एजेंसी, मॉस्को 13 जुलाई 2022। अमेरिकी वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म जूम पर भी 10 लाख रूबल का जुर्माना लगाया गया है। उसे भी स्थानीय डाटा रूस में स्टोर नहीं करने का दोषी पाया गया। यह कार्रवाइयां रूस-यूक्रेन युद्ध के परिपेक्ष्य में देखी जा रही हैं।
रूस ने अमेरिकी टेक कंपनी एपल पर 20 लाख रूबल (करीब 27.20 लाख रुपये) जुर्माना लगाया। आरोप थे कि उसने रूसी नागरिकों का निजी डाटा रूस में ही बने सर्वरों पर स्टोर नहीं किया। एपल पर पहली बार रूस में इस प्रकार से जुर्माना लगा है।
यहां की तागांस्की जिला अदालत द्वारा लगाया गया जुर्माना हाल में पश्चिमी देशों की टेक कंपनियों पर रूस की सख्ती का हिस्सा है। अमेरिकी वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म जूम पर भी 10 लाख रूबल का जुर्माना लगाया गया है। उसे भी स्थानीय डाटा रूस में स्टोर नहीं करने का दोषी पाया गया। यह कार्रवाइयां रूस-यूक्रेन युद्ध के परिपेक्ष्य में देखी जा रही हैं। यह अमेरिकी कंपनियां लगातार रूस विरोधी रुख अपनाए हुए हैं। जवाब में रूस ने फेसबुक और इंस्टाग्राम को गैर-कानूनी सामग्री फैलाने के लिए जहां प्रतिबंधित कर दिया था, वहीं ट्विटर को ब्लॉक कर रखा है।
फरवरी में शुरू हुए विवाद…24 फरवरी को रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद हालात बदले हैं। एपल ने अपनी एपल-पे सेवाएं रूस में बंद कर दीं। उत्पादों की बिक्री और अन्य सेवाएं भी रोक दीं। एजेंसी
एपल ने दिसंबर 2018 में रूसी जनसंचार नियामक एजेंसी रोस्कोंनेडजोर को बताया कि वह 2014 में बने रूसी कानून के अनुसार स्थानीय नागरिकों का निजी डाटा रूस में ही स्टोर कर रहा है। इस साल फरवरी में अपने अधिकारियों का रूसी कार्यालय भी बनाने वाली एपल पहली कंपनी बनी, जो नए नियमों के अनुसार जरूरी था।
- रूस ने वेकेशन रेंटल कंपनी एयरबीएनबी, वीडियो स्ट्रीमिंग कंपनी ट्विच, फोटो प्लेटफॉर्म पिंट्रस्ट पर 20-20 लाख रूबल के जुर्माने लगाए।
- प्रोफेशनल नेटवर्किंग साइट लिंक्डइन को रूस में ही डाटा स्टोर नहीं करने पर ब्लॉक किया।
- 600 टेक कंपनियों की सूची जारी कर रूसी सरकार ने बताया कि यह स्थानीय कानूनों का पालन कर रही हंै, बाकी कंपनियां भी इनसे सीखें।