- प्रदेश से जारी पत्र का नहीं हो रहा है बैकुण्ठपुर विधानसभा में पालन,गौरव यात्रा की जानकारी बहुत सारे कांग्रेसियों को है ही नहीं।
- मनेंद्रगढ़ विधायक के गौरव यात्रा में दिखा शक्तिप्रदर्शन,वहीं बैकुण्ठपुर विधायक के गौरव यात्रा में नहीं दिखी कांग्रेसियों की भीड़।
- बैकुण्ठपुर विधायक की गौरव यात्रा ढाई किलो मीटर तक चली,उसमें भी कांग्रेसियों की संख्या 50 के पार नहीं हुई।
- एक विधानसभा में 6 दिन में 75 किलोमीटर की आजादी की गौरव यात्रा को करना है पूर्ण।
- पहले दिन सिर्फ ढाई किलो मीटर की निकली गौरव यात्रा 6 दिन में कैसे होगा 75 किलोमीटर का लक्ष्य पूरा?
- बैकुण्ठपुर विधायक की गौरव यात्रा में दिखी भीड़ कम आलोचनाएं हो रही खूब।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 10 अगस्त 2022 (घटती-घटना)। प्रदेश कांग्रेस कमेटी व प्रदेश सरकार द्वारा यह निर्णय लिया गया था कि प्रदेश के समस्त विधानसभा में आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आजादी की गौरव यात्रा निकाली जाएगी, जिसमें 75 किलोमीटर की पदयात्रा संपन्न की जाएगी, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा पत्र लिखकर आदेशित किया गया था कि इस गौरव यात्रा में संगठन के पदाधिकारी अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होंगे और यदि नहीं होंगे तो वह विधिवत सूचना देंगे, जहां मनेन्द्रगढ़ विधायक ने पदयात्रा में अपना शक्ति प्रदर्शन दिखाते हुए जोरदार भीड़ के साथ तिरंगा को लेकर पदयात्रा निकाली तो वही बैकुण्ठपुर विधानसभा में इस पदयात्रा का असर फीका दिखा, पदयात्रा तो निकाली गई पर उस पदयात्रा में तिरंगा की जगह कांग्रेस का झंडा देखने को मिला, उस पदयात्रा में बैकुण्ठपुर विधानसभा के कांग्रेस पदाधिकारी भी पुरे शामिल नहीं हुए और ना ही कांग्रेस समर्थित लोग शामिल दिखे, ढाई किलो मीटर की पदयात्रा हुई उसके बाद गाड़ी में बैठ कर लोग चलते भी बने, यह प्रदेश से जारी आदेश पर औपचारिकता निभाने जैसा देखा गया, जिसे लेकर वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई और उस वीडियो को देखकर लोगों ने मजे भी लिए, जहां कांग्रेस ने इस सोच के साथ पदयात्रा को निकाली थी कि जनप्रतिनिधियों का जुड़ाव लोगों से होगा और कांग्रेस मजबूत होगी, आगामी चुनाव को लेकर भी यह यात्रा तैयारी की एक रणनीति थी, पर इस रणनीति को भी विधायक व संगठन के लोगों ने सिर्फ औपचारिकता बतौर निभाकर अपने ही संगठन के आदेशों की अवहेलना किया, आखिर विधायक की उपस्थिति में गौरव पदयात्रा में भीड़ का ना होना भी यह बताता है कि विधायक का जन सरोकार कितना है ना तो पदाधिकारी पहुंच रहे हैं और ना विधायक समर्थित लोग पहुंच रहे हैं और ना कांग्रेस समर्थित लोग पहुंच रहे हैं फिर यह 75 किलोमीटर की गौरव यात्रा की सफलता 6 दिनों में कैसे होगी यह एक बड़ा सवाल है और पार्टी को भी बैकुण्ठपुर विधानसभा के लिए सोचने पर मजबूर होना पड़ सकता है।
संगठन के पदाधिकारियों को बैठक की नहीं मिली जानकारी
संगठन के कुछ पदाधिकारियों से इस संबंध में जब पूछा गया तो उन्होंने नाम ना बताने की शर्त पर बताया कि इसकी बैठक की जानकारी संगठन के अध्यक्ष द्वारा किसी को मुहैया नहीं कराई गई, कुछ लोगों को इसके लिए फोन आया पर जिस ने फोन करके बुलाया वह खुद इस बैठक से गायब रहे, 10 लोगों के बीच बैठक लेने वाले गायब रहे तो वह 10 लोग भी इंतजार करके चलते बने, अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि कांग्रेस के पदाधिकारी कितने अपने पार्टी के लिए वफादार हैं और कितने ने पार्टी के लिए लड़ाई लड़ेंगे और अपनी पार्टी को मजबूत करेंगे यह सवाल अब उठ खड़ा हुआ है?
