अम्बिकापुर,01 जुलाई 2022 (घटती-घटना)। मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता ने ट्रांस्फ्यूजन कमेटी की बैठक में दी जानकारीमेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता ने ट्रांस्फ्यूजन कमेटी की बैठक में दी जानकारी।
शासकीय अस्पतालों में रक्त की उपलब्धता के लिए किये जा रहे तमाम प्रयासों के बीच रक्त की आपूर्ति निरंतर बनी रहे इसके लिए रक्तदान पर जोर दिया जा रहा है। विभिन्न स्वैच्छिक संस्थाओं के साथ ही शहर में ऐसे भी रक्तदाता मौजूद है जो समय-समय पर अस्पताल में रक्त की कमी न हो इसका ध्यान रखते हुए स्वस्फूर्त रक्तदान के लिए पहुंच जाते हैं, जिससे ब्लड बैंक में आकस्मिक जरूरत पड़ने पर मरीजों को राहत मिलती है।
शासकीय अस्पतालों में भर्ती मरीजों को जरूरत पड़ने पर खून की उपलब्धता ब्लड बैंक से सुनिश्चित की जाती है। बीमार के स्वजनों ने एक्सचेंज में खून दिया तो उन्हें जरूरत के अनुरूप संबंधित समूह का खून निश्शुल्क उपलब्ध कराया जाता है। अगर ब्लड बैंक से खून देना हो तो एक निर्धारित शुल्क लिया जाता है। इसकी कटौती आयुष्मान कार्ड से भर्ती मरीजों को सहूलियत देते हुए की जाती है। इसी कड़ी में गुरूवार को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ट्रांस्फ्यूजन कमेटी की बैठक मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ. रमणेश मूर्ति, अधीक्षक डॉ. लखन सिंह ने ली। इस दौरान विभिन्न विभागों के एचओडी चिकित्सक, अस्पताल की सलाहकार प्रियंका कुरील सहित अन्य स्टॉफ उपस्थित थे। इस दौरान अखिल भारतीय स्तर पर अस्पतालों से जरूरतमंदों को दिए जाने वाले रक्त के निर्धारित दर की जानकारी दी गई। डीन डॉ. रमणेश मूर्ति ने बताया कि ऑल इंडिया स्तर पर शासकीय अस्पतालों में भर्ती मरीजों को दिए जाने वाले खून के लिए नए दर का निर्धारण किया गया है। इसके अलावा विभिन्न चिकित्सा संस्थाओं के द्वारा खून की मांग किए जाने पर पृथक से दर निर्धारित की गई है। ऐसे में अब शासकीय अस्पतालों में भर्ती मरीज व निजी चिकित्सा संस्थाओं को मांग के अनुरूप रक्त की उपलब्धता नए दर में की जानी है, इसके लिए राज्य सरकार के द्वारा दिए गए गाइड लाइन का पालन करना अनिवार्य होगा। इसी तारतम्य में हॉस्पिटल ट्रांस्फ्यूजन कमेटी का गठन किया गया है जिसमें पीडियाट्रिक सहित अन्य विभागों के एचओडी भी शामिल किए गए हैं।
ये है निर्धारित शुल्क
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. रमणेश मूर्ति ने बताया कि शासकीय अस्पतालों में पूर्व में 550 रूपये में पूर्ण यूनिट रक्त जरूरतमंदों के लिए उपलब्ध कराया जाता था। अब पूर्ण यूनिट रक्त 1100 रूपये में भर्ती मरीजों को मिल पाएगा। वहीं निजी चिकित्सा संस्थाओं के द्वारा खून की मांग किए जाने पर पूर्ण यूनिट रक्त 1500 रूपये में उपलब्ध कराया जाएगा। पहले 1400 रूपये शुल्क निजी चिकित्सा संस्थाओं के लिए निर्धारित किया गया था। उन्होंने कहा कि रक्त की कमी न हो इसके लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. विकास पाण्डेय द्वारा समय-समय पर अच्छी पहल की जा रही है।
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