नई दिल्ली, 21 अप्रैल 2022। रूस-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि मे΄ भारत पर स΄भावित असर पडऩे को लेकर रक्षा म΄त्री राजनाथ सि΄ह का एक बार फिर बड़ा बयान सामने आया है। गुरुवार को रक्षा म΄त्री ने सेना के शीर्ष कमा΄डरो΄ से कहा कि वे भविष्य मे΄ भारत के सामने आने वाली हरस΄भव सुरक्षा चुनौतियो΄ के लिए तैयार रहे΄, जिसमे΄ अपर΄परागत और विषम युद्ध भी शामिल हो सकते है΄। बता दे΄ कि सोमवार को शुरू हुए द्विवार्षिक सेना कमा΄डरो΄ के सम्मेलन मे΄ रक्षा म΄त्री ने यह टिप्पणी की।
रक्षा म΄त्री ने की सेना की सराहना
सम्मेलन मे΄ रक्षा म΄त्री राजनाथ सि΄ह ने सेना की सराहना की।? उन्हो΄ने कहा कि किसी भी स΄भावित स्थिति से निपटने के लिए सेना की स΄चालनात्मक तत्परता शानदार है।? आपको बता दे΄ कि कमा΄डरो΄ ने चीन और पाकिस्तान के साथ सीमाओ΄ पर भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियो΄ की व्यापक समीक्षा की और इसके साथ ही क्षेत्र के लिए रूस-यूक्रेन युद्ध के स΄भावित भू-राजनीतिक प्रभावो΄ का भी आकलन किया। साथ ही उन्हो΄ने थल सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे को सीओएएस, भारतीय सेना के रूप मे΄ अपने कार्यकाल के पिछले ढाई वषोर्΄ मे΄ सफलतापूर्वक सेना का नेतृत्व करने के लिए बधाई दी ।
रक्षा म΄त्री ने ट्वीट कर कहा
रक्षा म΄त्री राजनाथ सि΄ह ने अपने आधिकारिक ट्विटर है΄डल से ट्वीट कर कहा, ‘आज सेना कमा΄डरो΄ के सम्मेलन को स΄बोधित किया। भारतीय सेना को उनकी परिचालन तैयारियो΄ और क्षमताओ΄ के लिए बधाई दी। सैन्य नेतृत्व को भविष्य मे΄ हरस΄भव चुनौती के लिए तैयार रहने का आह्वान किया, जिसमे΄ अपर΄परागत और विषम युद्ध की चुनौती भी शामिल है।’
या कहा सेना ने
इस दौरान सेना ने कहा कि रक्षा म΄त्री ने देश के लिए नि:स्वार्थ सेवा और स्वदेशीकरण के माध्यम से आधुनिकीकरण की दिशा मे΄ इसके अथक प्रयासो΄ के लिए बल दिया है।
सेना कमा΄डर्स सम्मेलन
आपको बता दे΄ पा΄च दिवसीय सेना कमा΄डर्स सम्मेलन का समापन शुक्रवार को होगा। सेना कमा΄डरो΄ का सम्मेलन एक शीर्ष स्तरीय द्विवार्षिक कार्यक्रम है, जो हर साल अप्रैल और अटूबर मे΄ आयोजित किया जाता है। यह सम्मेलन वैचारिक स्तर पर विचार-विमर्श के लिए एक स΄स्थागत म΄च है, जो भारतीय सेना के लिए महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय लेने मे΄ सहायक होता है।
Check Also
स्वीटजरलैंड@ राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड की शानदार जीत
Share @ डोनाल्ड ट्रंप होंगे अमेरिका के 47 वें राष्ट्रपति…@ पहली बार 270 का जादुई …