अम्बिकापुर, 08 जुलाई 2022(घटती-घटना)। आम जनता से अच्छा संबंध बनाने की पुलिस अधीक्षक द्वारा दी गई नसीहत पर कितना अमल उनके अधीनस्थ कर रहे हैं, यह अधिवक्ताओं के भड़के आक्रोश से सामने आ रहा है। महिला थाने में एक अधिवक्ता के साथ महिला थाना प्रभारी द्वारा किए गए दुर्व्यवहार की जानकारी अधिवक्ता संघ तक पहुंची और प्रतिनिधिमंडल अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन के माध्यम से उक्ताशय की जानकारी दिया। इनके द्वारा संबंधित महिला थाना प्रभारी पर अधिवक्ता के साथ किए गए दुर्व्यवहार पर रोष जताते हुए कार्रवाई की मांग की गई है।जानकारी के मुताबिक जिला न्यायालय के अधिवक्ता अशोक ठाकुर अपने क्लाइंट के साथ शहर के महिला थाना गए थे। इसी बीच महिला थाना प्रभारी ने कुछ सवाल किए जिस पर अधिवक्ता ने उसका जवाब दिया। आरोप है कि इसी बीच थाना प्रभारी का बातचीत करने का लहजा बदल गया और उन्होंने अधिवक्ता के थाना आने पर सवाल उठाया। अधिवक्ता अशोक ठाकुर का आरोप है कि उनके साथ थाना प्रभारी का व्यवहार एक अपराधी के समान था। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष प्रवीण गुप्ता का कहना है कि एक अधिवक्ता के साथ जिस प्रकार अभद्रता महिला थाने के प्रभारी ने की वह ठीक नहीं है। पुलिस अधीक्षक को अधिवक्ता संघ ने ज्ञापन सौंपकर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है। कहा गया है कि थानों में पुलिस आरक्षक से लेकर थाना प्रभारी के द्वारा दुर्व्यवहार करने का यह कोई नया मामला नहीं है। नए पुलिस अधीक्षक के आने के बाद आम जनता में तब्दीली की उ मीद थी लेकिन जो रवैया सामने आ रहा है, उससे पुलिस व जनता को उ मीद थी कि पुलिस के व्यवहार में तब्दीली आएगी, जनता और पुलिस के बीच बेहतर तालमेल होगा, लेकिन इसके लिए पुलिस अधिकारियों के द्वारा की गई पहल कैसे सार्थक होगी, इसे लेकर प्रश्नचिन्ह लग रहे हैं। पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपने के दौरान पूर्व अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अशोक दुबे, चंद्रेशनंदन झा, अशोक ठाकुर सहित अन्य अधिवक्ता उपस्थित थे।
