- जब छुट्टी के दिन ही बैंक का एटीएम बंद रहे तो फिर ऐसी सुविधा का क्या मतलब।
- मनेंद्रगढ़ स्टेट बैंक का एटीएम अक्सर छुट्टी के दिन रहता है बंद।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 17 मई 2022 (घटती-घटना)। बैंक द्वारा अपने उभोक्ता को एटीएम की सुविधा दी जाती है इसके एवज में सालाना शुल्क भी लिया जाता है, ताकि उपभोक्ताओं को पैसे निकालने में कोई असुविधा ना हो आपत्कालीन स्थिति में पैसा उन्हें जब चाहे तब मिल सके, इसके लिए बैंकों के पास एटीएम मशीन लगाई गई थी जिसमें बैंक पैसा डालती थी और उपभोक्ता रात बीरात व छुट्टी के दिन भी जाकर पैसा निकाल सकता है पर यह सुविधा इस समय असुविधा बन गई है, मनेंद्रगढ़ शहर का स्टेट बैंक एटीएम उसी दिन खुलता है जिस दिन बैंक खुले होते हैं छुट्टी के दिन एटीएम बंद रहता है अब ऐसे में सवाल यह है कि जब उपभोक्ता एटीएम की सुविधा ले रहा है और उसके लिए उसका शुल्क भी दे रहा है पर यह सुविधा उसे क्या सुचारू रूप से मिल पा रही है और यदि नहीं मिल रही है तो इसका जिम्मेदार कौन है? इस पर भी गहन चिंतन करने की जरूरत है इस समय ऑनलाइन पेमेंट की वजह से भले एटीएम उपभोगता कम हो गए है पर जितने हैं इतने लोगों को भी एटीएम की सुविधा देना बैंक का कर्तव्य।
मिलिजानकारी के अनुसार मनेंद्रगढ़ शहर का स्टेट बैंक एटीएम अक्सर छुट्टियों के दिन बन्द ही रहता है। इस सम्बंध में जब बैंक के अधिकारियों, कर्मचारियों से बात करो तो उनका बस एक ही जवाब होता है लिंक फेल है सरवर डाउन चल रहा है। इस एटीएम के सुरक्षाकर्मी भी अपनी मनमर्ज़ी करते ही नज़र आते हैं। यह एटीएम वर्किंग दिनों में सुबह 9.30 से 10.00 बजे तक खुलते हैं और शाम 7.00 बजते बजते तक बन्द कर दिये जाते हैं। इन वर्किंग समयावधि में भी लिंक फेल व सरवर डाउन की समस्या से ग्राहकों का आमना-सामना होते ही रहता है। इस बैंक का मनेन्द्रगढ़ में इकलौता ए टी एम जिसमें रुपये की निकासी व जमा की सुविधा उपलब्ध है। बैंक 24 घंटे एटीएम की सुविधा देने का दावा करती है और इसके लिये अपने ग्राहकों से शुल्क भी वसूलती है इस सम्बंध में जब भी किसी बैंक अधिकारी, कर्मचारी बात करने पर उनका व्यवहार तो जगज़ाहिर है कि वे अपने ग्राहकों में किस लहजे में बात करते हैं, सरकार के कैश लेस लेनदेन के दावे की ये लोग अपनी कार्य शैली से पोल खोलते हमेशा नज़र आते हैं।