जिला पंचायत कोरिया के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के रवैये से सभी हैं नाराज
बैकुण्ठपुर 24 अप्रैल 2022 (घटती-घटना)। कोरिया जिले के जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुणाल दुदावत के खिलाफ जिले के बैकुंठपुर विकासखण्ड के सरपंच व सचिव संघ ने विरोध का मोर्चा खोल दिया है संयुक्त रूप से बैकुंठपुर विकासखण्ड के सरपंच संघ एवम ग्राम पंचायत सचिव संघ ने कलेक्टर कोरिया के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित जिले के तीनों विधायकों को जिला पंचायत कोरिया के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुणाल दुदावत के विरोध में ज्ञापन प्रेषित करते हुए मांग किया है कि उन्हें जल्द से जल्द जिले के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पद से अन्यत्र स्थानांतरित किया जाए और ग्राम पंचायत सचिवों पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी कोरिया द्वारा की गई द्वेषपूर्ण कार्यवाही से ग्राम पंचायत सचिवों को बरी किया जाये। सौंपे गए विरोध एवम मांग पत्र में लिखा गया है कि जिला पंचायत कोरिया के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुणाल दुदावत का व्यवहार ग्राम पंचायत सचिवों के प्रति अच्छा नहीं है और उनका रवैया भी ग्राम पंचायत सचिवों को लेकर कभी अच्छा नहीं रहा है और शारीरिक मानसिक एवम आर्थिक रूप तक से मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा ग्राम पंचायत सचिवों को परेशान किया जाता है।
ज्ञापन में जिला पंचायत कोरिया के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को तानाशाही रवैया अपनाने वाला भी कहते हुए ग्राम पंचायत सचिव व पंचायत संघ बैकुंठपुर के सदस्यों सहित सचिवों व सरपंचों ने यह भी लिखा है कि बैठकों के दौरान अभद्र व्यवहार तक किया जाता है और तत्काल वेतनवृद्धि रोकने सहित निलंबन की कार्यवाही की जाती है जो की बिलकुल गलत है वहीं ज्ञापन में यह भी कहा गया है की जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुणाल दुदावत को यदि जल्दी जिले से नहीं हटाया जाता है तो कई अन्य ग्राम पंचायत सचिवों के साथ भी गलत व्यवहार या अन्यायपूर्ण कार्यवाही वह कर सकते हैं वहीं उन्हें निलंबित कर दूरस्थ विकासखंडों में संलग्न कर परेशान किया जा सकता है बताया यह भी जा रहा है कि यह कोई हाल फिलहाल की घटना या किसी कार्यवाही से उपजा मामला नहीं है वरन जबसे जिला पंचायत कोरिया के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुणाल दुदावत की जिले में पदस्थापना हुई है ग्राम पंचायत सचिवों से उनका व्यवहार अच्छा नहीं रह है और विभिन्न समीक्षा बैठकों सहित जरूरी बैठकों में आये दिन ग्राम पंचायत सचिवों के साथ अभद्रता होती रहती है जिसका यह लगातार दबा चला आक्रोश है जो अब बाहर निकल रहा है। मुख्यमंत्री सहित जिले के तीनों विधायकों से यह ग्राम पंचायत सचिवों की मांग क्या पूरी हो पाती है और क्योंकि ग्राम पंचायत सचिवों को ग्राम सरपंचों का भी समर्थन खुलकर मिल गया है ऐसे में भी क्या उनकी मांग को लेकर मुख्यमंत्री सहित जिले के तीनों विधायक गंभीरता दिखाते हैं यह देखने वाली बात होगी।