जिले के नेताओं को भी बताया विकास विरोधी,फिर किया खंडन,भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं की पार्टी विरोधी गतिविधियों की शिकायत उच्च पदाधिकारियों से
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 05 जुलाई 2022(घटती-घटना)। विगत दिनों मुख्यमंत्री की भेंट मुलाकात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा पटना को नगर पंचायत बनाने की घोषणा के बाद कांग्रेसियों से भी पहले पटना क्षेत्र के कुछ भाजपाइयों ने एक साथ बैठकर, फोटो खींचाकर, पटाखाफोड़ कर मुख्यमंत्री की तारीफ की। हालांकि अच्छे कार्यों और स्वागतयोग्य निर्णयों का स्वागत होना चाहिए परंतु जब उनसे पत्रकारों ने सवाल पूछा कि यह तो पार्टी की रीति नीति के खिलाफ बगावत है, तो उन्होंने सरेआम जवाब दिया कि यह कार्य तो 2014/2018 में ही संभव था परंतु अपने लोगों द्वारा ही नहीं बनने दिया गया था। जिस पर अखिलेश गुप्ता के अनुसार सवाल यह उठता है कि उस समय भाजपा की सरकार थी, क्षेत्र में भाजपा के विधायक और मंत्री थे, तो क्या यह आरोप अपरोक्ष रूप से उन्हीं के ऊपर लगाया गया है? यदि ऐसा है तो यह मामला उसी समय तत्काल सामने क्यों नहीं लाया गया?
चुंकि अपनी ही सरकार के खिलाफ बयान बाजी पार्टी कार्यकर्ताओं के जोश को कम कर देता है। तत्कालीन समय में पटना के नगर पंचायत न बन पाने का कारण चाहे जो भी रहा हो, परंतु सार्वजनिक मंच पर ऐसी बयानबाजी पार्टी विरोधी गतिविधियों को इंगित करती है और विपक्षी पार्टियों को खुलकर बोलने, घेरने का मौका मिल जाता है। सवाल नगर पंचायत बन जाने पर खुशी जाहिर करने का नहीं है, क्षेत्र के विकास के लिए सरकार द्वारा पटना को नगर पंचायत बनाए जाने का निर्णय स्वागत योग्य कदम है। हर लाभान्वित और आशान्वित नागरिक इसकी खुशी जाहिर कर रहे हैं। परंतु लंबे समय से नगर पंचायत न बन पाने का ठीकरा परोक्ष अपरोक्ष रूप से विगत समय पर रही सरकार और उसके प्रतिनिधियों पर थोपना कहां तक उचित है। वह भी उन लोगों के द्वारा जो पार्टी में उच्च पदों को सुशोभित किए और सरकार के जाते ही पार्टी कार्यक्रमों से दूरी बना ली। एक ओर जहां 15 वर्ष के सत्ता शासन के बाद 15 सीटों पर सिमटी भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को एकजुट कर जोश खरोश के साथ आगामी विधानसभा चुनाव में मैदान में उतरने की बात कर रही है। वहीं ऐसे आरोप-प्रत्यारोप कार्यकर्ताओं का मनोबल गिराने का कार्य कर रहे हैं।
भाजपाईयो को की मांगा हो कार्यवाही
इस बयान के बाद भाजपाईयो में कार्यवाही की मांग उठाने लगी, यदि ऐसे लोग पुर्व में पटना के नगर पंचायत न बन पाने का ठीकरा अपनी सरकार को दे रहे हैं, तो इन पार्टी पदाधिकारियों द्वारा पार्टी पर ही तोहमत लगाने का कार्य किया जा रहा है। जिससे क्षेत्र की जनता और भाजपा कार्यकर्ता दिग्भ्रमित हो रहे हैं। अब जबकि आने वाले एक डेढ़ वर्ष के भीतर ही विधानसभा का चुनाव होना है। ऐसा बयान बाजी और आरोपों से पार्टी के क्षेत्र में जनाधार कम होने की आशंका है। ऐसे में पार्टी के विरुद्ध जाकर बयानबाजी करना क्षेत्र में पार्टी को कमजोर करने की दिशा में उठाया गया घोर अनुशासनहीनता वाला कदम है। जिस पर अखिलेश गुप्ता ने पार्टी पदाधिकारियों को संज्ञान लेकर पार्टी हित में उचित कार्यवाही करने और पार्टी को कमजोर करने वाले व्यक्तियों का नियमानुसार निष्कासन करने की महती आवश्यकता जाहिर की है।
मुख्यमंत्री की आमसभा में मंचस्थ क्षेत्रीय विधायक व संसदीय सचिव ने अपने क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री से की मांग
