रामानुजगंज@नगर पंचायत अध्यक्ष ने तहसीलदार की शिकायत मुख्यमंत्री एवं अन्वेषण ब्यूरो से की

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-पृथ्वीलाल केशरी-
रामानुजगंज 11मई 2022 (घटती घटना)। बलरामपुर रामानुजगंज जिले में राजस्व विभाग को लेकर कई काले कारनामों का सच उजागर होते रहा है इसी कड़ी में एक और काले कारनामों का उजागर उस समय हुआ जब प्रदेश के मुखिया माननीय भूपेश बघेल जी का दौरा इस जिले में हुआ। नगर पंचायत अध्यक्ष सहित नगर वासियों ने जिले के राजपुर में पदस्थ तहसीलदार के खिलाफ मुख्यमंत्री एवं आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो में शिकायत की है शिकायत में कहा गया है कि विगत कई वर्षों से पदस्थ तहसीलदार के द्वारा शासकीय नियमों को ताक में रखकर कार्य करने एवं अवैध तरीके से पक्षकारों से खुलेआम रुपए वसूल करने के बाद ही कोई कार्य किया जाता है। नगर पंचायत अध्यक्ष सहदेव लकड़ा, पार्षद महेंद्र गुप्ता,प्रवीण अग्रवाल, राजकुमार अग्रवाल, विपिन यादव, तारा सोनी, मंटू शर्मा ने मुख्यमंत्री और राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो में प्रस्तुत शिकायत में तहसीलदार के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए हैं। तहसीलदार पर आरोप है कि उनके द्वारा राजपुर तहसील क्षेत्र में ग्राम चाची स्थित राजेश चौधरी जो कि ग्राम धंधापुर के शासकीय स्कूल में लाइब्रेरियन शिक्षक के पद पर पदस्थ शिक्षक को विभिन्ना प्रमाण पत्र जारी करने के लिए आइडी और पासवर्ड प्रदान कर दिया गया है। उस शिक्षक द्वारा एक प्रमाण पत्र जारी करने के एवज में पांच हजार तक की वसूली की जा रही है। भूमि क्रय- विक्रय में भी शासन के नियमों की अनदेखी की जा रही है। मैनुअल तरीके से भूमि क्रय- विक्रय की प्रक्रिया को पूरा किए जाने के कारण क्रेता- विक्रेता को अतिरिक्त राशि खर्च करनी पड़ रही है। जमीन से संबंधित दस्तावेजों के नकल निकालने पर प्रति नकल पांच हजार रुपये तक वसूल किया जा रहा है।नामांतरण के लिए भी उगाही की जा रही है। फर्जी तरीके से नामांतरण की प्रक्रिया पूरी कर तहसीलदार मनमानी कर रहे हैं। आरोप है कि राजपुर विकासखंड के एक स्कूल में पदस्थ ग्रंथपाल को नियम विरुद्ध तरीके से कार्यालय में संलग्न कर रखा गया है। उन के माध्यम से भी वसूली कराई जा रही है। तहसीलदार मुख्यालय से बाहर रहते हैं तथा निजी वाहन का उपयोग करते हैं ताकि गलत कार्यों की जानकारी लोगों को न लग सके। तहसीलदार के शह पर राजपुर में नियम विरुद्ध तरीके से पैथोलाजी लैब, मेडिकल स्टोर और हास्पिटल का संचालन, शासकीय जमीन पर अतिक्रमण कराने, राइस मिलरों से सत्यापन के नाम पर उगाही किए जाने का भी गंभीर आरोप तहसीलदार पर लगाया गया है। मुख्यमंत्री से की गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि किसानों के धान पंजीयन के दौरान भी तहसीलदार ने गड़बड़ी की है।आरोप है कि तहसीलदार कई वर्षों से राजपुर में पदस्थ है।
उक्त मामले में तहसीलदार सुरेश राय का कहना है कि शासन के द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार सारे कार्य किए जाते हैं जो हम पर आरोप लगाया गया है वह पूर्ण रूप से निराधार है।


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