बैकुण्ठपुर@क्या सत्ताधारी कांग्रेस में पदाधिकारी व कार्यकर्ता विपक्ष के माने जा रहे है?

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  • कुछ ऐसा ही समझ मे आता है युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष की जारी प्रेस विज्ञप्ति से।
  • पदाधिकारियों सहित कार्यकर्ताओं का सत्ताधारी दल में 3 सालों बाद भी उपेक्षा जारी।
  • अधिकारी सहित छोटे कर्मचारियों के भी हाशिये पर हैं पदाधिकारी व कार्यकर्ता।
  • युवा कार्यकर्ताओं का हाल बुरा, न सत्ता में पूछ न संगठन में।
  • ठेकेदारों की मौज है, रेत सहित सभी ठेकेदार किसी भी दल के हों मौज में।
  • मुख्यमंत्री के जिले प्रवास पर शिकायत होगी:संजीव सिंह जिलाध्यक्ष युवक कांग्रेस।


-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 09 अप्रैल 2022 (घटती-घटना)। दर्द जब हद से गुजर जाए तो क्या करते हैं? कोई गुमसुम हो जाता है, कोई उग्र तो कोई दर्द के साथ जीने की आदत डालकर जी लेता है। वैसे बात आज ऐसे दर्द की है जो न तो गुमसुम रहने का विषय है न सहने का ही विषय है और न ही उसके साथ जीने की आदत डालकर ही समस्या का समाधान हो सकता है। आज दर्द राजनीतिक है, कोरिया जिले के युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने साढ़े तीन वर्षों बाद अपना दर्द अपने कार्यकर्ताओं का दर्द बयान करते हुए कहा है कि कोई सुनता ही नही हमारा या हमारे कार्यकर्ताओं का जबकि सरकार हमारी है और अब हम साढ़े तीन वर्षों बाद इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे जब वह जिले के दौरे पर होंगें। वैसे यह कोई पहला वाक्या नही है, कांग्रेस की कोरिया जिले में स्थिति ही ऐसी है खासकर बैकुंठपुर विधानसभा में जहां संगठन के जिलाध्यक्ष तक सीमित है भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के और सत्ता विधायक और उनके खास दो तीन सिपहसलारों तक बाकी संगठन मोर्चा सहित प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों सहित कार्यकर्ताओं को साढ़े तीन साल बाद तक किसी समस्या के समाधान के लिए आज भी आंदोलन की चेतावनी प्रशासन को देनी पड़ती है जिसका जीता जागता उदाहरण केवल इतना ही है कि रेत मामले में सबसे ज्यादा आंदोलन और समस्या की बात केवल कांग्रेसियों ने की भाजपा ने बिल्कुल नहीं कि।
युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष का आखिर छलका दर्द जारी की प्रेस विज्ञप्ति
कोरिया जिला कहें या बैकुंठपुर विधानसभा कहें इसी के अंतर्गत आने वाले जिला मुख्यालय के करीब रहने वाले युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने जो प्रेस विज्ञप्ति जारी की है उसके अनुसार उनका कहना है कि कांग्रेस के पदाधिकारियों सहित कार्यकर्ताओं का बड़े कार्यालयों में बड़े अधिकारियों की बात तो छोड़िए ग्राम पंचायत स्तर पर भी उनकी सुनवाई और उनके महत्व का असर नहीं दिखाई देता है। सभी उपेक्षित महसूस कर रहें हैं और शिकायत भी आ रही है क्या करें। भारतीय युवा कांग्रेस कोरिया जिलाध्यक्ष संजीव कुमार सिंह काजू ने अपना बयान जारी करते हुए यह बताया है, कि जो भी अधिकारी कर्मचारी जनपद व जिला पंचायत कोरिया व जिले के अन्य विभागों में लगभग 3 वर्षों से पदस्थ हैं व कोरिया जिला के युवा कांग्रेस पदाधिकारी व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को महत्व नहीं दिया जा रहा है,व उनकी अनदेखी कर रहे है, उनकी समस्याओं का सही समय पर निराकरण नहीं कर रहे हैं, जैसे तहसील संबंधी कार्य, पंचायत स्तर पर छोटे-मोटे निर्माण कार्य, अधिकारियों के द्वारा विभागों का चक्कर लगवाना उन सभी कार्यकर्ताओं को भारी आक्रोश है व सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता अपने आप पर उपेक्षित महसूस करते है, जिससे अधिकारियों की उदासीनता साफ दिख रही है, जिससे प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की छवि धूमिल हो रही है, आने वाले समय में पार्टी को नुकसानदायक भी हो सकता है, उन सभी अधिकारियों व कर्मचारियों का माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के आगामी कोरिया दौरे पर संजीव कुमार सिंह के नेतृत्व में पदाधिकारी व युवा कांग्रेस कार्यकर्ता अधिकारी कर्मचारियों की मौखिक और लिखित रूप से शिकायत करेंगे! जब कांग्रेस विपक्ष मे थी, तब भी युवा कांग्रेस हमेशा ग्रामीणजनों की समस्याओं को त्वरित अधिकारी कर्मचारियों तक पहुंचा कर उनका समाधान करती थी, समाधान ना होने पर विभाग का घेराव तक किया जाता था, संजीव सिंह ने आगे कहा है कि युवा कांग्रेस पदाधिकारी ग्राम स्तर पर जो भी समस्या विभागों में दिया गया है व उनका अब तक समाधान नहीं हुआ है उन सभी समस्याओं को एकजुट करके माननीय मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत करेंगे उन अधिकारियों व कर्मचारियों का निलंबन की मांग करेंगे।
मुख्यमंत्री के जिला प्रवास पर करेंगे शिकायत
युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने अपना दर्द कहें या कार्यकर्ताओं का दर्द कहें को बयान करते हुए विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि मुझे लगता है मुख्यमंत्री जी के जिले के प्रवास के दौरान इस बात की शिकायत करनी होगी कि हमारी या हमारे कार्यकर्ताओं की अधिकारी कर्मचारी साथ ही पंचायतों में भी कोई सुनता नहीं और हमें उपेक्षा महसूस होती है।
पंचायत मंत्री के सबसे करीबी हैं युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष
युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने पंचायत स्तर तक पर अपनी और अपने कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं होने की बात कही है जिला पंचायत और जनपद पंचायत की भी बात उन्होंने कही है जहां अधिकारी कर्मचारी उनकी नहीं सुनते उनके कार्यकर्ताओं की नहीं सुनते जबकि वह प्रदेश के पंचायत मंत्री के सबसे खास हैं और सबसे करीबी हैं और ऐसे में उनका यह दर्द समझ से परे है, क्योंकि जिस विभाग के मुखिया ही उनके आका हैं उनकी ही टीम उदास है मतलब गड़बड़ी बड़ी है।
सीमित संख्या में है बैकुंठपुर विधायक के करीबी
जैसा कि युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने अपनी सहित अपने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की बात विज्ञप्ति जारी कर कही है उससे साफ हो गया है की उनकी नाराजगी विधायक से भी है क्योंकि उनके क़रीबी लोगों की संख्या बिल्कुल कम है जैसा कि लगातार सुनने को मिलता भी रहता है।


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