नई दिल्ली@टारगेट किलिग के बाद सरकारी नौकरी छोड़ रहे कश्मीरी पडित?

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गृह मत्रालय ने बताई सच्चाई
नई दिल्ली, 26 जुलाई 2022।
जम्मू कश्मीर मे कश्मीरी पडितो की टारगेट किलिग को लेकर लबे समय से विरोध प्रदर्शन चल रहा है। इस दौरान पडितो ने कई बार चेतावनी भी दी कि अगर उन्हे पुख्ता सुरक्षा मुहैया नही कराई जाएगी को वे घाटी व सरकारी नौकरी छोड़ देगे। ऐसे मे खबरे भी आई कि प्रधानमत्री विकास पैकेज के तहत काम करने वाले कई कश्मीरी पडितो ने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया। हालाकि अब इसको लेकर केद्र सरकार ने ससद को सारी बात बताई।
गृह राज्य मत्री नित्यानद राय ने मगलवार को लोकसभा को सूचित किया कि जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, प्रधानमत्री विकास पैकेज के तहत काम करने वाले किसी भी कश्मीरी पडित ने विरोध मे इस्तीफा नही दिया है। गृह राज्य मत्री नित्यानद राय ने शिवसेना सासद अरविद सावत और विनायक राउत के सवाल पर लोकसभा मे एक लिखित जवाब मे कहा कि “जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, हाल ही मे कश्मीर घाटी मे कश्मीरी पडित की हत्या के विरोध मे प्रधानमत्री विकास पैकेज के तहत काम करने वाले किसी भी कश्मीरी पडित ने इस्तीफा नही दिया है।”
वर्ष 2017 से जम्मू कश्मीर मे आतकी हमलो मे 28 प्रवासी कामगार मारे गएःसरकार
गृह राज्य मत्री नित्यानद राय ने मगलवार को लोकसभा को बताया कि जम्मू कश्मीर मे सीमापार से प्रायोजित आतकवादियो द्वारा अल्पसख्यक समुदाय के लोगो एव प्रवासी कामगारो को लक्ष्य बनाकर कुछ हमले किये गए तथा वर्ष 2017 से अब तक ऐसे हमलो मे 28 कामगार मारे गए है। निचले सदन मे रीति पाठक, रमा देवी, गीता कोडा, दिलेश्वर कमैत, ज्योतिर्मय सिह महतो, लॉकेट चटर्जी और नवनीत रवि राणा के प्रश्न के लिखितउत्तर मे गृह राज्य मत्री नित्यानद राय ने यह जानकारी दी।
सदस्यो ने पूछा था कि क्या जम्मू कश्मीर मे आतकवादियो द्वारा अल्पसख्यको और बिहार, महाराष्ट्र, झारखड एव मध्य प्रदेश के प्रवासी कामगारो की हत्या की घटनाओ मे वृद्धि हुई है। इस पर गृह राज्य मत्री ने कहा कि सरकार की आतकवाद के खिलाफ ‘कतई बर्दाश्त नही’ करने की नीति है तथा जम्मू कश्मीर मे सुरक्षा की स्थिति मे काफी सुधार हुआ है। उन्होने कहा कि आतकवादी हमलो की सख्या मे काफी गिरावट आई है और यह वर्ष 2018 की 417 घटनाओ से कम होकर वर्ष 2021 मे 229 रह गई है।
राय ने कहा कि सरकार ने जम्मू कश्मीर मे अल्पसख्यको की सुरक्षा के लिये कई उपाय किये है जिसमे एक मजबूत खुफिया एव सुरक्षा ग्रिड, आतकवादियो के खिलाफ सक्रिय अभियान तथा रात मे गहन गश्त आदि शामिल है। मत्री ने कहा कि सीमापार से प्रायोजित आतकवादियो द्वारा अल्पसख्यक समुदाय के लोगो एव प्रवासी कामगारो को लक्ष्य बनाकर कुछ हमले किये गए। उन्होने कहा कि जम्मू कश्मीर सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, वर्ष 2017 से अब तक ऐसे हमलो मे 28 कामगार मारे गए है जिनमे सात कामगार बिहार के, दो महाराष्ट्र और एक झारखड के थे।
गृह राज्य मत्री ने बताया कि सरकार ने घाटी मे कश्मीरी पडितो की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये कई उपाय किये है। उन्होने बताया कि प्रधानमत्री विकास पैकेज के तहत 5,502 कश्मीरी प्रवासियो को सरकारी नौकरी दी गई है। सरकार ने घाटी मे जम्मू कश्मीर सरकार के विभिन्न विभागो मे नियुक्त किये गए/नियुक्त किये जाने वाले कश्मीरी प्रवासी कर्मचारियो के लिये 6,000 ट्राजिट आवासो के निर्माण को मजूरी दी है। राय ने बताया कि जम्मू कश्मीर सरकार ने कश्मीरी प्रवासियो की शिकायतो को निपटाने के लिये 7 सितबर 2021 को एक पोर्टल भी शुरू किया।


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