- लोगों को पत्रकार निष्पक्ष चाहिए जिसे उन्होंने बनाया नहीं जिस सत्ता को उन्होंने बनाया पहले उसे तो निष्पक्ष कर लो।
- पत्रकार भी अब समझ चुके हैं कि अपनी सुरक्षा के लिए सब कुछ भूल कर इकट्ठा होना अब है जरूरी। पत्रकारिता के कठिन दौर में पत्रकारों को संगठित होना होगा।
- प्रदेश में पत्रकारों पर हो रही प्रताडऩा अब बर्दास्त नहीं,सरकार को पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करना होगा। अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति अगला धरना रायपुर में।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 08 मई 2022 (घटती-घटना)। पत्रकार अब झुकने वाले नहीं अब अपनी सुरक्षा के संगठित हो खुद अपनी मांगो को लेकर आंदोलनरत हो चूका है जिसका आगाज सरगुजा के अंबिकापुर से हो चूका है अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के द्वारा सरगुजा जिले के अंबिकापुर गांधी चौक जेल भरो आंदोलन में पूरे प्रदेश के पत्रकार इकट्ठा हो छत्तीसगढ़ सरकार से अपनी जायज मांगों को पूरा करने कमर कस चुके है सरकार पत्रकार सुरक्षा कानून लागू जल्द लागु करे, छत्तीसगढ़ में पत्रकरों पर फर्जी एफआईआर बंद करे, पत्रकार पर फर्जी एफआईआर कर साजिश के तहत जेल में बंद है उन्हे निशर्त रिहा किया जाए, पत्रकारों का शोषण बंद हो, इन्ही मांगों को लेकर इस पत्रकरों द्वरा जेल भरो आंदोलन किया गया, आंदोलन को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द शर्मा ने भूपेश सरकार को अपना वादा याद दिलाया कि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने कहा था कि सरकार बनने पर पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करेंगे लेकिन सरकार को 4 वर्ष होने जा रहे लेकिन सरकार अपने वादे से मुकर रही है यदि भूपेश सरकार इस विधानसभा सत्र के पहले सुरक्षा कानून लाने की बात नही करती है तो आने वाले विधानसभा सत्र के पहले राजधानी में प्रदेश के पत्रकार सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे।
लोकतंत्र के चौथे स्तंभ है पत्रकार उनके साथ का दुव्र्यवहार बर्दास्त नहीं
भाजपा के कद्दावर नेता रामविचार नेताम जी ने पत्रकारों का समर्थन करते हुए राज्यसभा संसद में भी आवाज उठाएंगे और छत्तीसगढ़ के विधानसभा में भी भाजपा के नेता पत्रकार सुरक्षा कानून एवं पत्रकारों के विभिन्न मांगों को लेकर सरकार को घेरने काम करेंगे और प्रश्न करेंगे पत्रकार देश के लोकतंत्र के चौथे स्तंभ है पत्रकारों के साथ ऐसा दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए और पत्रकारों को सभी जायज मांगों को सरकार को माननी चाहिए जिन्होंने अपने घोषणापत्र में वादा किया था कि हम पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करेंगे। वर्तमान कांग्रेस की सरकार पत्रकारों पर फर्जी एफआईआर कर चौथे स्तम्भ को दबाने का प्रयास कर रही है। आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार आने पर प्रदेश के पत्रकारों पर हुई एफआईआर की जांच की जाएगी दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही भी की जायेगी और पत्रकार सुरक्षा कानून भी लागू करेगी। हमारे वार्डफनगर क्षेत्र का एक निर्भीक पत्रकार जितेंद्र जयसवाल पुलिस और प्रशासन के खिलाफ बड़े ही निर्भीक एवं निष्पक्षता के साथ पुरे हकीकत को लोगों तक पहुंचाने का लगातार प्रयास किया तो प्रशासन की टेढ़ी नजर उन पर पड़ी और पूरी तरह से बनावटी प्रकरण बनाकर उनके विरुद्ध कार्रवाई किया गया वह अपने आप में लोकतंत्र को शर्मसार करने वाला है सरकार अपराधियों एवं नक्सलियों के खिलाफ एक्शन लेने में सक्षम नहीं है यह भ्रष्टाचारियों के खिलाफ शक्ति से करवाई भी नही कर पा रही जो पत्रकार अपने जिम्मेदारियों को बखूबी से निभा रहा है मनगढ़ंत और झूठे आरोप लगाकर गिरफ्तार किया जा रहा है।
