क्या युकां चुनाव कुत्ते व बिल्ली को सदस्य बनाने के लिए हुआ था?
17 लाख में से 9 लाख कुत्ते बिल्ली व अन्य रहे सदस्य, जिन की सदस्यता हुई रद्द।
युवक कांग्रेस के चुनाव में आखिर किसके पक्ष में पड़ा कुत्ता बिल्ली का मत।
युवा कांग्रेस के प्रत्याशी अपने पक्ष में मतदान कराने के चक्कर में जिसे चाहा उसे बांटा ऐप और पड़े फर्जी मत जिम्मेदार कौन?
सदस्यता में फर्जीवाड़ा युवक कांग्रेस के चुनाव के लिए बनाए गए 17 लाख सदस्यों की हुई थी स्क्रूटनी।
युकां से नौ लाख कुत्ते-बिल्लियों की सदस्यता हुई रद्द, कुत्ता-बिल्ली को युवा कांग्रेस सदस्य बना कराया मतदान।
फ़र्जीवाडे़ के कारण बेरोजगार युवाओं की जेब से करीब साढ़े चार करोड़ रुपये चले गए।
लेख रवि सिंह:- प्रदेश कांग्रेस ने इस बार युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों का चुनाव कराने के लिए ऑनलाइन वोटिंग करा रही थी। इस वोटिंग में जुड़ते हर सदस्य के साथ 50 रुपए कांग्रेस कोष को जा रहे थे, जिसमें प्रत्याशी को प्रदेश अध्यक्ष व जिला अध्यक्ष बनना था, सभी अपनी बॉडी तैयार कर बड़े पैमाने पर ऑनलाइन वोटिंग करा कर अपने आप को विजय घोषित करना चाह रहे थे। विजय घोषित करने के चक्कर में कई गुट हो गए थे, ऐसा लग रहा था चुनाव युवा कांग्रेस का नहीं प्रदेश सरकार चुनने का है। जोर शोर से युवा मेहनत कर रहे थे और इस चुनाव में अच्छे दोस्त भी विरोधी बन गए थे। वह भी सिर्फ पद की लालसा में, जिसे पाया उसे ऐप बांटा और उस ऐप में वोटिंग हुई। जब अब एक अखबार ने खुलासा किया कि 17 लाख मत युवा चुनाव में आए जिसमें से 9 लाख सदस्य कुत्ते बिल्ली बने, जिन्हें रद्द कर दिया गया है। पर सवाल यह है कि आखिर यह 9 लाख सदस्य कुत्ते बिल्ली कहां से बने और किसके पक्ष के लिए बने। यदि इसे खंगाला जाए तो बहुत सारी चीजें साफ होंगी। एक तो 50 रुपए जमा होने के चक्कर में कुत्ता-बिल्ली सब सदस्य बन गए। वही आखिर कांग्रेस के सच्चे सिपाही बनने वाले युवा कांग्रेस के प्रत्याशी कौन थे, जिन्होंने अपने पक्ष में कुत्ते-बिल्ली को भी सदस्य बनाकर जीत हासिल करना चाह रहे थे? यदि कांग्रेस चाहे तो इन 9 लाख लोगों को पता कर सकती है कि किसके पक्ष में यह कुत्ता बिल्ली व अन्य के फोटो के साथ सदस्यता हुई?
एक प्रतिष्ठित अखबार की माने तो 17 लाख में से 9 लाख सदस्यता रद्द हो गई अब 8 लाख सदस्यता में प्रदेश अध्यक्ष व जिला अध्यक्ष छत्तीसगढ़ के युवा कांग्रेस के प्रत्याशी बनेंगे, यह भी 8 लाख किसके पक्ष में पड़ा है। यह बहुत बड़ा सवाल है?? भले ही 9 लाख सदस्यता रद्द हो गई हो पर कांग्रेस के खाते में पूरे 17 लाख की सदस्यता शुल्क जमा हो गई, युवक कांग्रेस चुनाव में फर्जी सदस्यता करने वालों का भंडाफोड़ हो गया है। कुत्ते-बिल्ली समेत अन्य जानवर, पेड़ और तालाब की फोटो अपडेट करके सदस्य बनाने वालों को युकां के केंद्रीय संगठन ने बड़ा झटका दिया है। इस मोर्चे के चुनाव में 17 लाख सदस्य बनाए गए थे, इसमें से करीब नौ लाख सदस्यता को निरस्त कर दिया गया है। युकां के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जांच कराई तो पता चला कि एप में नौ लाख सदस्यों के स्थान में फर्जी तरीके से सदस्यता दी गई थी। इसके बाद केंद्रीय संगठन ने स्क्रूटनी का निर्देश दिया था। हालांकि अब तक चुनाव परिणाम घोषित नहीं हुआ है। अभियान में आठ सेकंड का वीडियो बनाना था। इसमें भी पेड़-पौधों का वीडियो बनाकर डब आवाज के सहारे वीडियो तैयार किया गया। सदस्यता के मामले में युकां ने महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्य को भी पीछे छोड़ दिया था। एक जिला ऐसा भी है जहां 1,22,000 सदस्य बने थे जिनमें से 84 हजार रिजेक्ट हो गए। अध्यक्ष पद के लिए 12 और प्रवेश महासचिव पद के लिए 135 उम्मीदवार के करीब नौ लाख सदस्यता रिजेक्ट की गई है। फोटो का मिलान मतदाता सूची से न होने, वोटर आइडी संख्या में गड़बड़ी, गलत फार्म भरने, गलत वीडियो बनाने वालों की सदस्यता खत्म की गई है। केंद्रीय संगठन ने स्क्रूटनी के माध्यम से उन नेताओं को सख्त संदेश देने की काशिश की है जो किसी भी तरीके से चुनाव जीतना चाहते थे। युकां के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद आश्वासन दिया था कि एक-एक सदस्यता की जांच कराई जाएगी। ज्ञात हो कि 12 मई से 12 जून तक युवक कांग्रेस की सदस्यता अभियान के साथ ही चुनाव भी हुआ था। चुनाव एक एप के माध्यम से आनलाइन किया गया था। फ़र्जीवाडे़ के कारण युवाओं की जेब से करीब साढ़े चार करोड़ रुपये चले गए। सदस्यता के लिए 50 रुपये की फीस रखी गई थी। एक बड़ा सवाल यह भी है कि क्या रद्द की गई सदस्यता की फीस प्रति सदस्य 50 रूपए युवाओं को वापस की जाएगी या यह राशि पार्टी के राजकोष में समा जाएगी?
लेख रवि सी सिंह कटकोना कोरिया छत्तीसगढ़