भूपेश सरकार के भेंट मुलाकात का दौर प्रदेश भर में जारी है। आमजन में सभाओं के माध्यम से सीधा जन संवाद और विकास के घोषणाओं का लंबा लिफाफा भी साथ लिए चल रही है। इसी दौरान 3 जुलाई को कोरिया जिले के बचरापोंडी और ग्राम पंचायत पटना में सभाएं आयोजित की गई। पटना की भेंट मुलाकात आम सभा में मुख्यमंत्री ने कई समस्याओं और सुविधाओं का सीधा जायजा लिया। कहीं पर लोगों के हाथों में ज्ञापन थे तो कहीं पर उनकी मांगे। इसी दौरान मुख्यमंत्री की आमसभा में मंचस्थ क्षेत्रीय विधायक व संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव अपने क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री से मांग रखते हुए ग्राम पटना में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, सहकारी बैंक की शाखा, गिरजापुर में विद्युत सब स्टेशन सहित ग्राम पंचायत पटना को नगर पंचायत की घोषणा करने की बात मुखिया से कही गई और मुख्यमंत्री ने उनकी सभी मांगों की घोषणा भी कर दिया।
सीएम के घोषणाओं के ऐसे मुरीद हुए भाजपाई की पूर्व जिलाध्यक्ष ने कहा पटाखा फोड़ा है और अपने ही पार्टी के लोगो पर ठीकरा फोड़ा
जी हां भाजपा की तीन पंचवर्षीय छत्तीसगढ़ सरकार की विदाई हुए महज कुछ साल हुए हैं और जहां पर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस 15 साल का अज्ञातवास झेलकर भी उसके कार्यकर्ता और संगठन की मजबूती पर छोटी सी सेंध भी नही लग सकी। वहीं 15 साल सरकार में रहकर छप्पन भोग खींचने वाले भाजपा नेता इतने बेसब्र निकले की अपनी पार्टी भक्ति छोड़ खुले आम बगावती तेवर दिखाने में कोई कसरनहीं छोड़ रहे हैं। ताजा मामला कोरिया जिले से है। जहां पर ग्राम पंचायत पटना में मुख्यमंत्री की घोषणाओं पर भाजपाई नेताओं ने बकायदा फोटो खिंचवाकर घोषणाओं पर भूपेश बघेल का आभार जताया, पटाखा भी फोड़ने की बात पूर्व जिला अध्यक्ष जवाहर गुप्ता ने स्वीकारा की नगर पंचायत बनाने की घोषणा को काग्रेस सरकार का पटना क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण विकास बताया साथ ही विकास की घोषणा की तारीफ करते हुए यह भी कहे की 2014 में जब हमारी भाजपा सरकार थी तभी यह विकास संबंधी कार्य किए जा सकते थे परंतु हमारे जिले के जनप्रतिनिधि और नेताओं की वजह से नहीं हो सका, जिसकी पूर्ति राज्य की भूपेश सरकार ने आज 3 जुलाई को कर दिया। आपको बता दें की पटना क्षेत्र के चार भाजपा नेता जिसमे पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष जवाहर गुप्ता, जिला भाजपा उपाध्यक्ष लक्ष्मण राजवाड़े, अनिरुद्ध ठाकुर, रविशंकर शर्मा की सामूहिक फोटो सहित सोशल मीडिया में टिप्पणी वायरल होने के बाद इन नेताओं पर तर्क वितर्क का दौर शुरू हुआ है।
युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष भी निकले कका के प्रशंसक
भाजपा के संगठन की जिस तरह कलई खुलने की शुरुआत कोरिया जिले में दिख रही है। उससे यह अंदाजा जरूर लगाया जा सकता है की कोरिया जिले सहित राज्य भर के संगठन में बड़े पैमाने पर सर्जरी की आवश्यकता है।हालांकि ये हमारा मुद्दा नहीं है लेकिन भाजपा के अंदर बैठे भितरघातियों की वजह से पार्टी का चिच्छा लेदर आस्थावान मतदाताओं को भावनात्मक रूप से चोंटिल कर रहा है।जिससे भाजपा के प्रति आमजन मानस में बना विश्वास भी खतम होता जा रहा है।आपको बतादें की कोरिया जिले के भाजपा युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष सत्यम साहू ने भी मुख्यमंत्री के घोषणाओं पर सोशल मीडिया में जमकर तारीफ करते नजर आए और मुख्यमंत्री का सहर्ष आभार भी जताया है।हालांकि विकास की बात पर विपक्ष की भूमिका वालों का ऐसा चरित्र कोरिया जिले में इन दिनों बहुत आम है।लेकिन पार्टी भक्ति और विपक्ष की भी भूमिका की जरूरत होती है।जिसको त्याग कर जिले के भाजपाई अपने ही विपक्ष के गुणगान में मस्त हैं।