- मुख्यमंत्री बेदाग यही वजह है कि विपक्ष के पास नहीं है उनको घेरने कोई मुद्दा: कांग्रेस।
- मुख्यमंत्री के नेतृत्व में नहीं लग सकता कोई दाग, विपक्ष भी मुख्यमंत्री को घेरने में असफल।
- विपक्ष के अनुसार मुख्यमंत्री है तानाशाह, उनके तानाशाह रवैया से उनकी जनता हलकान।
- कार्यकाल के बचे 15 महीने आंदोलन झेलने को तैयार रहें मुख्यमंत्री।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 05 मई 2022 (घटती-घटना)। मौजूदा कांग्रेस सरकार के 60 महीने के कार्यकाल में से 45 महीने का कार्यकाल ख्त्म हो चुका है और सिर्फ 15 महीने शेष बचे हैं इसे लेकर पक्ष का मानना है की मुख्यमंत्री का कार्यकाल बेदाग है इतना अच्छा है कि मुख्यमंत्री के ऊपर विपक्ष भी निशाना साधने में असमर्थ है, क्योंकि वह भी जान रहा है कि मुख्यमंत्री एक बेहतर काम कर रहे हैं घेरे तो घेरे कैसे? सभी पर दाग लग सकता है पर मुख्यमंत्री के ऊपर किसी भी प्रकार का दाग नहीं लग सकता, मुख्यमंत्री की लोकप्रियता बढ़ी हुई है और यह लोकप्रियता उनकी अच्छी सोच की उपज है, वर्तमान सरकार के 15 महीने शेष बचे हैं जिसे देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 90 विधानसभा का दौरा भी शुरू कर दिया है और लोगों तक पहुंचने का काम कर रहे है ताकि 2023 के विधानसभा तक सभी को अपने पक्ष में कर सकें, उनकी सोच आगामी विधानसभा 2023 को लेकर योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ रही है, 90 विधानसभा का दौरा करना और दौरा भी ऐसा की शिकायतों पर कार्यवाही भी तत्काल नायक फिल्म की तरह काम कर रहे हैं, शिकायत मिलने पर तत्काल कार्यवाही आदेश जारी हो जा रहा है, क्या यह 15 महीने बचे हैं इसलिए इतनी तत्परता दिखाई जा रही है या फिर वाकई में मुख्यमंत्री सभी को लेकर संवेदनशील हो चले हैं अब जो जनता की सुनेगा मुख्यमंत्री उसी की सुनेंगे।
वहीं विपक्ष का मानना है कि मुख्यमंत्री का कार्यकाल तानाशाह की तरह है मुख्यमंत्री भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री की कॉपी कर रहे हैं कॉपी कॉपी ही होता है ओरिजिनल ओरिजिनल कितनी भी कॉपी कर ले ओरिजिनल नहीं बन पाएंगे, पूर्व मुख्यमंत्री की कई चीजों को वर्तमान मुख्यमंत्री कॉपी कर रहे हैं, तो वही प्रधानमंत्री की भी कॉपी हो रही है ऐसा लग रहा है कि पूरे छत्तीसगढ़ में वन मैन आर्मी बने हुए हैं बाकी लोग तो डमी हैं यही सिर्फ इकलौते हैं जिनके ऊपर सरकार चल रही है 60 महीने में से वैसे 45 महीने बीत चुके हैं 15 महीने इनके लिए मुसीबत के महीने होंगे यह 15 महीने सिर्फ आंदोलनों में बीत जाएंगे आंदोलन उग्र होंगे क्योंकि सब इनके कार्यकाल से तरसत है बस समय का इंतजार कर रहे है।
मुख्यमंत्री को खेलने में भाजपा को लगेंगे 15 साल
योगेश शुक्ला पीसीसी सदस्य ने कहा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कोई कमी नहीं इनके नेतृत्व में घोषणा पत्र के वादों को एक-एक कर पूरा किया गया, जनता से सरोकार के योजना लाए गए, जनता से सीधे जुडऩे पर काम किया गया, कोरोना काल के बीच भी सरकार संवेदनशील रही हर वर्गों के साथ काम किया, जिसका परिणाम छत्तीसगढ़ प्रदेश को कई अवार्ड मिले जो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्य का परिणाम है। यही वजह है कि भाजपा वर्तमान के मुख्यमंत्री को घेरने में लगेंगे 15 साल, भाजपा बैठकर यह इंतजार करें कि कब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गलती करें ताकि उन्हें सरकार में आने का मौका मिले लेकिन भूपेश बघेल गलती करने वालों में से नहीं।
