- पटना 84 के लिए सहकारी बैंक,पूर्ण तहसील,आत्मानंद विद्यालय व नगर पंचायत की होगी मांग।
- मुख्यमंत्री के आगमन से पटना 84 को बड़ी उम्मीद मिल सकती है कई सौगातें।
- पटना 84 के नेता अपने मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे कई महत्वपूर्ण मांग।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 08 जून 2022 (घटती-घटना)। मुख्यमंत्री का आगमन विकास को नई दिशा देने अविभाजित कोरिया के मनेंद्रगढ़ में स्थापित कार्यालयों को पटना में हस्तांतरित करने की हो सकती है मांग। मुख्यमंत्री का भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत आगमन कोरिया जिले में होना है जिसे लेकर पटना 84 के भी किसी ग्राम में कार्यक्रम होना तय माना जा रहा है जिसे लेकर जनप्रतिनिधियों सहित लोगों में उम्मीद है कि मुख्यमंत्री से पटना 84 के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कराई जा सकती हैं जिसके लिए यहां के जनप्रतिनिधि अपनी तरफ से मांग पत्र बना लिए हैं जो मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा जिसमें सबसे पहली मांग पटना क्षेत्रवासियों की जो है वह यह है की पटना को पूर्ण तहसील का दर्जा दिया जाए दूसरे नम्बर पर पटना ग्राम को नगर पंचायत बनाया जाए आत्मानंद विद्यालय पटना क्षेत्र में भी खोला जाए साथ ही किसानों के लिए सहकारी बैंक की शाखा पटना में दी जाए। यदि यह सभी मांगे पूरी होती हैं तो पटना 84 के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
सहकारी बैंक व अविभाजित कोरिया के मनेंद्रगढ़ में स्थित कार्यालयों की पटना में स्थापना की होगी मांग
आदिम जाति सेवा सहकारी समिति पटना के अध्यक्ष विजय सिंह का कहना है कि पटना में सहकारी बैंक की शाखा खुलनी चाहिए, बैंक की शाखा खुलने से एक बहोत बड़े क्षेत्र के किसानों को बैकुंठपुर तक का सफर तय नहीं करना पड़ेगा बैंक कार्यों से और उन्हें बैकुंठपुर जाकर लंबी लाइन भी नहीं लगानी पड़ेगी। विजय सिंह का कहना है कि पटना में पटना क्षेत्र के किसानों की सुविधा को ध्यान में रखकर सहकारी बैंक की शाखा की मांग की जाएगी और मुख्यमंत्री के आगमन पर उन्हें इस हेतु आवेदन दिया जाएगा। वहीं आदिम जाति सेवा सहकारी समिति के अध्यक्ष विजय सिंह ने यह भी कहा है कि मुख्यमंत्री के आगमन पर कोरिया जिले के उन कार्यालयों के पटना में स्थापना की मांग की जाएगी जो वर्तमान में मनेंद्रगढ़ में स्थापित हैं।
पेयजल के लिए किसी बांध से पटना को जल प्रदाय व पूर्ण तहसील दर्जा की होगी मांग
जिला पंचायत कोरिया उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी का कहना है कि पटना के पूर्ण तहसील की घोषणा तो हो चुकी है लेकिन अभी तक तहसील पूर्ण रुप से अस्तित्व में नहीं आया है। मुख्यमंत्री के आगमन पर पूर्ण तहसील स्थापित हो इसकी मांग की जाएगी जिससे क्षेत्रवासियों को पूर्ण तहसील की सुविधा पटना में मिल सके। पटना ग्राम को नगरपंचायत बनाने की मांग जिस प्रकार की जाने वाली है उसी अनुसार पेयजल के लिए पटना ग्राम को किसी बांध से जोड़ा जाए और स्थायी पेयजल की व्यवस्था बढ़ती आबादी के बीच पटना के लिए हो सके यह भी मांग की जाने वाली है। बताया जा रहा है वर्तमान में पटना में पेजजल के लिए भूजल का सहारा है और भविष्य में ग्राम को किसी बांध से जोड़कर पानी की व्यवस्था की जरूरत होगी।
राज्यमार्ग पर स्थित पटना आदर्श चौक में डिवाइडर व नगर पंचायत का दर्जा
जनपद सदस्य व सभापति बिहारी लाल राजवाड़े ने ग्राम पटना को नगर पंचायत बनाये जाने की मांग करने की बात कहते हुए कहा है कि पटना ग्राम को अब नगर पंचायत का दर्जा दे दिया जाना चाहिए यह पटना ग्राम के लोगों की मुख्य मांग चली आ रही है और उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए वह मुख्यमंत्री से मांग करेंगे। वहीं जनपद पंचायत सदस्य एवम सभापति बिहारी लाल राजवाड़े का कहना है कि मुख्यमंत्री से राज्यमार्ग को लेकर भी बड़ी मांग की जाएगी जिसमें पटना सहित पटना के आसपास जितने भी चौक चौराहे राज्यमार्ग पर स्थित हैं वहां चौक का निर्माण हो जिससे दुर्घटनाओं की आशंकाओं की समाप्ति हो और पटना आदर्श चौक में डिवाइडर लगाये जाने की भी व्यवस्था हो जिससे व्यस्त इस चौराहे पर भी दुर्घटना को आशंकाओं पर विराम लग सके,वहीं बिहारीलाल राजवाड़े ने यह भी कहा है कि पटना में बायपास सड़क बनने के बाद बसस्टेंड से मुख्य सड़क तक जो सड़क टूट चुकी है उसके निर्माण की भी मांग प्रमुखता से की जाएगी।
आत्मानंद विद्यालय के शाखा की मांग
वरिष्ठ कांग्रेसी योगेश शुक्ला ने कहा है कि पटना क्षेत्र में भी आत्मानंद विद्यालय की सुविधा मिलनी चाहिए। पटना क्षेत्र एक वृहद क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है और बैकुंठपुर में खुले आत्मानंद विद्यालय से पटना क्षेत्र के बच्चे लाभान्वित नहीं हो पा रहें हैं। मुख्यमंत्री के आगमन पर उम्मीद है और उनसे मांग भी की जाएगी कि पटना क्षेत्र में भी एक उत्कृष्ट आत्मानंद अंग्रेजी विद्यालय खुले।
कोरिया विभाजन के बाद कोरिया के पास विकास के लिए पटना क्षेत्र एकमात्र विकल्प
कांग्रेस के किसान जिला अध्यक्ष वंश गोपाल जायसवाल का कहना है की कोरिया विभाजन के बाद सिर्फ पटना 84 ही कोरिया के विकास के लिए एकमात्र विकल्प क्षेत्र बचा है,कोरिया का विकास करने के लिए पटना 84 का विकास होना ही जरूरी है अब कोरिया के टूटने के बाद पटना 84 ही कोरिया की पहचान है इस पर माननीय मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित कराया जाएगा ताकि कोरिया को एक छोटे जिले के तौर पर एक अलग पहचान प्रदेश में मिल सके।