हैदराबाद, 19 जून 2022। देश मे कोरोना की रफ्तार बढ़ती का रही है। कोरोना से निपटने बूस्टर डोज के लिए भारत बायोटेक ने नेजल कोरोना नैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल पूरा कर लिया है। दवा निर्माता कपनी के अध्यक्ष और एमडी डॉ कृष्णा एला ने आज इसकी जानकारी दी। उन्होने बताया, “डेटा विश्लेषण चल रहा है। हम नियामक एजेसी को डेटा जमा करेगे। अगर सब कुछ ठीक रहा, तो हमे लॉन्च करने की अनुमति मिल जाएगी और यह दुनिया का पहली क्लिनिकली प्रोवेन नेजल कोविड-19 वैक्सीन होगी।
भारत के औषधि महानियत्रक की विषय विशेषज्ञ समिति ने भारत बायोटेक को अपने इट्रानेजल कोविड वैक्सीन के लिए ‘फेज- थर्ड बूस्टर खुराक अध्ययन’ के लिए ‘सैद्धातिक रूप से’ मजूरी दे दी, जो भारत मे अपनी तरह का पहला है। इसे मजूरी के लिए कुछ सप्ताह पहले प्रोटोकॉल सौपने के लिए कहा गया था।
कोरोना के सक्रमण और ट्रासमिशन को रोकने मे कारगर
भारत बायोटेक की वेबसाइट के अनुसार, इट्रानेजल वैक्सीन आईजीजी, म्यूकोसल आईजीए, और टी सेल प्रतिक्रियाओ को बेअसर करने वाले इम्यून रिस्पास को उोजित करता है और सक्रमण के स्थान पर (नाक के म्यूकोसा मे) प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया बनाता है जो कोरोना के सक्रमण और ट्रासमिशन दोनो को रोकने करने के लिए जरूरी है।
इट्रानेजल वैक्सीन ओमिक्रॉन पर ज्यादा असरदार
भारत बायोटेक देश मे तीसरी खुराक के तीसरे चरण के परीक्षण के लिए आवेदन जमा करने वाली दूसरी कपनी है। इट्रानेजल वैक्सीन कथित तौर पर नए कोविड-19 वेरिएट जैसे ओमिक्रॉन के ट्रासमिशन को रोकने की क्षमता रखते है। भारत ने देश मे टीकाकरण के लिए कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पूतनिक वी को मजूरी दी है।
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