मुख्यमंत्री के कार्यों से विपक्ष परेशान
शैलेंद्र सिंह महामंत्री जिला कांग्रेस कमेटी ने कहा मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाली सरकार ने सभी विधायकों व मंत्रियों को दिल खोलकर अहमियत दी और उनके द्वारा अपने क्षेत्र के लिए विकास के कार्यों के लिए की गई मांगों को पूरा किया कोई मंत्री या विधायक यह नहीं कह सकता कि उनके क्षेत्र में विकास कार्य के लिए पैसे नहीं मिले हर तरफ विकास के लिए पैसे बांटे गए, कोरोना जैसी विषम परिस्थिति व कर्ज में होने के बावजूद विकास कार्यों पर रोक नहीं लगने दी गई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने साडे 3 साल में ऐसे ऐसे काम कर दिए हैं कि विपक्ष भी परेशान है कि यह सब काम वह क्यों नहीं किए, यदि वह करते तो शायद और साल रहा सकते थे, अब विपक्ष भूल जाए कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लोगों की सेवा करने में कोई कमी करेंगे।
विपक्ष को भी उम्मीद नहीं था कि मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ को इतना अच्छा मिलेगा
अशोक जायसवाल पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष ने कहा मुख्यमंत्री की सारी योजनाएं लोगों के जन सरोकार से जुड़ी है हर योजना में उन्होंने छत्तीसगढिय़ा होने पर जोर दिया, छत्तीसगढिय़ा को एक अलग पहचान देने का प्रयास किया, छत्तीसगढ़ को एक मॉडल के रूप में मुख्यमंत्री के द्वारा स्थापित किया गया, छत्तीसगढ़ के लिए राज्य गीत बनाए गए हर कार्यक्रम इस राज्यकिय गीत के साथ ही शुरू होता है प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने क्षेत्र के विकास के साथ-साथ जनता के दिलों में भी विकास किया है जिसका परिणाम छत्तीसगढ़ का डंका पूरे देश में बज रहा है, छत्तीसगढ़ के मॉडल की हर तरफ चर्चा की जा रही है। विपक्ष कभी यह नहीं सोचा होगा की प्रदेश को इतना अच्छा मुख्यमंत्री मिलेगा जो हर वर्ग का ख्याल रखेगा, प्रदेश को इतनी ऊंचाइयों पर ले जाएगा जो 15 साल में भाजपा ने नहीं किया।
एक्शन मोड में मुख्यमंत्री
जिला पंचायत उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के यशस्वी मुख्यमंत्री अपनी जनता के लिए एक्शन मोड में आ गए, उनकी जनता यदि परेशान है तो परेशान करने वाले भी परेशान होंगे, उन्होंने 90 विधानसभा के दौरा के दौरान पहले दिन ही यह बता दिया कि सभी लोग जनता के नौकर हैं और जनता के हित में और जनता के लिए काम करना है, जनता सर्वोपरि है उन्हें असुविधा नहीं होनी चाहिए, मुख्यमंत्री अपनी जनता को लेकर पूरी तरह संवेदनशील है और वह 90 विधानसभा भी इसी लिए के लिए घूम रहे हैं ताकि अपनी जनता की समस्याओं को समझें और उसे दूर कर सकें।
भाजपा को उतारने होंगे 90 बेस्ट प्लेयर
