इसी को देखते हुए अटकले लगाई जा रही है कि विधायको को ऐसे प्रदेश मे शिफ्ट किया जा सकता है, जहा यूपीए की मजबूत सरकार है. ऐसे मे छत्तीसगढ़ मे ही विधायको की शिफ्टिग की अटकले लगाई जा रही है.
दरअसल हेमत सोरेन के खनन पट्टे के मामले मे चुनाव आयोग ने जाच के बाद अपनी रिपोर्ट झारखड के राज्यपाल को भेज दी है. इसमे मुख्यमत्री हेमत को विधायक पद के लिए अयोग्य ठहराया है. यानी उनकी विधायकी रद्द करने की सिफारिश की है. इसी बीच सीएम हेमत सोरेन ने भी अपने इरादे जाहिर कर दिए है. उन्होने ट्वीट कर कहा कि यह आदिवासी का बेटा है. इनकी चाल से हमारा रास्ता न कभी रुका है, न हम लोग कभी इन लोगो से डरे है.
मुख्यमत्री हेमत सोरेन ने कहा कि हमारे पूर्वजो ने बहुत पहले ही हमारे मन से डर-भय को निकाल दिया था. हम आदिवासियो के ष्ठहृ्र मे डर और भय के लिए कोई जगह ही नही है. साथ ही सीएम सोरेन ने कहा कि “शैतानी ताकते” लोकतात्रिक रूप से चुनी गई सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है. लेकिन वह अपने खून की आखिरी बूद तक लड़ेगे.
लातेहार मे एक सरकारी समारोह मे सोरेन ने कहा कि वह चितित नही है, क्योकि उन्हे राज्य पर शासन करने का जनादेश लोगो ने दिया है न कि उनके विरोधियो ने. उन्होने कहा कि हमारे विरोधी सवैधानिक सस्थानो का दुरुपयोग कर रहे है, वह राजनीतिक रूप से हमारे साथ प्रतिस्पर्धा करने मे सक्षम नही है. वे हमारी सरकार को अस्थिर करने के लिए श्वष्ठ, ष्टख्ढ्ढ, लोकपाल और ढ्ढठ्ठष्शद्वद्ग भ्ड्ड& का भी इस्तेमाल कर रहे है. लेकिन हम इससे कतई चितित नही है.
हेमत सोरेन को राची जिले के अनगड़ा बलॉक मे 0.88 एकड़ ज़मीन का खनन पट्टा मिला था. दस्तावेजो के मुताबिक 28 मई 2021 को हेमत सोरेन ने आवेदन दिया और उन्हे 15 जून 2021 को मजूरी मिल गई थी. इसके बाद 9 सितबर को पर्यावरण विभाग से मजूरी मागी गई जो 22 सितबर को मिल गई. 11 फरवरी 2022 को बीजेपी ने राज्यपाल से मिलकर शिकायत की कि ये लाभ के पद का मामला बनता है और सीएम खुद के नाम से खनन पट्टा नही ले सकते. इसके बाद हेमत सोरेन ने 11 फरवरी 2022 को लीज सरेडर करके खुद को अलग कर लिया. खनन के धधे मे हेमत सोरेन सरकार के भ्रष्टाचार का भडाफोड़ तब होना शुरू हुआ जब झारखड की खनन सचिव रह चुकी पूजा सिघल के ठिकानो पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी शुरू की. ईडी को पूजा सिघल के सीए सुमन कुमार के एक ही ठिकाने से साढ़े सत्रह करोड़ रुपये नकद मिले थे. ये रकम इतनी ज्यादा थी कि गिनने मे 14 घटे का वक्त लग गया था. ईडी सूत्रो के हवाले से दावा किया गया कि पूजा सिघल और उनके करीबियो के करीब 150 करोड़ रुपये के निवेश का खुलासा हुआ और कई अहम दस्तावेज भी मिले।
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