- किसान मोर्चा के मंडल अध्यक्ष के साथ हुई मारपीट,प्रदेश किसान मोर्चा के अध्यक्ष चुप क्यों?
- बीजेपी कार्यकर्ता के साथ मारपीट मामले में बीजेपी नेताओं पर भी उठने लगे सवाल।
- सोशल मीडिया में भाजपा नेताओं की चुप्पी पर कटघरे में भाजपा के फायर ब्रांड नेता।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 10 अगस्त 2022 (घटती-घटना)। मनेंद्रगढ़ विधायक के प्रतिनिधि ने भाजपा के किसान मोर्चा मंडल अध्यक्ष के साथ की मारपीट कि जिससे भाजपा के युवा नेता चंदन गुप्ता खून से लथपथ हो गए चोट इतनी गंभीर थी कि उन्हें जिले से रायपुर के लिए रेफर कर दिया गया, घटना के बाद विधायक प्रतिनिधि के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई, इस घटना को लेकर विधायक व विधायक प्रतिनिधि दोनों की हो रही जमकर आलोचना और विधायक प्रतिनिधि को बताया जा रहा है गुंडा, विधायक अपने प्रतिनिधि की गलती को जानने के बावजूद सभी को नाराज कर प्रतिनिधि को बचाने में जुटे हुए हैं पर वहीं विपक्षी दल भाजपा के एक नेता का गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद पूर्व विधायक व प्रदेश किसान मोर्चा के अध्यक्ष की चुप्पी को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की हो रही हैं बातें और यह भी सच है कि इतने बड़े मामले में उसी विधानसभा में घटना घटने के बावजूद अपने ही विभाग के नेता के ऊपर विपत्ति आने पर प्रदेश अध्यक्ष की चुप्पी किसी को भी पच नहीं रही, बीजेपी में भी अंदर खाने में रोष दिख रहा आखिर क्या वजह है कि भाजपा के फायर ब्रांड नेता इस मामले को लेकर अभी तक कुछ भी नही कह रहे, वह भी अपने विधानसभा में घटित घटना को लेकर जिस वजह से भाजपा के कार्यकर्ताओं का मनोबल भी टूट रहा है और सोशल मीडिया पर फायर ब्रांड नेता की किरकिरी भी हो रही है। पूरे मामले में घायल भाजपा नेता तो रायपुर में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं वहीं जिसने घटना कारित की वह सत्ताधारी दल के विधायक का प्रतिनिधि व निगम पार्षद निश्चिन्त बैठा है क्योंकि उसे मालूम है सत्ता का साथ मिलेगा विधायक के साथ रहते उसे कुछ होने वाला नहीं है। एक और जहां डेढ़ साल में विधानसभा चुनाव होना है, यदि वरिष्ठ और दिग्गज नेता अपने कार्यकर्ताओं के साथ नहीं दिखेंगे, अपने कार्यकर्ताओं के लिए खड़े नहीं होंगे तो मौके पर उनके लिए झंडा कौन उठाएगा? यह भी एक बड़ा सवाल है।
अन्य भाजपा नेता भी हैं मौन
भाजपा नेता के साथ विधायक प्रतिनिधि निगम पार्षद द्धारा मारपीट मामले में जहां भाजपा नेता गंभीर रूप से घायल है जहां मामले में पूर्व विधायक मौन हैं वहीं मामले में चिरमिरी के अन्य भाजपा नेता जो प्रथम पंक्ति के नेता हैं वह भी मौन हैं और इसकी वजह जो बताई जा रही है वह भी बड़ी महत्वपूर्ण है और वह वजह है सत्ताधारियों से नजदीकी जिसकी वजह से वह मौन हैं।
सोशल मीडिया पर विधायक प्रतिनिधि पर लग रहे हैं गम्भीर आरोप
पूरे मामले में सोशल मीडिया पर विधायक प्रतिनिधि पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। कुछ लोगों ने लिखा है कि जिस ट्रक से सामान उतरते समय चंदन गुप्ता वीडियो बना रहे थे उससे प्लास्टिक उतारा जा रहा था जो प्रतिबंधित है और इसी वजह से विधायक प्रतिनिधि को गुस्सा आया और उसने युवक पर जानलेवा हमला किया। वहीं पूर्व में कोरोना काल मे सेनेटाइजर मामले में भी चंदन गुप्ता मुखर हुए थे और वह भी खुन्नस विधायक प्रतिनिधि निकालना चाह रहे थे क्योंकि सेनेटाइजर किसने बंटवाया था यह जगजाहिर है, जिसमे बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ था।
घटना का खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ेगा
कांग्रेस नेता व पूर्व महापौर डमरू रेड्डी ने कहा कि इस घटना का खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ेगा क्योंकि जब हम एक राजनीतिक दल में या किसी पद पर होते हैं तो केवल हम अपने नहीं रह जाते, उस समय हम समाज के होते हैं क्षेत्र के होते हैं पार्टी के होते हैं क्योंकि व्यक्ति आज पद पर है कल नहीं रहे यह जरूरी नहीं है इसलिए हमें लगता है कि हमारे पार्टी को यह बहुत बड़ा नुकसान होने वाला है।