फलन सिंह वरिष्ठ भाजपा नेता वा राजनीतिक जानकार इनका कहना है कि भाजपा का 15 साल का कार्यकाल खराब नहीं था कुछ कमी थी तो वही लंबा कार्यकाल होने की वजह से जनता बदलाव चाहती थी जो बदलाव इतना गंदा परिणाम देगा यह किसी ने नहीं सोचा था, खैर राजनीति है राजनीति में कभी भी कुछ भी जायज है, अब भाजपा पूरी तरह बैक फुट पर है और अब 2023 के चुनाव के लिए उसे अपने 90 खिलाड़ी बेस्ट उतारने पड़ेंगे, जो क्षेत्र में बेस्ट परफॉर्मेंस दे सके तभी सत्ता में वापसी हो सकती है, टिकट के साथ यदि खेल हुआ तो भाजपा के लिए दोबारा सत्ता में आना मुश्किल हो जाएगा। भाजपा को सब कुछ भूल कर एक अच्छे नेतृत्व में चेहरा देखकर 90 सीटों पर अच्छे चेहरे उतारने होंगे कुछ चेहरे रिपीट भी करने होंगे क्योंकि उनका जनाधार अभी भी है।
दूसरों का नकल करते हैं मुख्यमंत्री
देवेंद्र तिवारी जिला उपाध्यक्ष भाजपा उन्होंने कहा कि वर्तमान मुख्यमंत्री के पास अपना कोई आईडिया नहीं है दूसरों की कॉपी कर अपनी लोकप्रियता बढ़ाने के लिए प्रदेश में जारी कर रहे हैं लोकप्रियता जनता के लिए अच्छी सोच व जनता के लिए अच्छे काम करने से बढ़ती है ना कि प्रशासनिक अधिकारियों से वसूली कराने से, पूर्व मुख्यमंत्री के कुछ कार्य का कॉपी कर रहे हैं तो कुछ देश के प्रधानमंत्री के कुछ अच्छे चीजों को कॉपी कर लोगों के सामने रख रहे हैं, जो जनता को भी दिख रहा है कि यह तो कॉपी हो रहा है, पर कॉपी करने के लिए भी अकल की जरूरत पड़ती है, जो इन के पास नहीं है। यही वजह है कि इनके अंदर अपनी गलतियों को मानने की हिम्मत नहीं है जिस कारण यह तानाशाह रवैया अपनाए हुए हैं। नकल करते हैं इनके पास खुद का विचार नहीं है जिस वजह से नकल करने में भी फेल हो जाते हैं, कांग्रेस पार्टी ही शून्य विचार की पार्टी होती जा रही है और उनके नेता भी विचार शून्य होते जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री इतने ही संवेदनशील हैं तो इनके कार्यकाल में इतनी आंदोलन क्यों
श्याम बिहारी जयसवाल प्रदेश अध्यक्ष किसान मोर्चा भाजपा वर्तमान सरकार तानाशाह हो चली है और तानाशाह सरकार हटाने के लिए हर वर्ग आंदोलन के लिए उतावले है आखिर वर्तमान सरकार की कमियां है जिस वजह से हर वर्ग आंदोलनरत है और अगला 15 महीने आंदोलनों में सरकार के बीतने हैं सरकार के लिए उन्हें का घोषणा पत्र उनके लिए फजीहत बन गया है जिस घोषणापत्र को पूरा करने की बात कर रहे हैं उस घोषणा पत्र के कई वादे अधूरे हैं और यह हम नहीं जनता भी महसूस कर रही है। मुख्यमंत्री जी अपने 75 विधायकों को भी पूरा नहीं मान रहे वह सिर्फ 50 को ही अपने पक्ष का विधायक मान रहे हैं तो वहीं 11 मंत्रियों में से भी 7 मंत्रियों को ही अपना मंत्री मान रहे हैं बाकी को अपना विरोधी ही मान कर चल रहे हैं, ऐसे में समझा जा सकता है कि सत्ता होने के बावजूद अंदर खाने में क्या चल रहा है।
प्रशासन जनप्रतिनिधियों का गुलाम
दीपक पटेल पूर्व विधायक भाजपा वर्तमान सरकार की प्रशासन जनप्रतिनिधियों गुलाम हो गए हैं चरण वंदन में ज्यादा जोर है लोगों के काम करने में बिल्कुल भी इनकी रुचि नहीं है यह भूल गए हैं कि वह जनता के नौकर, इस समय यह सिर्फ एक ही काम कर रहे हैं वह है जनप्रतिनिधियों की जी हजूरी, जनप्रतिनिधि जो बोलते हैं वही करते वह सुनते हैं इसके अलावा आम आदमियों से इनका कोई सरोकार नहीं, क्योंकि उन्हें डर होता है जनप्रतिनिधि इनका तबादला करा देंगे डर में काम कर रहे हैं प्रशासनिक अधिकारी। उधर प्रदेश का मुख्यमंत्री छत्तीसगढय़िा ना होने का आरोप लगा तो वह अपने आप को छत्तीसगढिय़ा साबित करने के लिए प्रोपेगेंडा रच रहे जो सबको दिख रहा है और समझ में भी आ रहा है।