पटना व मनेंद्रगढ़ के थाने में क्या निरीक्षक होंगे थानेदार या उप निरीक्षक की होगी पदस्थापना।
एक उप निरीक्षक पटना थाना आने की जुगत में जो पटना थाने में कई बार कर चुके हैं काम।
उपनिरीक्षक जो पटना थाना आना चाह रहे उन पर पुलिस थाना पटना में रहते हुए लग चुका है आरोप।
आरोप मामले में उच्च न्यायालय में चल रहा है उपनिरिक्षक पर प्रकरण।
उपनिरीक्षक की पटना थाना प्रभारी बनने की है मंशा,लगातार देखे जा रहें हैं पटना में।
पटना में राजनीतिक लोगों से संपर्क बनाकर आना चाहते हैं उपनिरीक्षक पटना थाना।
जिले में कई निरीक्षक लाइन में सम्हाल रहें हैं जिम्मेदार,क्या उन्हें मिलेगा थाना।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 14 जुलाई 2022 (घटती-घटना)। नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक के पदभार ग्रहण करते ही लोगों द्वारा यह कयास लगाया जा रहा है कि नए पुलिस अधीक्षक द्वारा अपना कार्यभार ग्रहण करने उपरांत जिले के कई थानों के थानेदार बदले जाएंगे और वह ऐसे थानेदार हैं जो कई वर्षों से एक ही पुलिस थाने में पदस्थ हैं। थानेदारों को बदलकर नए पुलिस अधीक्षक अपने अनुसार जिले की पुलिसिंग तय करेंगे यह भी कयास लगाया जा रहा है अब क्या निरीक्षकों को थानेदार का पद मिलेगा या फिर पुराने ढर्रे पर ही जिले का पुलिस विभाग चलेगा और उपनिरीक्षक थाने में थानेदार बनने के लिए जोर आजमाइश करेंगे और निरीक्षक फिर से लाइन में ही नजर आएंगे। यदि नए पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले में पदस्थ और उपलब्ध निरीक्षकों को थानों की जिम्मेदारी दी जाती है तो ऐसे में कई नामचीन थानों में थानेदार बनने का ख्वाब लिए बैठे उपनिरीक्षक पर भारी पड़ सकता है पुलिस अधीक्षक का निर्णय।
लाइन में बैठे निरीक्षक जिन्हें पुलिस थाने नहीं मिल पा रहें हैं उनको लेकर पूर्व में पुलिस महानिदेशक का एक फरमान भी जारी हुआ था जिसमें यह कहा गया था कि निरीक्षकों के होते हुए उप निरीक्षकों को थाना का प्रभार नहीं दिया जाएगा। ऐसे में सबसे चर्चित मनेंद्रगढ़ पुलिस थाना, पटना पुलिस थाना जहां जिले में निरीक्षकों के रहने उपरांत उप निरीक्षक थानेदार बनकर बैठे हैं क्या स्थानांतरण के बाद जिले में पदस्थ हुए थानेदारों को यहां का पदभार मिलेगा और वह थानेदार इन पुलिस थानों के बन सकेंगे यह देखने वाली बात होगी। कुछ उप निरीक्षक जो अच्छे थानों का स्वाद चख चुके हैं क्या उन्हें अब जंगल के थानों की ओर भेजा जाएगा ताकि उधर का भी स्वाद वाह चख सकें यह भी नए पुलिस अधीक्षक के तबादला सूची से स्पष्ट होगा।
जिले में पदस्थ हैं निरीक्षक,फिर भी उप निरीक्षकों के भरोसे बड़े पुलिस थाने
