- सप्लाई के लिए संघ के नाम पर दबाव से अन्य व्यापारी भी परेशान।
- कई व्यापारियों को नही मालूम कहां होता है संघ के नाम का दूरूपयोग।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 19 अगस्त 2022 (घटती-घटना)। जिला मुख्यालय में व्यापारियों की समस्या दूर करनें के लिए बनाया गया व्यापार संघ चंद पदाधिकारियों के हाथ की कठपूतली बनकर रह गया है। संघ के कुछ जिम्मेदार पदाधिकारी अब गलत ढंग से संघ का इस्तेमाल करने में लगे हैं, उनके द्वारा शासकीय कार्यालयों में जाकर स्वयं को व्यापार संघ का सर्वेसर्वा बतलाकर सामग्री सप्लाई के लिए दबाव बनाया जाता है। जिस बात की भनक स्थानीय व्यापारियों को तनिक सी भी नही है। जिम्मेदार पदाधिकारियों द्वारा चंद व्यापारियों को साथ लेकर इसे पूरे शहर के व्यापारियों की आवाज बताई जाती है लेकिन हकीकत यह होती है कि इसकी जानकारी शहर के 90 प्रतिशत व्यापारियों को नही होती।
किसी भी शहर में व्यापार संघ का गठन इसलिये किया जाता है कि उसके माध्यम से व्यापारियों की समस्या को खत्म किया जा सके व्यापारी के सुख-दुःख में शामिल हो सकें। लेकिन इसके उलट बैकुंठपुर में व्यापार संघ व्यापारियों की समस्या सुलझाने तो दूर अडंगा लगाने के लिए प्रसिद्व हो गया है। हर जगह अपनी जबरन उपस्थिति के नाम पर वाहवाही लूटने का प्रयास स्थानीय व्यापार संघ करता है जिसकी हर जगह किरकिरी हो रही है। बताया जाता है कि जिला विभाजन के मुद्वे पर बनाया गया कोरिया बचाव मंच में भी व्यापार संघ के चंद लोग पहुंचकर मंच को हाईजेक करने की कोशिश में लगे थे लेकिन मंच के लोगो के आगे दाल नही गल सकी। क्योंकि मंच के नेता इस बात से वाकिब थे कि व्यापार संघ गिनती के चार-पांच लोगो का समूह बनकर रह गया है इसके बावजूद धरनास्थल पर रोज पहुंचकर वाहवाही लूटने में व्यापार संघ के तथाकथित पदाधिकारियों ने कोई कसर नही छोड़ी। शहर में चौड़ीकरण के मुद्वे पर टांग अड़ाने में भी स्वार्थवष व्यापार संघ के पदाधिकारी ने जिस प्रकार अपनी भूमिका निभाई थी उससे स्थानीय व्यापारी अच्छे से परिचित हैं इसके बाद ही शहर के व्यापार संघ से अधिकांष व्यापारी वर्ग दूर हुआ और आज यह चंद गिनती के लोगों का समूह बनकर रह गया है।
चौड़ीकरण में अडंगा से व्यापारी आक्रोषित
शहर का एक बहुत बड़ा व्यापारी वर्ग सड़क चौड़ीकरण न होने देने से व्यापार संघ के प्रति आक्रोषित है स्थानीय नागरिक भी चौड़ीकरण न होने का खामियाजा भुगत रहे हैं जिसके लिए सिर्फ और सिर्फ व्यापार संघ को जिम्मेदार मानते हैं। बतलाया जाता है कि व्यापार संघ अपने मूल उद्वेष्य से भटक गया है संघ में गिनती के लोग बचे हैं और उनका काम कुछ विषेष मुद्वो पर खुद को आगे लाकर काम अटकाने तक ही सीमित रह गया है। तो वहीं स्थानीय व्यापारियों व कुछ अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कुछ लोग व्यापार संघ के नाम पर उनके पास आते हैं और उन पर गलत ढंग से दबाव बनाते हैं कहा जाता है कि यहां संघ पदाधिकारियों के द्वारा ही अधिकांष जगह सप्लाई का काम किया जाता है हमारे माध्यम से सप्लाई करने पर कहीं कोई दिक्कत नही होगी राजनैतिक संरक्षण भी दिया जायेगा। खुलकर साथ में काम कीजिये बाकी कोई परेषानी नही होगी। एक अधिकारी ने बताया कि एक व्यक्ति उनके कार्यालय में आकर खुद को व्यापार संघ का सर्वेसर्वा बतलाता है और कहता है कि आपके कार्यालय में लगने वाली हर जरूरत की सामान वो खुद की फर्म से दे सकता है। अधिकारी ने बताया कि व्यापारी का कहना होता है कि यहां अन्य दूसरे व छोटे व्यापारी को पनपने नही दिया जायेगा इसलिए ज्यादा अच्छा है कि सप्लाई आर्डर उन्हे दिया जाये। सामग्री सप्लाई का काम न देने पर या अन्य दुकानों से लेने पर आरटीआई लगाकर व अन्य राजनैतिक तरीके से परेशान करने की धमकी भी दी जाती है। एक अधिकारी ने बताया कि व्यापार संघ के प्रतिनिधि के द्वारा खुद को स्थानीय विधायक का खास बतलाकर सप्लाई के लिए दबाव बनाया जाता है। इस बारे में स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि व्यापार संघ के बहाने पदाधिकारियों द्वारा क्या गलत किया जा रहा है यह तो जानकारी में नही है लेकिन संघ का नाम लेकर सप्लाई के लिए दबाव बनाना एकदम गलत है। व्यापारियों का कहना है कि शहर के व्यापारी चौड़ीकरण न होने से खुद परेषान रहते हैं व्यापार भी चौपट हो गया है। व्यापार संघ को चाहिये कि वह इस पर विचार करे कि चौड़ीकरण कैसे भी करके हो सके लेकिन इससे उलट यदि गलत काम किया जा रहा है तो इसकी जितनी निंदा की जाये कम है।