जिले के अधिकारी कर्मचारी 11-12 एवं 13 अप्रैल को सामूहिक अवकाश लेकर करेंगे धरना प्रदर्शन
अम्बिकापुर,09 अप्रैल 2022(घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ प्रदेश के लगभग 30 से अधिक कर्मचारी संगठनों के संयुक्त आह्वान पर लंबित 17प्रतिशत महंगाई भत्ता एवं सातवें वेतनमान के अनुसार संशोधित गृह भाड़ा भत्ता प्रदान करने हेतु प्रदेश के लाखों अधिकारी कर्मचारी लामबंद हो रहे हैं। विदित हो कि वर्षों से प्रदेश के अधिकारियों एवं कर्मचारियों का महंगाई भत्ता रोक कर रखा गया है, पहले तो यह बहाना बनाया गया कि कोरोना कॉल है इसलिए महंगाई भत्ता दिया जाना संभव नहीं है किंतु कोरोना की समाप्ति के पश्चात भी यह सरकार कर्मचारियों को मँहगाई भत्ता तथा गृह भाड़ा भत्ता प्रदाय नहीं कर रही है जबकि देश के कई राज्य ,केंद्र के समान महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता दे रही है। ऐसे भी राज्य हैं जिनकी आर्थिक स्थिति छत्तीसगढ़ से अच्छी नहीं है वे राज्य भी कर्मचारियों को 34त्न महंगाई भत्ता दे रही हैं किंतु प्रदेश की सत्ताधारी सरकार कर्मचारियों का हक मार रही है। आज महंगाई भत्ता रोके जाने के कारण प्रतिमाह सरकार को 200 से 250 करोड़ रुपए की बचत हो रही है।
महंगाई भत्ता संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी महासंघ के संगठनों के पदाधिकारी ने एक स्वर में आंदोलन करने का निर्णय लिया है ,और 11 12 और 13 अप्रैल को सामूहिक आकस्मिक अवकाश लेकर आंदोलन में शामिल रहेंगे। जिसमें छत्तीसगढ़ शिक्षक कांग्रेस के श्री देवेंद्र दुबे छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के श्री धनेश प्रताप सिंह छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ से अखिलेश सोनी ,आलोक कुशवाहा छत्तीसगढ़ लघु वेतन शासकीय चतुर्थ वर्ग कर्मचारी संघ की ओर से सुश्री शबनम, सुजान बिन्द छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य वाहन चालक यंत्र के कर्मचारी संघ से श्री ज्योति ली छत्तीसगढ़ संयुक्त शिक्षक संघ के श्री राकेश वर्मा छत्तीसगढ़ अनुदान प्राप्त शिक्षक कर्मचारी संघ के श्री कमल नयन त्रिपाठी ,श्री संतोष सिंह छत्तीसगढ़ कर्मचारी संघ के सुश्री इशरत जहां, श्री सऊद अंसारी छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य एवं बहुद्देश्यीय वास्थ्य कर्मचारी संघ के श्री गजेंद्र प्रसाद जी छत्तीसगढ़ टीचर एसोसिएशन के मनोज वर्मा श्री अमित कुमार सिंह जी का समर्थन प्राप्त है।