बैकुंठपुर विधानसभा में आजादी की गौरव यात्रा को लेकर नहीं थी कोई तैयारी
बैकुंठपुर विधानसभा में आजादी की गौरव यात्रा को लेकर ना तो विधिवत तरीके से बैठक हुई ना तो रूट चार्ट बना और ना तो इस 6 दिनों में 75 किलोमीटर किस रूट में चलना है इसकी सूचना किसी को दी गई, किस दिन कितने समय पहुंचकर इस पदयात्रा को शुरू करना है इस बात की भी जानकारी किसी को नही थी, यह यात्रा तिरंगे के साथ निकालनी थी पर यात्रा कांग्रेस के झंडे के साथ निकाली गई, इन सब चीजों से लोग अनभिज्ञ रहे है खुद कांग्रेसी व कांग्रेस समर्थित लोग भी जारी आदेश से अनभिज्ञ रहे, यही वजह थी कि गौरव यात्रा में भीड़ नहीं दिखी ऐसा लगा कि चंद कांग्रेसी व विधायक के साथ कांग्रेस का झंडा लेकर सिर्फ अपने प्रदेश संगठन के आदेश का औपचारिकता निभा रहे है।
आजादी का गौरव यात्रा बैकुण्ठपुर विधानसभा में औपचारिकता बनकर रह गई
आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर प्रदेश से जारी आदेश अनुसार प्रत्येक विधानसभा को पूरी जिम्मेदारी से अपने विधानसभा में तिरंगा गौरव यात्रा निकालने का आदेश जारी हुआ है। बैकुंठपुर विधानसभा का तिरंगा यात्रा केवल औपचारिकता पूर्ण करता नजर आया जहां कांग्रेस के ही प्रथम पंक्ति के लोग नदारद दीखे क्योंकि उन्हें सूचना ही नहीं मिली वहीं विधायक के साथ जो लोग यात्रा में शामिल हुए वह कुछ किलोमीटर चलकर गाçड़यों में बैठकर रवाना हो लिए। बैकुंठपुर विधायक का अपना अमला वैसे भी शुरू से कम है, संगठन के वरिष्ठ पहले से ही उनसे दूरी बनाए हुए हैं क्योंकि उन्हें बेहतर तवज्जो कभी मिली हो यह नजर नहीं आया वहीं जो युवा वर्ग के लोग विधायक के अमले में शामिल हैं उन्हें अपने व्यवसाय और रोजगार से ही फुर्सत नहीं मिलती जिसकी वजह से विधायक हमेशा अकेली ही नजर आती हैं और जो इस यात्रा में भी नजर आया।
75 किलोमीटर की यात्रा कैसे होगी पूर्ण,उठ रहा सवाल ?
