- तालाब सौंदर्यीकरण में शासकीय राशि के खर्च पर अनियमितता का आरोप।
- कार्य की मॉनिटरिंग नही होने से ठेकेदार की मनमानी हावी।
- कार्यो को दुबारा करा कर भी शासकीय राशि मे हेर-फेर की चर्चा।
- परिणाम है कि कलेक्टर कोरिया ने जाँच में अधिकारियों को लगाई फटकार फिर भी हालात जस के तस हैं।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 30 जुलाई 2022 (घटती-घटना)। शहर के विस्तार और सौंदर्यीकरण समेत मुख्य सड़क से जाम की समस्या खत्म करने के उद्देश्य से प्रेमाबाग तालाब के आस-पास के क्षेत्र को विकसित करने की योजना बनाई गई थी, जिसके तहत लाखो रुपये की स्वीकृति कर निर्माण कार्य शुरू किया गया, लेकिन निर्माण समेत सौंदर्यीकरण की धीमी गति को देखकर हाल ही में निरीक्षण करने पहुंचे कलेक्टर कोरिया ने नपा अधिकारियों को फटकार लगाई और 15 दिनों के भीतर कार्य पूरा करने का निर्देश भी दिया। किन्तु आम जनता ने नगर पालिका परिषद के तालाब के गहरीकरण और सौंदर्यीकरण के नाम पर केवल शासकीय राशि मे अनियमत्ता का आरोप लगाया है।
बैकुंठपुर नगर पालिका परिषद ने पूर्व में राम मंदिर के पास मौजूद प्राचीन जोड़ा तालाब के गहरीकरण और सौंदर्यीकरण का काम कराया है। जिला प्रशासन ने डीएमएफ मद से इसके लिए राशि स्वीकृत की थी। इस तालाब में करवाए गए कामों को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि तालाब गहरीकरण और सौंदर्यकरण के नाम पर केवल खानापूर्ति हुआ है। वही वर्तमान में कलेक्टर कोरिया कुलदीप शर्मा के निर्देश पर लगभग 25 लाख की लागत से शहर के विस्तार, सौंदर्यीकरण समेत मुख्य सड़कों से जाम की समस्या दूर करने के उद्देश्य से प्रेमाबाग तालाब के आस-पास के क्षेत्र को विकसित किया जा रहा है। वहीं कई कार्य निकाय निधि से भी कराया जा रहा है। फिर भी कार्य की मॉनिटरिंग नही होने से ठेकेदार की मनमानी हावी है वही कई कार्यो को दुबारा करा कर भी शासकीय राशि मे हेर फेर की चर्चाएं हैं। जिसका ही परिणाम है कि कलेक्टर कोरिया ने जाँच में अधिकारियों को फटकार लगाई फिर भी हालात जस के तस हैं ।
सौंदर्यीकरण होने के बाद लोगों को इसका फायदा मिलेगा
जबकि जानकारी अनुसार सौंदर्यीकरण के तहत लाइट, वाल पेंटिंग लोगों को योगा के प्रति प्रोत्साहित करने योगाशन चित्र, पाथ-वे, वॉक-वे का निर्माण कराया जाना है। जहां सुबह और शाम लोग मॉर्निंग और इवनिंग वॉक करने के लिए जा सके। यहां बता दे कि फिलहाल यह सुविधा झुमका पर्यटन स्थल में ही लोगों को उपलब्ध है, जो ग्राम पंचायत सागरपुर में स्थित है और यहां तक टहलने आने में शहर के बीच रहने वालों के लिए दूरी अधिक पड़ती है।जिस कारण यहाँ भी झुमका की तर्ज पर सुविधा का विस्तार किया जा रहा क्योंकि प्रेमाबाग तालाब के चारों ओर आवासीय कॉलोनी होने के साथ कई सरकारी कार्यालय भी हैं। सौंदर्यीकरण होने के बाद लोगों को इसका फायदा मिलेगा।
प्रेमाबाग वर्तमान में है शराबियों का अड्डा
यहां अंधेरा होते ही प्रेमाबाग तालाब शराबियों का अड्डा बन जाता है और खूबसूरत जगह होने के बाद भी यहां शाम को आमजन घूमने-फिरने आने से डरते है। सौंदर्यीकरण के बाद चौपाटी स्थापित होने से आम लोगों का आवागमन बढ़ेगा। वहीं इससे 100 मीटर की दूरी पर चिल्ड्रन पार्क स्थित होने से लोगों को घूमने-फिरने के लिए एक बड़ा प्लेटफार्म मिलेगा।
सफाई के नाम पर खानापूर्ति
जानकारी अनुसार नगर पालिका के जोड़ा तालाब में कमल के फूल को साफ करने में ही लगभग एक लाख रुपये खर्च हो गए जब कि वर्तमान में हालात भी उतनी अच्छी नही हैं जहा निविदा से कार्य कराने में कम लागत में यह कार्य हो सकता था किंतु नगर पालिका के अधिकारी ने दबाव में बिना निविदा ही दो बार मौखिक निर्देश में ही वर्क आर्डर से कार्य कराया जिससे भाजपा अब नगर पालिका अधिकारी पर केवल शासकीय राशि मे खानापूर्ति करने का आरोप लगा रही हैं।
तालाब गहरीकरण और सौंदर्यीकरण में अनियमितता का आरोप
गो सेवक अनुराग दुबे का कहना है कि नगर पालिका सीमा में विगत पांच वर्षों में करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी तालाब की हालत जस की तस है. साल भर धार्मिक कार्यक्रमों में इस तालाब में लोगों का पूजा पाठ के लिए आना जाना लगा रहता है, लेकिन लोगों के घरों से निकलने वाले सैप्टिक टैंक का पानी भी इसी तालाब में आ रहा है, बैकुंठपुर नगर पालिका परिषद तालाब में घाट और लाइटिंग का काम किया जाना है किन्तु नगर पालिका ने प्राचीन जोड़ा तालाब की सफाई की ओर ध्यान नहीं दिया है वही अब घास लगाने का टेंडर जारी किया है जो कि जिले में चरचा का विषय बना हुआ है।
एक करोड़ रुपये की राशि केवल नगर पालिका में तालाब के सौंदर्यकरण में खर्च
वही भाजपा नेता शैलेश शिवहरे ने कहा कि एक करोड़ रुपये की राशि केवल नगर पालिका में तालाब के सौंदर्यकरण में खर्च की गई, जो कि पूर्व पंचवर्षीय से चल रही उसके बावजूद इसके हालात जस के तस हैं वही नगर पालिका के अधिकारी केवल शासकीय राशि खर्च कर कई कार्यो को दुबारा करा रहे जिससे नगर पालिका के कार्यो को लेकर अब यह जिले में चरचा का विषय बना हुआ है।
वही बैकुंठपुर के पूर्व नगर पालिका के अध्यक्ष अशोक जायसवाल ने आरोप लगाने वाले लोगों से पूछा है कि एक करोड़ रुपए आया कहां से पहले ये बताएं. उन्होंने तालाब के काम के लिए बत्तीस लाख रुपए की स्वीकृति मिलने और कुल तेरह लाख रुपए का भुगतान किए जाने की बात कही है. साथ ही यह भी बताया कि अभी बचे हुए पैसे से तालाब में घाट और लाइटिंग का काम किया जाना है. वही प्रेमा बाग तालाब में 25 लाख रुपये की स्वीकृति हुई हैं व पांच लाख का घास का टेंडर किया गया हैं। अशोक जायसवाल
पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष