- प्रथम नगरपालिका अध्यक्ष स्व तीरथ गुप्ता को शहर का विकास पुरुष बताकर किया गया नामकरण।
- नामकरण के बाद अब नामकरण को लेकर श्रेय की होड़ में जुटे नेता।
- सोशल मीडिया का प्लेटफार्म बना श्रेय लेने के लिए जंग का मैदान।
- अपने-अपने समर्थकों से नेताओं द्धारा श्रेय लेने सोशल मीडिया में कराया जा रहा प्रचार।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 06 जुलाई 2022 (घटती-घटना)।बैकुंठपुर नगरपालिका के घड़ी चौक के समीप स्थित शॉपिंग काम्प्लेक्स का नाम अब स्व तीरथ गुप्ता कॉम्प्लेक्स कर दिया गया है। स्व तीरथ गुप्ता बैकुंठपुर नगरपालिका के प्रथम अध्यक्ष इस नाते माने जाते हैं क्योंकि उन्ही के नगरपंचायत अध्यक्ष रहने के दौरान ही बैकुंठपुर नगरपालिका बन सका था और नगरपालिका बनाने स्व तीरथ गुप्ता के प्रयासों को सभी जानते व स्वीकार भी करते हैं कि उनकी ही इक्षा से ऐसा संभव हो सका था और बैकुंठपुर नगरपंचायत से नगरपालिका बन पाया था। स्व तीरथ गुप्ता ने अपने कार्यकाल में बैकुंठपुर में बहोत सारे विकास कार्य किये थे जिसमें कई कार्य आज भी उनकी कार्यकाल की विकास गाथा कहते नजर आते हैं।
स्व तीरथ गुप्ता के नाम से बैकुंठपुर के मुख्य चौक के शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का नाम करने भले ही स्व तीरथ गुप्ता को उनके बैकुंठपुर शहर विकास को लेकर किये गए कार्यों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि दी गई हो लेकिन अब यही विषय श्रेय लेने का भी बन चुका है और सोशल मीडिया श्रेय लेने के लिए जंग का मैदान बन चुका है। शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का नाम स्व तीरथ गुप्ता के नाम पर करने के प्रस्ताव को वैसे तो नगरपालिका बैकुंठपुर से मंजूरी मिली और इस मंजूरी में कौन कौन ऐसा शामिल था जिसने इसकी सहमति दी यह बात तो खुलकर सामने नहीं आ रही है लेकिन फिलहाल अपने अपने समर्थकों के सहारे शहर के ही जनप्रतिनिधियों द्धारा सोशल मीडिया में इसबात का प्रचार किया जा रहा है कि आखिर क्यों और किसके प्रयासों से ऐसा हो सका है।
एक तरफ नगरपालिका उपाध्यक्ष इसको संसदीय सचिव की सोच व अपना प्रयास बता रहें हैं वहीं दूसरी तरफ पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष इसे पार्षद संजय जायसवाल की तरफ से लाया गया प्रस्ताव बता रहें हैं। कुल मिलाकर श्रेय लेने की होड़ लगी हुई है और सभी श्रेय लेने में लगे हुए हैं। वहीं कांग्रेस पार्टी के अविभाजित कोरिया जिले के कई नेताओं ने इसे कांग्रेस पार्टी की एक बेहतर सोच बताकर पार्टी को श्रेय देने का प्रयास किया है और उनका कहना है कि कांग्रेस पार्टी में व्यक्ति के काम और उसकी मेहनत को नाम दिया जाता पार्टी और संगठन को नहीं। अब शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का नाम स्व तीरथ गुप्ता के नाम से कर तो दिया गया है और कांग्रेस पार्टी के लिए शहरवासियों को अपनी बेहतर सोच बताने का मौका भी मिल गया है लेकिन इन सभी विषयों के बीच आखिर श्रेय लेने की होड़ क्यों मची हुई है यह समझ से परे है क्योंकि यदि स्व तीरथ गुप्ता जी को सच्ची श्रद्धांजलि दी गई है तो इसमें श्रेय लेने का विषय बिल्कुल नहीं होना चाहिए था और यह बात सोशल मीडिया में श्रेय के होड़ का विषय नहीं बनना चाहिए था।