9-10 जून के आस-पास मानसून की संभावना
अम्बिकापुर 07 जून 2022 (घटती-घटना)। पिछले 3 जून के बाद से दक्षिण-पश्चिम मानसून में कोई उल्लेखनीय प्रगति नहीं हुई है। सोमवार को इसमें आंशिक हलचल से यह तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल एवं दक्षिण-पश्चिम व पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में मामूली रूप से आगे बढ़ा है। उधर हिमाचल प्रदेश व उसके पड़ोसी कुछ क्षेत्रों पर अभी भी पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव समुद्र तल से 5.8 किमी तक के वायुमण्डलीय क्षेत्र में सक्रिय है जिससे उत्तरप्रदेश के ऊपर 0.9 किमी के ऊंचाई के स्तर का एक चक्रवाती घेरा व्याप्त है। इस चक्रवाती घेरे से मध्य उत्तरप्रदेश से मध्यप्रदेश, विदर्भ, तेलंगाना होते हुए रायलसीमा तक निचले वायुमंडल में एक द्रोणिका निर्मित है तथा मध्य उत्तरप्रदेश के इसी चक्रवाती घेरे से पूर्व – पश्चिम दिशा में एक दूसरी द्रोणिका बिहार, हिमालयन पश्चिम बंगाल, सिक्किम होते हुए उत्तरी बंग्लादेश तक सक्रिय है। दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी पर भी ऊपरी हवा में एक चक्रवाती घेरा सक्रिय है। वहीं अंबिकापुर स्थित अजिरमा कृषि मौसम वेधशाला में दर्ज आंकड़ों के अनुसार विगत सात दिनों के दौरान आसमान में साफ से आसमान में हल्के बादल छाए रहे तथा सूर्य की तीव्र रोशनी की अवधि 3.8 से 9.3 घंटे के बीच दर्ज की गई। इस दौरान औसतन अधिकतम व न्यूनतम तापमान क्रमश: 41.7 तथा 23.5 डी से दर्ज किया गया है। इस दौरान हवा की औसत गति व वाष्पीकरण दर क्रमश: 2.7 किमी प्रति घंटा व 5.9 मिमी प्रति दिन थी।
42 डिग्री तापमान से लोग बेहाल
नौतपा खत्म होते ही जून का महीना पूरी तरह से तप रहा है। जिला अंबिकापुर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी भीषण गर्मी लोगों को हैरान और परेशान कर रही है। लोग गर्म हवाओं से परेशान हैं। नौतपा के बाद लगातार तापमान में वृद्ध होने से दिन के साथ-साथ रात में भी लोगों को राहत नहीं है। उमस भरी गर्मी के कारण कूलर फंखा का हवा भी बेअसर साबित हो रहा है। इस लिए रात में भी लोग चैन की नींद नहीं सो रहे हैं। अंबिकापुर का तापमान सोमवार को भी 42 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहा। जबकि पिछले चार दिनों से 42 डिग्री से अधिक व करीब रहने से लोग बेहाल हैं। सुबह से ही सूर्य की किरणे आग उगल रही है। भीषण गर्मी के कारण लोगों को स्वास्थ्य पर भी इसका असर पडऩा शुरू हो गया है। अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या बढऩी शुरू हो गई है। वहीं रात का तापमान में भी बढ़ोतरी होने से लोग चैन की नींद नहीं ले पा रहे हैं।
9 से 10 जून के आस पास मानसून के बादलों
के आने की संभावना
मानसून की तरंगों को आगे बढऩे की अनुकूल परिस्थितियों के नहीं बन पाने से इसकी चाल में स्थिरता देखी जा रही है। अगले दो से तीन दिनों तक उत्तरी छत्तीसगढ़ में बादलों की मौजूदगी के साथ उत्तर पश्चिम उष्ण हवाओं के प्रभाव से तापमान के यथावत रहने की संभावना है। 9-10 जून के आसपास मानसून की तरंगों में गति के साथ मानसून पूर्व की बरसने वाले बादलों के आसमान में आने की संभावना के साथ तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट की उम्मीद रहेगी।
जून में अम्बिकापुर का अधिकतम तापमान
दिनांक तापमान
1 जून 41.6
2 जून 40.6
3 जून 42.1
4 जून 42.1
5 जून 41.8
6 जून 41.9
7 जून 42.0