कांग्रेस विधायक दल की बैठक में उठा टीएस के पद छोड़ने का मुद्दा, विधायकों ने की सिंहदेव पर कार्यवाही की मांग
रायपुर 18 जुलाई 2022। राष्ट्रपति चुनाव में मतदान को लेकर मुख्यमंत्री आवास में आयोजित कांग्रेस संगठन की बैठक में मंत्री टीएस सिंहदेव का मुद्दा छाया रहा। बैठक में सिंहदेव पर कार्रवाई की मांग की गई। सिंहदेव के पक्ष व विपक्ष में बंटे विधायकों के अपने अपने तर्क रहे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया की मौजूदगी में कुछ विधायकों ने कहा कि सिंहदेव का पत्र लिखकर सार्वजनिक करना अनुशासनहीनता है वे पार्टी फोरम में बात रख सकते थे।
पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार विधायकों ने कहा कि इस प्रकरण से सरकार की छवि पर असर पड़ा है। जनता ने जिस भरोसे से पार्टी को चुना है, एक मंत्री के विभाग छोड़ने से उस पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। साढ़े तीन साल से भाजपा मुद्दे के अकाल से जूझ रही थी, सिंहदेव ने बड़ा मुद्दा दे दिया। जिन बातों को भाजपा उठाती थी उसे पत्र के माध्यम से सार्वजनिक कर दिया। बैठक में कुछ विधायकों ने कहा कि आखिर किन परिस्थितियों में उन्होंने यह कदम उठाया यह भी देखा जाना चाहिए। कुछ विधायकों ने कहा यह बड़ी घटना है, शीर्ष नेतृत्व को गंभीरता से विचार करना चाहिए। विधायकों की बात सुनने के बाद पीएल पुनिया ने कहा आपकी बातों को केंद्रीय संगठन तक पहुंचा दूंगा। रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास में कांग्रेस विधायक दल की बैठक करीब दो घंटे चली। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में चौबे ने कहा कि अधिकांश विधायकों ने सिंहदेव के त्यागपत्र पर सवाल उठाया है।
गौरतलब है कि राज्य में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव ने शनिवार को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से इस्तीफा दे दिया था। मंत्री के इस्तीफे के बाद कांग्रेस ने मुख्यमंत्री निवास में विधायक दल की बैठक बुलाई, जिसमें सिंहदेव मौजूद नहीं थे। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने रविवार को बताया कि आज शाम 7.30 बजे के बाद पार्टी के विधायक दल की बैठक शुरू हुई और दो घंटे से अधिक समय तक चली। बैठक में कांग्रेस के 71 विधायकों में से 64 विधायक पहुंचे थे जिनमें मंत्रिमंडल के सदस्य भी शामिल हैं। सिंहदेव के इस्तीफे के बाद रविवार को हो रही कांग्रेस विधायक दल की बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। छत्तीसगढ़ के 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 71, भारतीय जनता पार्टी के 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के तीन और बसपा के दो विधायक हैं।
इन पदों पर बने रहेगे टीएस
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री बघेल के साथ कथित मनमुटाव के बाद सिंहदेव ने शनिवार को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, वह लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, बीस सूत्रीय कार्यान्वयन और वाणिज्यिक कर (जीएसटी) विभाग के मंत्री बने रहेंगे।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक: सिंहदेव के पत्र से आहत हैं कई विधायक चौबे
छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के विधायक दल की बैठक में विधायकों ने मंत्री टीएस सिंहदेव के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से इस्तीफे के तरीके पर प्रश्न सवाल खड़ा किया है। राज्य के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने रविवार को कहा कि विधायक उनके इस्तीफे से आहत हुए हैं। रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास में कांग्रेस विधायक दल की बैठक करीब दो घंटे चली। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में चौबे ने कहा कि अधिकांश विधायकों ने सिंहदेव के त्यागपत्र पर सवाल उठाया है। चौबे ने कहा, ”माननीय महाराज साहब (टीएस सिंहदेव) ने जिस तरीके से छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के विधायक दल की बैठक में विधायकों ने मंत्री टीएस सिंहदेव के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से इस्तीफे के तरीके पर प्रश्न सवाल खड़ा किया है। राज्य के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने रविवार को कहा कि विधायक उनके इस्तीफे से आहत हुए हैं। पत्र में उन्होंने विभाग छोड़ने की जो बात कही है तथा उसमें उन्होंने जिन बिंदुओं का उल्लेख किया है उससे अधिकांश विधायक अपने खुद को आहत महसूस कर रहे हैं।” मंत्री ने बताया, ”कांग्रेस विधायकों ने पार्टी के राज्य प्रभारी पीएल पुनिया के सामने अपनी बात रखी। वह आलाकमान के प्रतिनिधि हैं, वह हाईकमान में अपनी बात कहेंगे। मैं समझता हूं कि कोई सम्मानजनक हल निकलेगा।’’ चौबे ने बताया कि बैठक में सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए होने वाले मतदान पर भी विधायकों से चर्चा की गई।
क्या कहा मुख्यमंत्री ने
वहीं, मुख्यमंत्री से सिंहदेव के इस्तीफे के कारण राज्य में उत्पन्न नये हालात के संबंध में सवाल करने पर उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी मीडिया से मिली है और त्यागपत्र मिलने के बाद वह उसपर विचार करेंगे। बघेल ने कहा, ”मुझे मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है। मुझे वह (चार पन्नों का त्याग पत्र) पत्र नहीं मिला है। मिलेगा तब मैं परीक्षण करूंगा। मेरी उनसे चर्चा नहीं हुई है। कल रात में फोन लगाया था। लेकिन बात नहीं हो सकी।”
क्या कहा पीएल पुनिया ने
वहीं, 15 जुलाई से राज्य के दौरे पर आए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल, मुख्यमंत्री बघेल और सिंहदेव से बात की है। पुनिया ने कहा कि सिंहदेव ने मुख्यमंत्री से उन्हें पंचायत विभाग के प्रभार से मुक्त करने का अनुरोध किया है और बघेल को अनुरोध पत्र मिलने के बाद इस मुद्दे का समाधान किया जाएगा।
विधानसभा सत्र के दौरान रहेंगे गुजरात में
मंत्री टीएस सिंहदेव विधायक दल की बैठक में नहीं पहुंचे। कह दिया उनका अपने क्षेत्र में पहले से कार्यक्रम तय था। सिंहदेव सुबह राजधानी आएंगे। यहां राष्ट्रपति के चुनाव में वोट डालने के बाद वे दिल्ली रवाना हो जाएंगे। वहां वे केंद्रीय नेताओं के सामने अपना दर्द बयां करेंगे। सिंहदेव वहां से सीधे गुजरात रवाना होंगे। पार्टी ने उन्हें गुजरात का पर्यवेक्षक बनाया है। विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान वे गुजरात में ही रहेंगे। ज्ञात हो कि शनिवार को सिंहदेव ने अफसरों की दखलअंदाजी, पेसा कानून के प्रारूप में बदलाव, जन घोषण पत्र में किए गए वादों को पूरा करने में अड़ंगा आदि आरोप लगाकर पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से मुक्त करने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था।
भाजपा लाएगी अविश्वास प्रस्ताव
मंत्री सिंहदेव प्रकरण के बाद अब भाजपा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में है। भाजपा विधायक दल की बैठक में अविश्वास प्रस्ताव के बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई है। इस प्रकरण के बाद विधानसभा के मानसून सत्र के हंगामादार होने की संभावना है।