अम्बिकापुर@आरआरवीयूएनएल और अडाणी फाउंडेशन की खख़ास पहल के बाद गांवों में भी अच्छी चिकित्सा और डॉक्टर्स की सुविधा

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-नगर संवाददाता-
अम्बिकापुर,12 जून 2022(घटती-घटना)।
.देश के ग्रामीण इलाकों में अच्छी स्वास्थ्य सुविधा का ना होना आज भी एक आम बात है। लेकिन इस आम धारणा को पिछले कुछ सालों में राजस्थान राज्य विध्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (आरआरवीयूएनएल) और अडाणी फाउंडेशन की ख़ास पहल ने काफी हद तक बदल दिया है। अपने ष्टस्क्र कार्यक्रम के अंतर्गत निगम ने अडाणी फाउंडेशन के साथ मिल कर कुछ साल पहले छत्तीसगढ़ के अंदरूनी इलाकों में स्वास्थय सेवाओं को बेहतर करने का निर्णय लिया था।
इसके अंतर्गत राज्य में ग्रामीण चिकित्सा केंद्र, डिस्पेंसरी तथा एम्बुलेंस की सेवाएं प्रदान करना था। साल 2020 से सरगुजा ज़िले में अब तक कई ऐसे हेल्थ चेक-अप कैम्प्स लगाए गए हैं जहाँ भिन्न भिन्न रोगों का मुफ्त इलाज किया जाता है और दवाइयां भी नि:शुल्क दी जाती हैं। पहले तीन मेगा हेल्थ शिविरों में 1000 से ज्यादा लोग आये थे जिन्हे अडाणी फाउंडेशन द्वारा प्रशिक्षित डॉक्टरों द्वारा परामर्श तथा दवाइयां दी गयी थी। कैंप में ख़ास तौर से महिला रोग विशेषज्ञों तथा बच्चों के चिकित्सकों की टीम को नियुक्त किया गया था ताकि स्त्रियों और छोटे बच्चों को आम तौर पर होने वाले शारीरिक कष्टों इलाज हो सके। इसके साथ साथ हड्डी रोग, ह्रदय रोग, मधुमेह, कान-गाला-नाक के रोगों के विशेषज्ञों को भी ड्यूटी पे लगाया गया।साल 2021 -22 में नौ ऐसे शिविरों का आयोजन कुल दस माइनिंग प्रभावित गावों में किया गया था जिसमे 600 से ज्यादा लोग लाभान्वित हुए थे। इसके साथ ही फाउंडेशन ने शिवनगर में एक डिस्पेंसरी की स्थापना भी की है ताकि स्वास्थ सेवा से लाभान्वित होने वाले गावों का दायरा बढ़ाया जा सके और दूर दराज़ गांव वालो को हर छोटे-मोटे कष्ट के लिए शिविरों में आने की जरुरत ना पड़े। लेकिन सबसे बड़ी चीज जिस से गांव वाले प्रभावित हैं, वो है एक दिन-रात चलने वाली डॉक्टर तथा पैरामेडिकल स्टाफ से सुसज्जित अडाणी फाउंडेशन द्वारा चलायी जाने वाली एम्बुलेंस सेवा। इस एम्बुलेंस की बदौलत सुरगुजा के के एक बड़े इलाके में किसी भी प्रकार की आपात चिकित्सा के लिए व्यस्वस्था की गयी है।
अपने सामाजिक सरोकार कार्यक्रम के अंतर्गत आरआरवीयूएनएल और अडाणी फाउंडेशन पहले से ही सरगुजा ज़िले में काफी कार्य क्वकर रहे हैं। इनके कार्यक्रमों की बदौलत और ढृढ़ इक्षाशक्ति का ही परिणाम है की आज सरगुजा के ना सिर्फ किसान लाभान्वित हो रहे हैं, बल्कि बच्चों को भी उचित शिक्षा का अवसर मिल रहा है। साथ ही ऐसे कई कार्यक्रम चल रहे हैं जिनके द्वारा ज़िले में रहने वाले युवक और युवतियों की राज्य तथा देश के विभिन्न हिस्सों में रोज़गार का अवसर भी मिला है। अब इस स्वास्थ केंद्र के द्वारा ये भी सुनिश्चित किया जा रहा है की सरगुजा जिला और उसमें आने वाले गांव स्वावलम्बी हो कर छत्तीसगढ़ तथा देश की तरक्की में अहम् भूमिका निभाएं।


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