अम्बिकापुर,28 मई 2022 (घटती-घटना)। नंगे पांव सत्याग्रह के समाजी कार्यकर्ता संयोजक राजेश सिसोदिया के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं के तीन सदस्यीय समूह ने हसदेव क्षेत्र के हरिहरपुर, फतेहपुर, घाटबर्रा, साल्ही व परसा गाम्रों का भ्रमण व सूचना संकलन की गतिविधी की। सूचना संकलन में पाया कि प्रत्येक गांव में दो दल बन गए हैं। एक अदानी कंपनी का तो दूसरा सेवहसदेव का, इन गांवों के लोग आपस में बंट चुके हैं, सामाजिक व पारिवारिक समरसता समाप्त हो चुकी है। दोनो दलों में बंटे हुए गांववासियों में भय का माहौल है। इन गांवों के मूल निवासी जो शासकीय सेवा में हैं, वे अपनी नौकरी को लेकर भयभीत हैं कि कब उन्हें कौन सा नोटिस मिल जाए। इन गांवों के निवासियों का महत्वपूर्ण मानव अधिकार अभिव्यक्ति का अधिकार भी अदानी सेव हसदेव द्वन्द के कारण छिन चुका है। नंगे पांव सत्याग्रह द्वारा संभाग प्रशासन सेवहसदेव समूह, अदानी कंपनी व स्थानीय राजनैतिक दलों को परिपत्र भेजकर द्वन्द समाप्ति व समरसता बहाली की मांग की जा रही है। यद्यपि नंगे पांव सत्याग्रह की इस क्षेत्र में सक्रियता नहीं रही लेकिन वर्ष 2013 में स्थानीय राजनैतिक रसूखदारों द्वारा छले गए केते परसा निवासी भज्जू राम गोंड़ का प्रकरण सत्याग्रह द्वारा मजबूती से सक्षम अधिकारियों के समक्ष उठाया गया था। उक्त प्रकरण में दोषियों के ऊपर कार्यवाही भी हुई थी।
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