कोरबा@बिना जांच के पत्रकार की गिरफ्तारी पर निंदा प्रस्ताव पारित

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-राजा मुखर्जी-
कोरबा, 03 जून 2022 (घटती-घटना)। लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकारों के विरुद्ध किसी भी तरह की पुलिस कार्यवाही से पहले पूरी पड़ताल कर लेने और फिर सक्षम अनुमति प्राप्त कर ही कार्यवाही की हिदायत दी गई है। कई मामलों में इसका पालन नहीं हो रहा, जिससे अनावश्यक परेशानी का सामना पत्रकार व उनके परिजनों को गाहे-बगाहे करना पड़ जाता है। प्रेस और पुलिस को एक दूसरे का पूरक कहा जाता है किंतु कुछ मामलों में जो कि आपसी विवाद के होते हैं और क्षणिक आवेश में आकर रिपोर्ट/शिकायत दर्ज कराई जाती है,ऐसे मामलों में पुलिस की अन्य मामलों की अपेक्षा बिना पड़ताल त्वरित कार्यवाही और गिरफ्तारी ने कार्यवाही की शैली पर सवाल उठाए हैं तो दूसरी तरफ इस पर निंदा प्रस्ताव भी पारित हुआ है। दरअसल मामला पाली थाना क्षेत्र का है।यहां सद्भाव पत्रकार संघ की कोरबा जिला इकाई के उपाध्यक्ष कमल महंत को इसी तरह के एक मामले में पाली पुलिस ने शिकायत/रिपोर्ट पर बिना जांच किए उसके खिलाफ धारा 452,294, 506 भादवि के तहत अपराध दर्ज कर लिया और रात के वक्त चाय पिलाने के बहाने से थाना बुलाकर रात भर बिठाए रखा और गिरफ्तार कर दूसरे दिन को न्यायालय में पेश किया। सड़क पर बिखरी गिट्टी को लेकर पड़ोसियों के मध्य आपसी क्षणिक आवेश में हुए विवाद की आड़ में पत्रकार कमल महंत के साथ समाचार प्रकाशन संबंधी दुर्भावना को जाहिर करते हुए उसका पक्ष भी नहीं सुना गया। हालांकि रिपोर्ट कर्ता ने इस मामले में पारिवारिक हवालों से खेद प्रकट करते हुए स्वयं न्यायालय में उपस्थित होकर समझौता व्यक्त किया और कमल महंत को न्यायालय से जमानत भी मिल गयी। इस पूरे मामले को लेकर सद्भाव पत्रकार संघ बिलासपुर संभाग इकाई की आकस्मिक बैठक सोमवार को सर्किट हाउस,बिलासपुर व पाली में भी आयोजित की गई। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष आरडी गुप्ता एवं कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष देवदत्त तिवारी एवं संभाग अध्यक्ष विनय मिश्रा सहित सभी उपस्थित पदाधिकारियों और सदस्यों ने एक स्वर में इस मामले की कड़ी निंदा करते हुए पूरे मामले में पाली पुलिस के रवैये के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया। बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष आर डी गुप्ता ने बताया कि घटना के 01 सप्ताह पूर्व पत्रकार कमल महंत ने पाली पुलिस की निष्क्रियता को लेकर कोयला तस्करी एवं जुआ,सट्टा पर लगाम नहीं लगा सकने संबंधित समाचार प्रकाशित किया था जिसे लेकर थाना प्रभारी और अन्य पुलिस कर्मियों द्वारा कमल महंत से व्यक्तिगत खुन्नस निकालते हुए इस तरह की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। हालांकि पड़ोसी महिला से विवाद हुआ था, किंतु इस तरह के मामलों में जो ततपरता दिखाई गई वह भी सोचनीय है। पाली ब्लॉक अध्यक्ष दीपक शर्मा, ब्लॉक संरक्षक एवं वरिष्ठ पत्रकार कमल वैष्णव ने भी घटना की जानकारी देते हुए पाली पुलिस के असहयोगात्मक रवैये की कड़ी निंदा की और पूरी घटना को दुर्भाग्यजनक बताया।


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