ऐसे स्वभाव वाले लोगों को गलती से भी न दें कोई सलाह, वरना बन जाएंगे आपके दुश्मन

Share

ज्योतिष डेस्क, नई दिल्ली 20 जुलाई 2022।  महान दार्शनिक, सलाहकार और राजनीतिज्ञ आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति शास्त्र में जीवन से जुड़ी कई बातों का जिक्र किया है। चाणक्य की ये बातें मनुष्य को जीवन में सफलता पाने के लिए प्रेरित करती हैं। यही वजह है कि आज भी लोग चाणक्य नीति की बातों का पालन करते हैं। आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में जीवन के हर क्षेत्र से संबंधित महत्वपूर्ण बातों का जिक्र किया है। कहा जाता है कि अगर इन बातों को ध्यान में रखा जाए तो व्यक्ति समस्याओं से तो बच सकता है। साथ ही एक संतुष्ट और सफल जीवन भी व्यतीत कर सकता है। इसके अलावा आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति शास्त्र में कुछ ऐसे लोगों के बारे में भी जिक्र किया जिन्हें कभी किसी बात पर सलाह नहीं देनी चाहिए। आचार्य चाणक्य कहते हैं कि ऐसे लोग सही बात का भी गलत मतलब निकाल लेते हैं, इसलिए ऐसे लोगों को सलाह देना पूरी तरह व्यर्थ है। यदि आप ऐसे लोगों को सलाह देंगे तो इनके सबसे बड़े दुश्मन बन जाएंगे। आइए जानते हैं किन लोगों को सलाह देने से बचाना चाहिए… 

मूर्ख व्यक्ति
चाणक्य नीति के अनुसार, मूर्ख व्यक्ति को उपदेश नहीं देना चाहिए, क्योंकि मुर्ख व्यक्ति को उपदेश देना पूरी तरह से व्यर्थ होता है। उपदेश हमेशा ऐसे व्यक्ति को देना चाहिए जो उसे समझ सके। ज्ञान की बातें समझना मूर्खों के बस की बात नहीं होती है।

गलत व्यक्ति
जो लोग स्वभाव से ही गलत होते हैं, उन लोगों को अच्छा व्यक्ति हमेशा अपना दुश्मन नजर आता है। चाणक्य नीति के अनुसार, ऐसे लोग हमेशा छल कपट करने की कोशिश करते हैं। यदि आपने इनके सामने कोई अच्छी बात कह दी, तो ये आपको हर हाल में गलत साबित करने की कोशिश करेंगे। इसलिए ऐसे लोगों को सलाह देने का कोई फायदा नहीं है।

लालची व्यक्ति 
चाणक्य नीति के अनुसार, लालची व्यक्ति को सलाह देने का कोई फायदा नहीं। इन्हें सलाह देना मतलब इन्हें अपना दुश्मन बनाना है। ऐसे लोग हर कार्य धन के लालच में ही करते हैं। लालच और लोभ के चक्कर में ये लोग गलत मार्ग पर चलने में भी परहेज नहीं करते। 

शक करने वाले
किसी भी रिश्ते में शक को जगह नहीं देनी चाहिए। यदि पति या पत्नी एक दूसरे पर शक करने वाले हों, तो ऐसे लोगों से हमेशा दूर ही रहें। ऐसे लोग समझाने या रोक-टोक करने पर सलाह देने वाले को ही अपना दुश्मन मान लेते हैं।


Share

Check Also

कांग्रेस और राजनैतिक मनभेद

Share घटती घटना/अशोक ठाकुरविवाद,अर्न्तकलह,भीतरघात, आपसी आरोप-प्रत्यारोप व परिवारवाद की राजनीति का चोली-दामन का साथ नेहरु …

Leave a Reply