- लोक निर्माण विभाग के अधिकारीयों पर ठेकेदार की मनमानी।
- ठेकेदार करा रहा है मनमाने तरीके से सड़क का निर्माण कार्य…अधिकारियों के द्वारा सड़क निर्माण कार्य रोकने के बाद ठेकेदार ने बिना डब्लू एम एम प्लांट के दूसरी लेयर का निर्माण कार्य कर दिया गया है?
- गुड़घेला नाला से सिंघत पहुंच सड़ड़क मार्ग का नव निर्माण एवं,पुल-पुलिया निर्माण कार्य में गुणवत्ताहीन सामाग्री का उपयोग कर निर्माण कार्य किया गया है।
- ठेकेदार के द्वारा उसी गुणवत्ता विहीन निर्माण सामग्री से पुल पुलिया निर्माण कार्य में सीमेंट क्रांकीट में सीमेंट की मात्र का उपयोग कम किया गया है।
-राजेन्द्र कुमार शर्मा-
खड़गवां ,21 अगस्त 2022 (घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ रोड एण्ड इंफ्रास्ट्रख्र डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (छत्तीसगढ़ शासन का उपक्रम )लोक निर्माण विभागके द्रारा संभाग मनेंद्रगढ़ कोरिया छत्तीसगढ़ के द्वारा गुडघेला नाला से सिंघत पहुंच सडक निर्माण कार्य के तहत स्वीकृत अनुबंध की राशि 236.48 लाख 3.10 किलोमीटर के गुडघेला नाला से सिंघत तक सड़क नवनिर्माण कार्यरत एजेंसी का नाम मेसर्स आयुष फलाई ऐश ब्रिक्स इंण्डसटी देवाडाड कार्यादेश दिनांक 15/12/2021 एवं कार्य पूर्णता दिनांक 14/8/2022 हैं ठेकेदार के द्वारा समय अवधि समाप्त होने के बाद सडक निर्माण कार्य जमकर मनमानी बरती जा रही है। सडक निर्माण कार्य की दूसरी लेयर मे 40 एम एम गिट्टी बिछा कर ऊपर से डस्ट का छिडकाव कर दिया जा रहा है सड़क निर्माण कार्य गुणवत्ताहीन निर्माण सामाग्री का उपयोग करते हुए कार्य को अंजाम दिया जा रहा है।
गुडघेला नाला से सिंघत पहुंच मार्ग दुग्गी को जोड़ने वाले उक्त सड़क मार्ग का नवनिर्माण व उन्नयन कार्य का ठेका मेसर्स आयुष फलाई ऐश ब्रिक्स इंण्डसटी देवाडाड के मनमानी के कारण कार्य बिना डब्लू एम एम प्लांट के इस सडक का निर्माण कार्य लगभग 50 फीसदी कार्य पूर्ण हो गया है। इस सडक निर्माण कार्य में सडक पर जो गिट्टी का मिश्रण लाकर बिछाया जा रहा है वो जे सी बी से डामफरो मे भरकर ऊपर से पानी डालकर सडक पर बिछाकर गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य किया जा रहा है जबकि ठेकेदार के पास डब्ल्यू एम एम पलांट नहीं होने की जानकारी होने के और डब्ल्यू एम एम पलांट से निर्माण सामाग्री का मिश्रण होकर नहीं आने की जानकारी होने के बाद भी लोक निर्माण विभाग के अधिकारी इस घटिया बिना मापदंड की सामाग्री के सडक को गुणवत्ता युक्त बात कर निर्माण कार्य करा रहे है जिसके कारण करोड़ों रुपये की सडक खुलेआम भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही हैं वो भी विभाग के अधिकारियों के सामने।
इस सड़क निर्माण कार्य की देखरेख करने वाले अधिकारी किसी भी प्रकार से गुणवत्ता विहीन कार्य के बारे मे बताने से बचते नजर आते है। अगर कोई उच्च अधिकारी सड़क निर्माण कार्य के निरीक्षण मे आने वाला है तो उससे पहले ठेकेदार को अधिकारियों द्रारा सूचना दे दी जाती है जिससे अधिकारी और ठेकेदार आपस मे साठगांठ कर जिस सथल का निरीक्षण करना होता है वहां अच्छी लीपापोती कर निरीक्षण कराया जाता है। अधिकारियों के द्वारा साइड निरीक्षण आफिस में बैठकर किया जा है जिसका प्रमाण सडक निर्माण कार्य खुद बया कर रही है?*
सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि गुणवत्ता विहीन सड़क के निर्माण कार्य के बाद भी सड़क निर्माण कार्य का ठेकेदार को बिल का भुगतान भी किए जाने की तैयारी की जा रही है ?
इस संबंध में साइड इंजिनियर के एस लोध से फोन के माध्यम से संपर्क करने लिए कई बार फोन किया गया उनके द्रारा फोन ही रिसिव नहीं किया जा रहा है।
सवाल- क्या ठेकेदार के द्वारा बिना डब्लू एम एम प्लांट के जो कार्य किया है क्या अधिकारी उस निर्माण कार्य को उखाड़ कर दूबारा डब्ल्यू एम एम प्लांट से मिश्रण करके निर्माण कार्य कराएंगे?
सवाल – क्या लोक निर्माण विभाग के द्वारा बिना डब्लू एम एम प्लांट के दूसरी लेयर के निर्माण कार्य गुणवत्ता विहीन को सही बता कर निर्माण कार्य की राशि का भुगतान कर दिया जाएगा?