बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली 16 जून 2022। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बाद बैंक ऑफ इंग्लैंड ने भी दरों में इजाफा कर दिया है। गौरतलब है कि देश में मुद्रास्फीति वर्तमान में 40 साल के उच्चतम 9 फीसदी पर है और बैंक की ओर से चेतावनी दी गई है कि यह वर्ष 2022 के अंत में 11 फीसदी के पार पहुंच सकती है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बाद अब ब्रिटेन ममें भी बैंक ऑफ इंग्लैंड ने बड़ा झटका दिया है। लगातार बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाने के लिए ब्याज दरों को एक फीसदी से 1.25 फीसदी कर दिया गया है। यह लगातार पांचवीं वृद्धि है। गौरतलब है कि देश में मुद्रास्फीति वर्तमान में 40 साल के उच्चतम 9 फीसदी पर है और बैंक की ओर से चेतावनी दी गई है कि यह वर्ष 2022 के अंत में 11 फीसदी के पार पहुंच सकती है।
बता दें कि अमेरिका में फेडरल रिजर्व ने बुधवार को ब्याज दरें 0.75 फीसदी बढ़ाने का एलान किया था। बैंक ऑफ इंग्लैंड की ओर से चेतावनी देते हुए कहा गया कि ऊर्जा की बढ़ती कीमतों से अक्तूबर में जीवन-यापन की लागत और भी अधिक बढ़ने की उम्मीद है, ऐसे में यदि मुद्रास्फीति का दबाव बना रहता है तो कार्रवाई करनी होगी। बैंक की मौद्रिक नीति समिति के नौ सदस्यों में से छह ने दरों को 1.25 फीसदी तक बढ़ाने के लिए मतदान किया, जबकि तीन ने 1.5 फौसदी की बड़ी वृद्धि का समर्थन किया। इस संबंध में जारी रिपोर्ट के मुताबिक, बैंक की बैठक के मिनटों से उम्मीद है कि अप्रैल-जून अवधि में ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था 0.3 फीसदी तक सिकुड़ जाएगी।
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