क्षेत्रीय विधायक की वजह से नहीं मिल रही अनुमति समुदाय विशेष का आरोप।
सोनहत सालाना उर्स आयोजन में राजनीति हुई हावी,
इस वर्ष उर्स से लोग रह जाएंगे वंचित।
उर्स के लिये छपे बैनर में विधायक का नाम छप गया है नीचे,
यही बात उर्स आयोजन के लिए बन गई रोड़ा।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 25 मई 2022 (घटती-घटना)। सोनहत में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले सालाना उर्स आयोजन पर ग्रहण लग गया है और अब यह आयोजन नहीं होगा ऐसा प्रशासन की तरफ से अनुमति नहीं मिलने की वजह से हो रहा है ऐसा समुदाय विशेष के लोगों का कहना है। सूत्रों से मिली मिली जानकारी के अनुसार उर्स आयोजन को लेकर सभी तैयारियां पूरी हो चुकीं थीं वहीं बैनर पोस्टर भी छप गए थे लेकिन प्रशासन ने अनुमति देने से मना कर दिया और उर्स का आयोजन अब लगभग स्थगित माना जा रहा है। पूरे मामले में समुदाय विशेष के लोगो का आरोप है की पोस्टर बैनर छपने पर और तारीख तय होने के बाद उर्स का कार्यक्रम केवल इसलिए स्थगित करना पड़ गया क्योंकि विधायक का नाम पोस्टर में 5 वें नम्बर पर छप गया और जिसकी वजह से विधानसभा नाराज हो गए और उन्होंने उर्स आयोजन की अनुमति देने से प्रशासन को मना कर दिया।
प्रतिवर्ष होता है उर्स का आयोजन, होती है कव्वाली
बताया जाता है कि सोनहत भोलन शाह बाबा के मजार पर स्टेट जमाने से उर्स का आयोजन और कव्वाली का आयोजन होता आया है ऐसा वहां के ही लोगों का कहना है। देश के मशहूर कव्वाल प्रतिवर्ष यहां आकर अपनी प्रस्तुति देते आये हैं और यह एक परंपरा की तरह बना हुआ आयोजन है जिसमे प्रत्येक समुदाय के लोगों का सहयोग भी रहता है। बाबा भोलन शाह के चाहने वाले अपनी मन्नते लेकर यहां आते हैं और बाबा की दुवाएं लेकर जाते हैं, उर्स आयोजन के दौरान यहां तीन दिन जगह जगह से लोग दुकान लगाने अपना व्यापार करने आते हैं और उनका कहना भी होता है कि उनको तीन दिन के ही उर्स में बाबा भोलन शाह साल भर के लिए दौलत दे जाते हैं ऐसा वह मानते हैं। उर्स में लाखों की भीड़ जुटती है और भव्य होता है यह आयोजन जैसा कि बताया भी जाता है।
गुपचुप हुई बैठक में स्थगित किया गया कार्यक्रम
जैसा कि बताया जा रहा है कि उर्स आयोजन को लेकर छपवाए गए बैनर पोस्टर में विधायक का नाम पांचवे नम्बर पर छपने की वजह से विधायक नाराज हो गए और उन्होंने प्रशासन के साथ साथ ही अन्य कुछ सोनहत के लोगों के साथ गुपचुप बैठक कर ली और साफ साफ प्रशासन को मना कर दिया कि उर्स का आयोजन नहीं होगा। बताने वाले सूत्र का कहना है कि विधायक ने यह भी कहा कि उनका विरोध वर्ष 2019 से ही उर्स आयोजन को लेकर है और उनका विधानसभा है यहां उर्स नहीं होगा यह उनकी मंशा है।
पुलिस प्रशासन ने अनुमति किया निरस्त
समुदाय के लोगों ने बताय की उर्स के लिए अनुमति मांगी गई थी जिस पर बैठक के दौरान एडिशनल एसपी ने अनुमति को निरस्त करते हुए कहा कि स्थानीय लोग आपत्ति जता रहे हैं इसलिए हम अनुमति नहीं दे सकते। ऐसे में सवाल यह उठता है कि इतने लंबे समय यह आयोजन होता आ रहा था आखिर इस बार ऐसा क्या हुआ कि आपत्ति भी होने लगी और पुलिस प्रशासन इस आयोजन में खुद अड़ंगा बनता दिख रहा है इसमें राजनीति सबसे मुख्य कारण बताई जा रही है।
आयोजकों सहित श्रद्धालुओं में है निराशा
उर्स आयोजन स्थगित होने की सूचना मिलते ही आयोजकों श्रद्धालुओं सहित व्यापारियों में मायूसी छा गई है। वर्षों से चली आ रही परम्परा जहां टूट गई वहीं इससे श्रद्धालुओं आयोजकों सहित ब्यापारियों को भी मायूसी हांथ लगी।