सरकार को जल्द से जल्द पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करना चाहिए
अंबिकापुर प्रेस क्लब अध्यक्ष त्रिलोक कपूर कुशवाहा पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने एवं विधानसभा में बात पहुंचाने को लेकर उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में कई पत्रकारों की हत्या एवं दुर्भावना तरीके से एफआईआर कर उन्हें जेल भेज दिया जाता है सरकार को जल्द से लागु करे।
निर्भीक पत्रकार पर षडयंत्र पूर्वक कार्यवाही
पार्षद एवं नेता आलोक दुबे- भाजपा के नेता आलोक दुबे ने कहा कि भारत सम्मान के पत्रकार भाई जितेंद्र जयसवाल ने भू माफियाओं के कारगुजारी को उजागर किया इसलिए वैसे संघर्ष एवं निर्भीक पत्रकार को षडयंत्र पूर्वक कार्रवाई कर फर्जी मुकदमे में जेल भेज दिया गया ऐसे पत्रकारों को मेरा सलाम है।
पत्रकार सुरक्षा कानून लागु नहीं कर सकते तो प्रदेश के मुखिया कुर्सी छोड़ दें
भाजपा के पूर्व सांसद रहे कमलभान सिंह ने छत्तीसगढ़ के वर्तमान सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि पत्रकार सुरक्षा कानून को लेकर जो बात प्रदेश के मुखिया ने कही थी अगर पूरा नहीं कर सकते तो कुर्सी छोड़ दें मैं इस धरना प्रदर्शन एवं पत्रकार सुरक्षा आंदोलन का समर्थन करता हूं।
भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता पत्रकारों के साथ
पिछड़ा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सोनी ने कहा की अभिव्यक्ति की आजादी को छीन रही छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार, पत्रकारों के साथ ऐसी घटना काफी निंदनीय है पत्रकारों की इस लड़ाई में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता पत्रकारों के साथ है।
कलमकारों की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है भूपेश सरकार
जयराम केराम (संभागीय अध्यक्ष) गणतंत्र गोंडवाना पार्टी ने कहा कलमकारों की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है भूपेश सरकार वादाखिलाफी कर निर्भीक एवं निष्पक्ष पत्रकारों को जेल भेजने का तरीका सही नहीं है अगर जेल में बंद निर्दोष पत्रकारों को नि शर्त रिहा नहीं करती है तो गणतंत्र गोंडवाना पार्टी आंदोलन के लिए बाध्य होगी।
निर्भीक एवं निष्पक्ष पत्रकारों के समर्थन में हम सदैव खड़े
डीके सोनी अधिवक्ता एवं आरटीआई कार्यकर्ता ने कहा की प्रशासन का पत्रकारों के साथ रवैया बिल्कुल ठीक नहीं है निर्भीक एवं निष्पक्ष पत्रकारों के समर्थन में हम सदैव खड़े हैं। पिछले कई पत्रकारों के आंदोलनों में हमारा समर्थन रहा है और आगे भी रहेगा।
पत्रकार जितेंद्र जयसवाल 1 महीने से जेल में बंद
पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने ट्वीट करके बताया कि छत्तीसगढ़ में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हाल ऐसा है कि पत्रकार तक अपनी आवाज बुलंद नहीं कर पा रहे। जनहित के मुद्दे उठाने वाले पत्रकार जितेंद्र जयसवाल आज 1 महीने से जेल में बंद है। भूपेश बघेल जी झूठे मुकदमे से किसी का हौसला तोड़ सकते हैं इस गलत फहमी में न रहिएगा।