5 दिन के आंदोलन को अनिश्चितकालीन आंदोलन में नही बदलना फेडरेशन की चूक,कर्मचारियों का हुआ बड़ा नुकसान
-रवि सिंह
बैकुण्ठपुर 18 अगस्त 2022 (घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा है शासन द्वारा 6 प्रतिशत महंगाई भत्ता जारी किया गया है, जबकि कर्मचारियों का 12 प्रतिशत महंगाई भत्ता लंबित है, जाहिर है शासन ने 6 प्रतिशत महंगाई भत्ता की डंडी मार ली है। शासन के अधिकारी बिचौलिये की तरह काम कर रहे है, यह काफी आपत्तिजनक है कि प्रतिशत की डी ए जारी की गई है, जिसे 1 अगस्त 2022 से लागू किया गया है, 6 प्रतिशत कम डी ए जारी किया गया है साथ ही देय तिथि से भी नही दिया गया है, यह दोहरी डंडी का मार कर्मचारियों को भारी पड़ रहा है।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश संगठन सह-सचिव अशोक लाल कुर्रे ने कहा की मुख्यमंत्री से भेंट के लिए हमें भी बुलाया गया था किंतु कम डीए के संकेत के कारण हमने मिलना उचित नही समझा, ऐसे में महासंघ व फेडरेशन का मुख्यमंत्री से भेंट करना 6 प्रतिशत महंगाई भत्ता जारी होने के बाद बेमानी हो गया है, इससे कर्मचारियों का बड़ा नुकसान हुआ है। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन, शालेय शिक्षक संघ, नवीन शिक्षक संघ द्वारा 25 जुलाई से 2 सूत्रीय मांग देय तिथि से लंबित मंहगाई भत्ता व देय तिथि से एचआरए को सातवें वेतन के आधार पर पुनरीक्षित करने की मांग को लेकर अनिश्चित कालीन आंदोलन किया गया था, इस समय कर्मचारियों का दबाव सरकार पर सर्वाधिक था, 4 लाख 50 हजार कर्मचारियों की इच्छा थी कि फेडरेशन भी अनिश्चितकालीन हड़ताल करे किन्तु फेडरेशन ने 29 जुलाई को अपनी हड़ताल बन्द कर दी, यह फेडरेशन की बड़ी चूक थी, इस समय महासंघ हड़ताल फ्रेम से बाहर ही थे, तब उन्हें कोई अवसर भी नही मिलता। फेडरेशन के वापसी से मांग कमजोर हो गया और हमे भी शिक्षक हित के विषय को भी साथ रखने की भावना के साथ हड़ताल बन्द करना पड़ा, शासन तो तभी 6 प्रतिशत महंगाई भत्ता के संबंध में विचार कर चुकी थी। 30 जुलाई को बूढ़ा तालाब रायपुर में जंगी प्रदर्शन व आक्रोश रैली निकालकर हजारो शिक्षको ने मंहगाई भत्ता व एचआरए की मांग को सरकार तक पहुंचाने में सफल थे। संजय शर्मा, वीरेंद्र दुबे, विकास राजपूत ने कहा कि 30 जुलाई को बूढ़ा तालाब रायपुर में जंगी प्रदर्शन व आक्रोश रैली का व्यापक असर हुआ जिसके कारण मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर जीएडी द्वारा सूचना देकर छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन, शालेय शिक्षक संघ, नवीन शिक्षक संघ के प्रतिनिधि मंडल को मंत्रालय में चर्चा हेतु आमंत्रित किया गया। अधिकारियों के साथ बैठक में पक्ष रखते हुए छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने देय तिथि से 12 प्रतिशत मंहगाई भत्ता एकमुस्त देने व एचआरए पुनरीक्षित करने मांग पुरजोर तरीके से रखने के साथ ही नियम विरुद्ध वेतन कटौती आदेश को निरस्त करने कहा था, संजय शर्मा ने स्पष्ट कहा था कि 12 प्रतिशत से कम डीए मंजूर नही होगा।
ज्ञात हो कि संजय शर्मा, वीरेंद्र दुबे, विकास राजपूत द्वारा 2012-13 व 2018 की तरह अन्य प्रमुख शिक्षक संगठनों से समान भूमिका में एकजुट होने के लिए पहल किया जा रहा है। कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन द्वारा 22 अगस्त से घोषित अनिश्चितकालीन हड़ताल के सम्बंध में उन्होंने कहा है कि हम फेडरेशन में शामिल नही है इस संबंध में एल बी संवर्ग के मांगो को रखते हुए निष्पक्ष बैनर, सामूहिक नेतृत्व व समान भूमिका वाली टीम बनने पर हड़ताल को सफल बनाने समीक्षा बैठक शीघ्र आयोजित कर रणनीतिक निर्णय लिया जाएगा।