अम्बिकापुर,01 अगस्त 2022(घटती-घटना)। नगर निगम के महापौर कक्ष में सोमवार को मेयर इन कौंसिल की बैठक महापौर डॉ. अजय तिर्की की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में कुल 20 बिन्दुओं पर चर्चा की गई। बैठक में निगम क्षेत्रान्तर्गत विभिन्न चौक-चौराहों पर एलईडी स्कू्रीन दर के पुन: निर्धारण के सबंध में पूर्व एमआईसी में भी मामला सामने आया था। जिसमें कहा गया था कि अंबिकापुर नगर निगम के अलावा इसके समकक्ष नगर निगम से रेट लेकर निविदा जारी किया जाए। जिसमें पता चला की कोरबा नगर निगम में सबसे कम 305 स्मर्य फीट प्लस जीएसटी के रेट से अंबिकापुर नगर निगम में निविदा जारी किया जाएगा। जबकि इससे पूर्व अधिक रेट होने के कारण कोई निविदा नहीं डाल रहे थे। वहीं निगम स्वामित्व के कलाकेन्द्र मैदान के आरक्षण हेतु नियम व शर्ते निर्धारिण के सबंध में विचार विमर्श एवं निर्णय लिया गया। इसमें पता चला की कला केन्द्र मैदान के उपयोग के लिए वर्ष 2028 के लिए भी आवेदन आ रहे हैं। जिबकि इसके लिए मात्र तीन महीने का ही मान्य है। वहीं कला केन्द्र अमानत राशि भी कम किया गया है। पूर्व में 50 प्रतिशत अमानत राशि निर्धारित था। जिसमें एमआईसी की बैठक में 25 से 30 प्रतिशत करने की सहमती बनी। पारंपरिक वस्तु निर्माण के लिए शासन द्वारा नगर निगम क्षेत्र में जगह उपलब्ध कराने की मांग की गई थी। जिसे नगर निगम द्वारा 2 वर्ष के लिए डाटा सेटर में उपलब्ध कराया गया है। वहीं बैडमिंटन हॉल सप्ताह में 7 दिन की जगह 6 दिन खालने की सहमति बनी है। एक दिन बैडमिटन हॉल की रखरखाव व सफाई के लिए उपयोग किया जाएगा। जिसे गुरुवार को बंद रखाने का निर्णय एमआईसी बैठक में लिया गया। शहर के कई ऐसे कालोनी हैं जो निगम को अब तक नहीं सौंपा गया है। एमआईसी की बैठक में निर्णय लिया गया है कि कालोनियों को टेकओवर कर नगर निगम की सारी व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी। जबकि कालोनी के लोग हर टैक्स पटाते हैं। वहीं जाति प्रमाण पत्र के संबंध में भी चर्चा की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि शासन के गाइडलाइन के अनुसार जिला प्रशासन को बनाना चाहिए। फाइल फेंकने उच्चित नहीं है।
बाजार से हो रही अवैध वूसली,नहीं सून रहा कोई
बैठक में एमआईसी सदस्य व बाजार प्रभारी मेराज रंगरेज काफी नाराज दिखे। उन्होंने कहा कि मुझे प्रभार केवल नाम का दिया गया है। कोई सुनने वाला नहीं है। बाजार में ठेले वाले, गुमटी वालों से अवैध वसूली की जा रही है। इसकी जानकारी मांगने के बावजूद भी निगम के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा नहीं दी जाती है। बाजार से कितनी वसूली हो रही है और कहां जमा हो रहा है इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है। उन्होंने कहा कि मुझे 3 साल से जिम्मेदारी मिली है लेकिन आज तक इसकी वसूली की जानकारी नहीं दी जाती है। केवल मैं प्रभार लेकर बैठा हूं। वहीं इन्होंने गुदारी बाजार की अव्यवस्था को लेकर भी नाराज दिखे। उन्होंने कहा कि गुदरी बाजार में चलने लायक स्थिति नहीं है। सब्जी व्यवसायी सड़क तक पहुंच चुके हैं। शिकायत मिलने पर मैं जब बाजार प्रभारी को फोन करता हूं तो इसका भी कोई पहल नहीं किया जाता है। बाजार प्रभारी नजर अंदाज करते हैं। गुदरी बाजार में आए दिन विवाद की स्थिति निर्मित होते रहती है। हर जगह ठेला व प्लास्टिक तान कर दुकान लगा कर बैठे रहते हैं। लोगों का आने जाने में काफी परेशानी होती है। वहीं इस समस्या को गंभीरता से देखते हुए महापौर ने मोहरीर को फोन लगाने की बात कही तो पता चला की मोहरीर का मोबाइल स्वीच ऑफ है। वहीं महापौर ने उडऩदस्ता प्रभारी को बाजार की व्यवस्था सुधारने की बात कही और कहा कि अगर व्यवस्था सुधारने में किसी तरह की परेशानी हो रही है तो फोर्स लेकर जाएं और व्यवस्था सुधारें। वहीं मॉल के सामने लग रही जाम को देखते हुए महापौर ने मॉल संचालक को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।
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