- पुलिस थाने तक पहुंची बात पर किसी तरह मामले को दबाने में सफल रहे विधायक समर्थक।
- विधायक समर्थकों की मारपीट की वजह से विधानसभा अध्यक्ष समर्थक युवक हुआ घायल।
- मारपीट की घटना से विधायक की भी हुई किरकिरी, मारपीट की घटना की हो रही निंदा।
- विधानसभा अध्यक्ष तक पहुंची बात, विधानसभा अध्यक्ष समर्थकों ने पहुंचाई खबर।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 30 अप्रैल 2022 (घटती-घटना)।कोरिया जिले के बैकुंठपुर विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष के समर्थक युवक को विधायक समर्थकों ने जमकर धोया और जिससे युवक बुरी तरह घायल हो गया। युवक के घायल होने के बाद मामला पुलिस थाने तक भी पहुंचा लेकिन किसी तरह विधायक समर्थकों ने पुलिस पर दबाव बनाकर मामले को दबाने में सफलता प्राप्त कर ली और मामला फिलहाल आया गया हो गया।
बता दें कि पिछले दिनों एक आपसी पार्टी के दौरान विधानसभा अध्यक्ष समर्थक युवक को उकसाया गया और युवक उकसावे में आकर विधायक के लिए गलत टिप्पणी कर गया वहीं युवक इस बात से भी अनभिज्ञ था कि जिस समय वह उकसावे में कुछ कह रहा है उस समय की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और उसे कई अन्य लोगों के साथ विधायक समर्थक भी देख रहें हैं। युवक की वीडियो वायरल होते ही विधायक समर्थकों ने युवक कहां है पता किया और वहां से युवक को उठवाया और उसके साथ जमकर मारपीट की। मारपीट में युवक बुरी तरह जख्मी हो गया लेकिन उसके बावजूद उसके साथ मारपीट होती रही। पूरे मामले में युवक से मारपीट की घटना की सूचना विधानसभा अध्यक्ष तक भी समर्थकों ने पहुंचाई वहीं युवक से मारपीट का मामला पुलिस थाने भी पहुंचा लेकिन विधायक समर्थकों ने मामले में पुलिस तक मामले को जाने से रोक लिया और मामले का पटाक्षेप हो गया। पूरे मामले में मारपीट करने वालो में विधायक समर्थक व विधायक के निज सचिव को लेकर अब यह चर्चा हो रही है कि क्या कानून किसी अपराध की सजा देने का किसी को अधिकर देता है क्योंकि वह विधायक समर्थक है। अब कानूनन विधायक समर्थकों ने गलत किया यह सभी का कहना है और पूरे मामले में विधायक की भी किरकिरी हो रही है। वैसे भी जिस वायरल वीडियो को लेकर युवक से मारपीट किया विधायक समर्थकों ने उसको देखकर और सुनकर यह समझा जा सकता है कि उस वीडियो में विधानसभा अध्यक्ष समर्थक युवक की कोई गलती ही नहीं है बल्कि वह उकसावे में और बिना यह जाने की वीडियो लाइव है कुछ गलत कह गया और जिसकी सजा उसे मारपीट के रूप में उसके साथ ही मिली। अब विधानसभा अध्यक्ष समर्थक युवक के साथ मारपीट मामले को पुलिस के पास जाने से तो रोक लिया गया लेकिन पूरी घटना से एक संदेश जरूर गया कि विधायक समर्थक कानून हांथ में लेने से भी चुकने वाले नहीं और वह किसी भी समय किसी के भी साथ मारपीट करने में कोई गुरेज नहीं करेंगे क्योंकि जब उन्होंने कांग्रेस पार्टी के ही कार्यकर्ता और विधानसभा अध्यक्ष समर्थक को कुछ नहीं समझा तो और किसी को क्या समझेंगे। इस पूरे मामले में पार्टी को कार्यवाही करनी चाहिए थी पर पार्टी भी मूकदर्शक बनी हुई है, अब देखना यह होगा कि क्या पार्टी इस पूरे मामले को लेकर कार्यवाही करेगी या फिर पिछले बार जैसी घटनाओं के तरह मुख दर्शक बनी रहेगी?