अम्बिकापुर,18 जुलाई 2022(घटती-घटना)। बच्चों का विकास सुनिश्चित करने हेतु उनके अधिकारों की रक्षा करना आवश्यक है। सभी आवश्यक अधिकार व सुविधाएँ उन तक पहुंचे यह समाज का बुनियादी कर्तव्य है। बाल हितैषी गांव बनाने के लिए केंद्रीय पंचायत मंत्रालय ने 30 संकेतक चिन्हित किये हैं। जिसके उचित क्रियान्वयन से बाल हितैषी गांव बनाये जा सकते हैं। यह बात यूनिसेफ द्वारा आयोजित बाल अधिकार वेधशाला में सरगुजा, सूरजपुर, बलरामपुर, कोरिया, जशपुर एवं मनेन्द्रगढ़ से पहुंचे त्रिस्तरीय पंचायतीराज व्यवस्था से जुड़े जनप्रतिनिधियों से बात करते हुए यूनिसेफ के कएम्युनिकेश स्पेसलिस्ट सैम सुधीर बांडी ने प्रजेंटेशन के माध्यम से कही। उन्होंने प्रजेंटेशन के माध्यम से बच्चों के 54 प्रकार के अधिकार एवं 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए सरकार से मिले अधिकारों से अवगत कराया सहित सेफ एवं अनसेफ टच, चाईल्ड लाईन सहित विभिन्न विषयों को लेकर होटल एवलॉन में आयोजित कार्यक्रम में जानकारी दी। इसके पश्चात जनप्रतिनिधियों के बीच सामुहिक चर्चा की गई और उनसे उनके क्षेत्र में बच्चों के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली गई।
इस दौरान सीतापुर के जनपद उपाध्यक्ष शैलेष सिंह ने कहा कि सर्वप्रथम हमें अनुशासन की आवश्यकता है। बच्चों को अधिकार तो दिया जायेगा, लेकिन उन्हें भी एक अनुशासन में बंधना होगा। अनुशासन में जब तक हर कोई जनप्रतिनिधि, आम जनता, माता-पिता, शिक्षक, बच्चे सभी अनुशासन में नहीं बंधेंगे तब तक सर्वांगीण विकास संभव नहीं है। बलरामपुर के जनपद अध्यक्ष विनय पैकरा ने बताया कि मैं बच्चों के माध्यम से ही। अपने मतदाताओं तक पहुंचता हूँ, स्कूल, कॉलेज, आंगनबाड़ी में लगातार जाता हूँ, बच्चों को कुछ न कुछ अलग कार्य के लिए हमेशा प्रोत्साहित करता हूँ। स्कूल एवं आंगनबाड़ी को कैसे सुंदर, स्वच्छ बनाया जाये इस पर कार्य कर रहे हैं और आज यूनिसेफ के इस कार्यक्रम में जो 30 बाल हितैषी संकेतक बताये गए हैं, उस पर कार्य कर, आप सभी से सहयोग लेकर और अच्छा कार्य करेंगे। जिला पंचायत सदस्य सरला सिंह ने सेफ स्कूल और आंगनबाड़ी कैसे बने इस पर कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि हम सब को डीसीप्लेन, लिमिटेशन और टाइम मैनेजमेंट से हर कार्य को बांधने की आवश्यकता है, तभी हम बेहतर कार्य बच्चों के लिए कर सकते हैं। हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं कि शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर लगातार कार्यरत हैं, आप के सहयोग से जरूर ऐसे मॉडल गाँव बनाएंगे जो बाल हितैषी हो। जनपद उपाध्यक्ष लखनपुर अमित सिंहदेव ने कहा कि हम सब बच्चों को अच्छी शिक्षा, अच्छा स्वास्थ्य, खेल सुविधा और अच्छे विकास के लिए सतत प्रयत्नशील हैं, आप सभी के सहयोग से बच्चों के बेहतर विकास हेतु लगातार कार्य करेंगे। जनपद अध्यक्ष भोजवंती सिंह ने क्षेत्र में महिलाओं और लड़कियों के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए और अच्छा करना है आप सब सहयोग दें और वेधशाला से मिले सुझावों को लागू करेंगे।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष कोरिया रेणुका सिंह ने अपना सुझाव रखते हुए कहा कि क्षेत्र में नशा के रोकथाम हेतु कार्य करने की आवश्यकता है। नशा हर एक परेशानी का कारण है चाहे वह शिक्षा हो, गरीबी हो अथवा बीमारी हर जगह यदि मूल बात जब ढूंढेंगे तो पाएंगे कि कहीं न कहीं नशा के कारण समाज खासकर हमारा आदिवासी समाज परेशानी में है। बिहारी लाल तिर्की, जनपद सदस्य लखनपुर ने कहा कि हमारे आदिवासी भाईयों के लिए सरकार की तमाम योजना है लेकिन उसका सही तरीके से प्रचार प्रसार नहीं होने से उन तक नहीं पहुंच पाता है। यदि सरकार की सभी योजनायें ही सही तरीके से मिलने लगे तो बच्चों का सर्वांगीण विकास हो जायेगा। ममता चौहान, यूनिसेफ डीएमसी ने कहा कि मैंने अभी सुना कई जनप्रतिनिधियों ने बच्चों को लेकर कई तरह की समस्या और समाधान दिया, मेरा मानना है कि हम बच्चों को केवल स्कूल में पुस्तकें पढ़ने नहीं भेजते, हम वहां पर सीखने भेजते हैं, जहां पढ़ाई के साथ-साथ हर तरह की शिक्षा और सीख है, इस ओर भी हमें ध्यान देने की आवश्यकता है। कार्यक्रम के विशेषज्ञों का परिचय एवं विषय-बिंदु मानव संसाधन संस्कृति विकास परिषद के मनोज भारती ने दी। कार्यक्रम का संचालन चिराग सोशल वेलफेयर सोसायटी के मंगल पांडेय एवं छत्तीसगढ़ प्रचार एवं विकास संस्थान के अनिल मिश्रा ने किया। नव युवा जागरण संस्था से राणा प्रताप सिंह ने आभार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में बच्चों के अधिकारों पर सरगुजा साइंस ग्रुप के अंचल ओझा ने भी अपने सुझाव दिये। शियती फाउंडेशन से सुनिधि शुक्ला, मुस्लिम महिला लोक सेवा समिति से सुल्ताना सिद्दीकी एवं नसरीन एहसन, जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता, शैलेन्द्र प्रताप सिंह, विभिन्न जिलों से पहुंचे जनपद पंचायत सदस्य सुशीला, सहित नगर पंचायत जरही के अध्यक्ष बीजू दासन सहित काफी संख्या में जिला पंचायत एवं जनपद सदस्य उपस्थित थे। वहीं यूनिसेफ के साथ जुड़कर बच्चों के मुद्दे पर कार्य कर रहे एनजीओ के प्रतिनिधि एवं पत्रकारगण गिरधर कुमार, सुनील ठाकुर, सूरज गुप्ता, क्रांति रावत, ललन सिंह, अफरोज खान, मनोज कुमार सहित यूनिसेफ के स्टेट कोऑर्डिनेटर संदीप कुमार राव सहित काफी संख्या में जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, पत्रकारों की उपस्थिति रही।
Check Also
अंबिकापुर,@बाइक सवार तीन बदमाशों ने लुचकी घाट के पास युवती का स्कूटी व मोबाइल लूटे
Share अंबिकापुर,25 नवम्बर 2024 (घटती-घटना)। शहर से लगे लुचकी घाट के पास 23 नवंबर की …