रायपुर@हल्ला बोल के बहाने भाजपा दोहराना चाहती है लाठीचार्ज की याद !

Share


अनुमति नही मिलने पर भी नई टीम सीएम हॉउस घेरने की जि़द मे अड़ी, प्रदर्शनकारियो-पुलिस के बीच होगा खतरनाक टकराव
रायपुर, 22 अगस्त 2022। रोजगार के नाम पर नौकरी के नाम पर बेरोजगारी भत्ता के नाम पर लगातार छत्तीसगढ़ के युवाओ को ठगे जाने, झूठे दावे और खोखले वादे को लेकर 24 अगस्त को भाजयुमो की अगुवाई मे भाजपाई हल्ला बोलेगे। ऐसा दूसरी बार होगा जब 19 साल बाद बीजेपी सगठन का सभी मोर्चा जिसमे दिग्गज भी शामिल है एक साथ सड़क पर उतरेगे।
हल्ला बोल के बहाने प्रदेश भाजपा सगठन के कनिष्ठ-वरिष्ठ और महिला मोर्चा अपनी अपनी भूमिका मे होगे। ऐसा धरना-प्रदर्शन पार्टी नेताओ-कार्यकर्ताओ ने जोगी शासनकाल मे साल 2003 मे किया था। इसके बाद सत्ता मे लौटी बीजेपी ने 15 साल तक फील गुड किया। यह कहना अतिश्योक्ति नही होगी कि लाठीचार्ज और उसके परिणाम अब तक भाजपा और काग्रेस दोनो के लिए एकजुटता का सबब बने। भाजपा पर जोगी शासनकाल मे तत्कालीन एसएसपी मुकेश गुप्ता (वर्तमान मे निलबित आईजी) ने लाठिया भाजकर कई दिग्गज पार्टी नेताओ का सिर फोड़ा था और हाथ-पैर तोड़ दिए थे।
परिणाम भाजपा को सत्ता सुख मिला। हालाकि बीजेपी के कम घायल ज़्यादा दिनो तक तो गभीर घायलो को थोड़े दिन का ही सत्ता का मज़ा मिला। फिर भाजपा ने 15 की सत्ता मे बिलासपुर काग्रेस कार्यालय मे पुलिस घुसाकर उन दिनो को दोहराया था, नतीजा 15 साल के अज्ञातवास से काग्रेस को राजपाट मिला। कमोबेश भाजपा की नई टीम एक बार फिर हल्ला बोल के बहाने लाठीचार्ज वाली यादो को फिर दोहराने वाली है। प्रदेश भाजपा सगठन के आला औहदेदारो को बाकायदा घेराव और पुलिस से होने वाले टकराव के लिए तैयार रहने की ताकीद भी पार्टी के दिग्गज नेताओ ने किया है।
अधिकारीयो को मिली है इनपुट
लोकल पुलिस और ख़ुफि़या पुलिस ने आला अफसरो को टकराव और गभीर स्थिति निर्मित होने का इनपुट दिया है। महकमे ने इसे टालने और गभीर टकराव से बचने के लिए दिशा-निर्देश भी दिया है। बता दे अगर सख्ती नही बरती गई तो भाजपाई सीएम हॉउस के काफी करीब पहुचने के लिए रणनीति बना चुके है। सूत्रो की माने तो सीएम हॉउस के सभी रास्तो को पूरी तरह सील करने और मजबूत घेरेबदी करके सीधी भिड़त से बचने की फि़राक मे है।
बर्बरता नही पर गभीरता बरतेगे
पुलिस के मुताबिक बिना अनुमति भाजपा के इस घेराव और प्रदर्शन को नाकाम करने के लिए सभी तैयारिया की जा चुकी है। कहना है की बर्बरता नही पूरी गभीरता से प्रदर्शनकारियो को रोका जायेगा। बता दे कि 19 साल पहले निलबित आईपीएस मुकेश गुप्ता ने बल के साथ धरने पर बैठे भाजपा के कई दिग्गज नेताओ को गभीर रूप से घायल किया था। इसके बाद 4 साल पहले बिलासपुर मे काग्रेस कार्यालय मे पुलिस लाठीचार्ज का नज़ारा देखने को मिला था। अब बुधवार 24 अगस्त को जि़द मे अड़ी बीजेपी के नेताओ से पुलिस कैसे डील करेगी यह समय बताएगा।


Share

Check Also

कोरबा@ युवती पर प्राणघातक हमला

Share चाकू मारकर बदमाश फरारकोरबा,24 नवम्बर 2024 (ए)। छत्तीसगढ़ के कोरबा शहर में पूजा करने …

Leave a Reply