जिले में निरीक्षकों की कमी नहीं है फिर भी बड़े पुलिस थानों में उप निरीक्षक ही थाना प्रभारी बने हुए हैं। जिले में कुछ उप निरीक्षक ऐसे हैं जिनकी विभागीय पकड़ और राजनीतिक पकड़ इतनी ऊंची है कि उन्हें कोई न कोई बड़ा पुलिस थाना ही प्रभार स्वरूप मिल जाता है जबकि निरीक्षक लाइन में ही समय काट रहे हैं। जुगाड़ और सेटिंग से उप निरीक्षक लंबे समय से जिले में थानेदारी कर रहें हैं और नए पुलिस अधीक्षक से उम्मीद होगी कि वह निरीक्षकों को पुलिस थाना जरूर प्रदान करेंगे।
पुलिस थाना पटना के प्रभार के लिए दौड़ड़ लगाते देखे जा रहें हैं एक उप निरीक्षक
पुलिस थाना पटना जिले के बड़े पुलिस थानों में से एक है और यह क्षेत्र अवैध कारोबार का गढ़ भी है, कोयला सहित नशीली दवाइयों का व्यवसाय इस पुलिस थाना क्षेत्र में बड़ी मात्रा में होता है। पूर्व पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह जिन्होंने नशा मुक्ति अभियान निजात को जिले में आरंभ कर नशे के कारोबारियों पर कार्यवाही करना प्रारंभ किया था तो सबसे ज्यादा इसी क्षेत्र से गिरफ्तारी हुई थी। अब इस थाने में खुद की पदस्थापना के लिए एक उप निरीक्षक परेशान नजर आ रहें हैं और वह हर संभव प्रयास कर रहें हैं ऐसी सूचना मिल रही है। पुलिस थाना पटना में अपनी पदस्थापना के लिए वह लगातार पटना पहुंच रहें हैं और राजनीतिक लोगों से मुलाकात कर रहें हैं यह भी देखा जा रहा है। जुगाड़ में माहिर उक्त उप निरीक्षक को पुलिस थाना पटना किसी भी तरह प्रभार में चाहिये यह खबरें सामने आ रहीं हैं और वह जुगाड़ में लगे हुए है।
थाना पटना में तिबारा आनने की इच्छा रखने वाले उक्तउप निरीक्षक पर लग चुका है आरोप,पूर्व में हो चुका है थाने का घेराव
पुलिस उप निरीक्षक के रूप में जिले के एक थाने के प्रभार में काम कर रहे उक्त उप निरीक्षक पर पूर्व में पुलिस थाना पटना में रहते हुए आरोप लग चुका है और वह मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है और उसी मामले में पुलिस थाना पटना के घेराव हो चुका है ऐसे में क्या पुनः उनकी पदस्थापना पुलिस थाना पटना में की जाती है या नहीं यह पुलिस अधीक्षक तय करेंगे, लेकिन उप निरीक्षक अपने स्तर पर पूरा प्रयास कर रहें हैं यह बात सुनी ज रही है।
मनेन्द्रगढ़ व पुलिस थाना पटना में थानेदार बने बैठे हैं उप निरीक्षक
वर्तमान में जिले के दो बड़े पुलिस थानों में उप निरीक्षक अपने जुगाड़ से थाना प्रभारी की जिम्मेदारी सम्हाल रहें हैं। पुलिस थाना पटना और मनेन्द्रगढ़ व पटना में प्रभारी उप निरीक्षक हैं और लंबे समय से दोनों जमे हुए हैं।
मनेंद्रगढ़ व पटनापुलिस थाना क्षेत्र में जारी है अवैध कार्य
जिले के दोनों पुलिस थानों पटना और मनेंद्रगढ़ में अवैध कारोबार जारी है और अपने कार्यकाल के दौरान दोनों उप निरीक्षक जो वर्तमान में पदस्थ हैं अवैध कारोबार नहीं रोक सके हैं ऐसे में इन थानों की जिम्मेदारी अब किसी निरीक्षक को देने की जरूरत है ऐसा लोगों के मानना है। अब नए पुलिस अधीक्षक क्या निर्णय लेते हैं यह तबादला सूची जारी होने उपरांत पता चल सकेगा।
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