नई दिल्ली, 31 जुलाई 2022। देश मे मकीपॉक्स के साथ ही चिकनपॉक्स के मामले भी सामने आ रहे है। चूकि त्वचा पर चकते और बुखार मकीपॉक्स और चिकनपॉक्स दोनो के सामान्य लक्षणो मे शामिल है, इसलिए इन लक्षणो ने लोगो मे भ्रम पैदा करने का काम किया है। हालाकि चिकित्सा विशेषज्ञो का कहना है कि दोनो वायरल रोगो के लक्षणो के प्रकट होने के तरीको मे अतर है। विशेषज्ञो ने किसी भी सदेह को दूर करने के लिए डॉक्टरो से सलाह लेने की नसीहत दी है। आइए जाने दोनो बीमारियो मे क्या अतर है और इनको लेकर क्या है विशेषज्ञो की राय…
दरअसल, बेगलुरु हवाई अड्डे पर हुई जाच मे एक इथियोपियाई नागरिक मे मकीपॉक्स के सदिग्ध लक्षण नजर आए थे। मरीज के नमूने जाच के लिए भेजे गए थे। अब इस मरीज मे चिकनपॉक्स की पुष्टी हुई है। पिछले हफ्ते दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल मे बुखार और घावो के साथ मकीपाक्स का एक सदिग्ध मरीज भर्ती किया गया था लेकिन जाच मे उसे चिकनपॉक्स से सक्रमित पाया गया। यानी देश मे मकीपाक्स के साथ ही चिकनपॉक्स के मामले भी आ रहे है।
विशेषज्ञो का कहना है कि मकीपॉक्स एक वायरल जूनोसिस ( यानी जानवरो से मनुष्यो मे प्रसारित होने वाला वायरस) है। इसमे चेचक के रोगियो के लक्षणो के समान ही लक्षण होते है। हालाकि यह चिकित्सकीय रूप से कम गभीर है। चिकनपॉक्स और मकीपॉक्स के मामलो पर मेदाता हॉस्पिटल के डर्मेटोलॉजी विभाग के विजिटिग कसल्टेट रमनजीत सिह ने कहा कि बरसात के मौसम मे वायरल सक्रमण का खतरा अधिक होता है। अन्य सक्रमणो के साथ चिकनपॉक्स के मामले भी बड़े पैमाने पर देखे जाते है। चिकनपॉक्स के सक्रमण मे भी चकते और मतली जैसे लक्षण दिखाई देते है। इस स्थिति के कारण, रोगी भ्रमित हो रहे है और चेचक को मकीपॉक्स समझने लगे है। रमनजीत सिह ने कहा कि यदि लक्षणो पर गौर करे तो रोगी खुद ही निर्धारित कर सकते है कि उन्हे मकीपॉक्स है या नही… मकीपॉक्स आमतौर पर बुखार, अस्वस्थता, सिरदर्द, गले मे खराश और खासी, लिम्फैडेनोपैथी (सूजन लिम्फ नोड्स) से शुरू होता है। ये सभी लक्षण त्वचा के घावो, चकते एव अन्य समस्याओ से चार दिन पहले दिखाई देते है। मुख्य रूप से त्वचा पर घाव हाथ से शुरू होते है और आखे और पूरे शरीर मे फैल जाते है।
फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इस्टीट्यूट के इटरनल चिकित्सा निदेशक डॉ सतीश कौल ने कहा कि मकीपॉक्स मे घाव चिकनपॉक्स से बड़े होते है। अमूमन मकीपॉक्स मे घावो को हथेलियो और तलवो पर देखा जाता है। चिकनपॉक्स मे घाव सात से आठ दिनो के बाद स्वय सीमित हो जाते है। लेकिन मकीपॉक्स मे ऐसा नही है। चेचक मे घाव वेसिकुलर और खुजलीदार होते है। मकीपॉक्स मे घाव व्यापक वेसिकुलर और गैर-खुजली वाले होते है। यही नही मकीपॉक्स मे बुखार की अवधि लबी होती है, साथ ही रोगी मे लिम्फ नोड्स भी बढ़े होते है।
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