6 दिनों में 75 किलोमीटर तिरंगा गौरव यात्रा निकाली जानी है जो पदयात्रा है। अब जब पहले ही दिन कुल कुछ किलोमीटर यात्रा चल सकी और नेताओं को वाहन ही याद आया तो ऐसे में बचे शेष दिनों में यह यात्रा कैसे अपनी पूर्णता प्राप्त करेगी यह सवाल उठ रहा है।
तिरंगे की जगह कांग्रेस के झंडे को भी लेकर उठ रहे सवाल
बैकुंठपुर विधायक के द्धारा निकाली गई तिरंगा गौरव यात्रा में तिरंगे की जगह कांग्रेस पार्टी का झंडा नजर आया,जबकि तिरंगा लेकर यात्रा निकाली जानी है,अब यह सवाल उठ रहा है कि बैकुंठपुर विधायक तिरंगा गौरव यात्रा निकाल रहीं हैं या कांग्रेस यात्रा।वहीं तिरंगे की जगह कांग्रेस पार्टी के झंडे के साथ गौरव यात्रा को लेकर यह भी सवाल उठ रहा है कि क्या विधायक का तिरंगे से प्रेम कम है या बिल्कुल नहीं है जो उन्होंने तिरंगे से परहेज किया है।
कांग्रेस कमेटी का आदेश आजादी की 75वें वर्ष हीरक महोत्सव आजादी की गौरव यात्रा 9 से 14 अगस्त
प्रदेश कांग्रेस कमेटी छत्तीसगढ ने पत्र जारी कर कहा था की आजादी के 75वें वर्ष हीरक महोत्सव के समापन अवसर पर 09 से 14 अगस्त 2022 तक प्रदेश के समस्त विधानसभा क्षेत्रों में चलाये जा रहे आजादी की गौरव यात्रा (75 कि.मी. की पदयात्रा) है ज्यादा हो सकता है पर कम नहीं, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम के निर्देशानुसार प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों के स्थानीय प्रदेश पदाधिकारी, निर्वाचित जनप्रतिनिधि, जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी, ब्लाक अध्यक्ष एवं ब्लाक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी, मोर्चा संगठन, विभाग, प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों, निगम-मंडल-बोर्ड के अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों सहित बूथ स्तर से सभी पदाधिकारियों को अनिवार्य रूप से इस आजादी की गौरव यात्रा में शामिल होना अनिवार्य है। यदि किसी कारणवश पदयात्रा में शामिल नहीं हो पा रहे हैं, तो उसकी विधिवत सूचना अपने स्थानीय संगठन के अध्यक्षों के माध्यम से प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रेषित करें। साथ ही, आजादी की गौरव यात्रा की दैनिक प्रतिवेदन, दोपहर 3 बजे तक दो फोटोग्राफ्स के साथ पदयात्रा का रूट व कुल तय दूरी सहित नेतृत्वकर्ता एवं उपस्थित कार्यकर्ताओं की सूची के साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी को अनिवार्य रूप से प्रेषित किया जाना है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के इस महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम को गंभीरता से लेते हुए दिये गये निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करेंने की हिदायत भी दिया था।
राष्ट्रीय कांग्रेस के आह्वान पर मनेंद्रगढ़ विधायक के नेतृत्व में सैकड़ो कांग्रेसी शामिल हुए पद यात्रा में
देशभर में केंद्र की भाजपा सरकार के तानाशाही रवैया देश में बढ़ रही महंगाई बेरोजगारी और निजीकरण के कारण देश की जनता की टूट रही कमर को मजबूत करने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के आह्वान पर पद यात्रा की शुरवात की गई आपको बता दे. की आजादी के पूर्व अंग्रेजों के चंगुल से भारत देश को आजादी दिलाने और उनके चंगुल से छुड़ाने के लिए देशभर में अंग्रेजो भारत छोड़ो अभियान चलाया गया था। उसी प्रकार केंद्र की भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने कांग्रेस पार्टी का भारत जोड़ो अभियान पद यात्रा का आगाज किया गया है। इस तारतम्य में मंगलवार को मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ.विनय जायसवाल के नेतृत्व में मनेंद्रगढ़ विधानसभा के चिरमिरी के हृदय स्थल हल्दीबाड़ी में स्थापित श्री राधा कृष्ण मंदिर परिसर से पूजा अर्चना करते हुए इस बड़ी यात्रा का शुभारंभ किया गया। यह यात्रा शहर के हृदय स्थल हल्दीबाड़ी से निकलकर मुख्य मार्ग होते हुए कालीबाड़ी होते हुए बड़ी बाजार होकर गोदरी पारा से ग्राम भूकभूकी तक पहुची। पदयात्रा के दौरान समस्त कांग्रेस जन हाथ में राष्ट्र ध्वज तिरंगा के साथ गांधीवादी तरीके से सफ़ेद कुर्ता पजामा और सफेद टोपी में नजर आए। यह पद यात्रा चिरमिरी नगर निगम के सभी वार्डो से होकर खड़गवां ब्लॉक के ग्रामीण क्षेत्र और मनेंद्रगढ़ विधानसभा अंतर्गत आने वाले मनेंद्रगढ़ विकासखंड क्षेत्र से होकर नगर पंचायत झगराखंड से नगर पालिका क्षेत्र मनेंद्रगढ़ में इस पदयात्रा का समापन होगा।